हरियाणा विधानसभा चुनाव में उलटफेर देखकर कई लोग हैरत में हैं. लेकिन एक आंकड़ा ऐसा भी है, जो आपको चौंका देगा. मामला आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ है. आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में जोर-शोर से चुनाव लड़ा. अरविंद केजरीवाल ने कई रैलियां की. दावा था कि उनके बिना हरियाणा में कोई सरकार नहीं बना पाएगा. लेकिन जब नतीजे आए तो पता चला कि उन्हें 1.5% से ज्यादा वोट तो मिले, लेकिन एक भी सीट नहीं मिली. जबकि जम्मू-कश्मीर में अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ एक रैली की और उन्हें 0.5% वोट भी मिले, लेकिन सबसे बड़ी बात उनकी विधानसभा में एंट्री हो गई. उनका एक विधायक जीत गया.
दोपहर 3 बजे तक के चुनाव आयोग के आंकड़ों को देखें तो हरियाणा में बीजेपी को 40% और कांग्रेस को 39% के आसपास वोट मिले हैं. वहीं आम आदमी पार्टी को 1.77 फीसदी लोगों ने वोट किया है. हैरानी की बात ये है कि दुष्यंंत चौटाला की जिस जननायक जनता पार्टी को पिछली विधानसभा में 10 सीटें मिलीं थीं. उन्होंने बीजेपी से मिलकर सरकार बनाई थी और डिप्टी सीएम तक बने, उसकी पार्टी को भी आम आदमी पार्टी से आधे वोट मिले हैं. जेजेपी को 1% से भी कम लोगों ने वोट किया.
आम आदमी पार्टी होगी उत्साहित
वोटों का यह गणित देखकर आम आदमी पार्टी उत्साहित जरूर होगी. क्योंकि 2019 विधानसभा चुनाव में उसे 1% वोट मिले थे. इस बार उन्होंने अपना वोट बढ़ाया है. लेकिन जम्मू कश्मीर में उन्होंने जो कमाल किया, वह शानदार है. 0.5% वोट पाकर उनका कैंडिडेट विधायक बन गया. आखिर ये खेल कैसे हुआ, आइए समझते हैं.
डोडा से जीता आप कैंडिडेट
दरअसल, जम्मू-कश्मीर की डोडा सीट पर आप ने मेहराज मलिक को चुनावी मैदान में उतारा था. मलिक ने बीजेपी के गजय सिंह राणा को करीब 4500 वोटों से हरा दिया है. यहां की अन्य विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाई, लेकिन सिर्फ डोडा की सीट पर कैंडिडेट की छवि की वजह से उन्हें शानदार जीत मिली है. आंकड़ों को देखें तो पार्टी को 0.5% जो वोट मिले हैं, उनमें से ज्यादातर वोट इसी सीट पर मिला है.
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FIRST PUBLISHED :
October 8, 2024, 15:07 IST