हिमाचल में बारिशः ओलों की बारिश से सफेद हुई वादियां, बागवानों के निकले आंसू

1 week ago

Last Updated:April 11, 2025, 08:26 IST

Himachal Rains: हिमाचल प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों और बागवानों को भारी नुकसान हुआ है. सेब, मटर, गेहूं की फसलें प्रभावित हुई हैं. मौसम विभाग ने 11 अप्रैल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

हिमाचल में बारिशः ओलों की बारिश से सफेद हुई वादियां, बागवानों के निकले आंसू

हिमाचल के मंडी जिले के सराज में भारी ओले गिरे हैं.

हाइलाइट्स

सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ.मौसम विभाग ने 11 अप्रैल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया.बारिश और ओलावृष्टि से गर्मी से राहत मिली.

शिमला. हिमाचल प्रदेश पर मौसम मेहरबान हुआ है और प्रदेश में डेढ़ महीने फिर से झमाझम बारिश हुई. गुरुवार को मंडी, कुल्लू, शिमला सहित अन्य जिलों में बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे. हालांकि, ओलावृष्टि से प्रदेश के बागवानों को भारी नुकसान हुआ है और सेब की फसल पर खासा असर हुआ है. मौसम विभाग ने 11 अप्रैल के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. उधर, अब प्रदेश में मौसम सुहावना हो गया है और लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है.

जानकारी के अनुसार, गुरुवार दोपहर बाद प्रदेश में मौसम ने करवट ली. इस दौरान कुल्लू में बारिश और ओले गिरे. बंजार उपमंडल में ओलावृष्टि से कई क्षेत्रों में किसानों और बागवानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि के कारण नाशपाती, प्लम, खुरमानी, सेब की फ्लावरिंग और मटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. बंजार उपमंडल के प्रभावित किसानों और बागवानों ने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है

बंजार के स्थानीय निवासी दिलीप सिंह विष्ट ने बताया कि कुल्लू जिले में दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट बदली और बंजार उपमंडल के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि से किसानों और बागवानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि ने किसानों और बागवानों की कमर तोड़ दी है और इससे उन्हें आर्थिक तौर पर भारी नुकसान हुआ है. दिलीप सिंह विष्ट ने कहा कि इस वर्ष मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जो गर्मी महसूस हुई, वह आमतौर पर मई-जून में होती थी. इसका सीधा असर फसलों पर पड़ा है.

स्थानीय निवासी करण ने कहा कि कुल्लू जिले में लंबे समय के बाद मौसम खराब हुआ है और आज दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली है. झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है. पिछले 20-25 दिनों से लगातार मौसम साफ होने से गर्मी बढ़ रही थी. अब बारिश होने से किसानों और बागवानों की फसलों को भी संजीवनी मिली है और लोगों को भी गर्मी से राहत मिली है. करण ने कहा कि पिछले 5 सालों से मौसम में बदलाव हो रहा है और क्लाइमेट चेंज के कारण कुल्लू में भी गर्मियों में ज्यादा गर्मी महसूस हो रही है. इसके चलते अब लोग कूलर और एसी का उपयोग कर रहे हैं.

मंडी के सराज इलाके में भंयकर ओले गिरे

इसी तरह, मंडी शहर में बारिश के अलावा, सराज में भयंकर ओलावृष्टि हुई और घाटी सफेद हो गई. सरकाघाट में भी भारी बारिश के बीच कंगना रनौत का प्रोग्राम हुआ. यहां पर भी ओले गिरे. धर्मपुर के आसपास के इलाकों में बारिश और ओले गिरने से लोगों को गर्मी से राहत मिली.

शिमला में भी बारिश और ओले गिरे

शिमला शहर में भी जहां ओले गिरे. वहीं, रामपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश, ओलावृष्टि और तेज़ तूफान ने स्थानीय किसानों और बागवानों की कमर तोड़ दी है. बाराबीश, देवनगर पंचायत, नरैण पंचायत, बहाली पंचायत, कलेडा मझेवटी पंचायत सहित कई अन्य क्षेत्रों में मौसम की इस मार ने सेब, मटर, गेहूं और जौ जैसी महत्वपूर्ण फसलों को व्यापक नुकसान पहुँचाया है. इन क्षेत्रों के किसानों और बागवानों के लिए यह मौसम की मार किसी आपदा से कम नहीं है.

ओलावृष्टि के कारण बगीचों में खिले फूल और छोटे फल झड़ गए हैं, जिससे बागवानी क्षेत्र को लगभग 25 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है. इससे न केवल उत्पादन प्रभावित होगा, बल्कि फल की गुणवत्ता और बाज़ार मूल्य में भी गिरावट आएगी. मटर की फसल जो इन दिनों तैयार होने को थी, वह भी ओलों की चपेट में आकर नष्ट हो गई है. गेहूं और जौ की फसलें भी खेतों में लेटी हुई पाई गई हैं, जिससे इनके उत्पादन में भी भारी गिरावट की आशंका है.

आज कैसा रहेगा मौसम

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शुक्रवार के लिए भी प्रदेश के आठ जिलों के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का येलो जारी किया है. इस दौरान तूफान भी चलेगा. उधर, प्रदेश के ऊना जिले में पारा 38 डिग्री पहुंच गया है. वहीं, लाहौल स्पीति में न्यूनतम पारा 2 डिग्री के आसपास है और यहां पर अब भी ठंड है. 12 अप्रैल को लाहौल-स्पीति, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा जिलों के ऊंचे इलाकों में हल्की बारिश-बर्फबारी के आसार हैं. 13 अप्रैल से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार हैं.

Location :

Shimla,Shimla,Himachal Pradesh

First Published :

April 11, 2025, 08:26 IST

Read Full Article at Source