PM Modi visit to Ethiopia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 18 दिसंबर 2025 तक 3 देशों की जरूरी यात्रा पर रहेंगे. भारत इन दिनों दुनिया में ग्लोबल साउथ की आवाज बनकर तेजी से सबके सामने आने का काम कर रहा है. ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 16-17 दिसंबर को इथियोपिया दौरा काफी अहम माना जा रहा है. जॉर्डन और ओमान की यात्रा के बीच यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि यह इस साल पीएम मोदी का तीसरा अफ्रीकी दौरा होगा.
इथियोपिया क्यों है इतना महत्वपूर्ण?
अगर बात करें कि इथोयोपिया क्यों जरूरी है तो इस देश को पूर्वी अफ्रीका का बड़ा और रणनीतिक देश माना जाता है. 2023 में इसे ब्रिक्स में शामिल किया गया था, जिसमें भारत ने बड़ी भूमिका निभाई थी. ब्रिक्स आज अमेरिका के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है, और यही वजह है कि ग्लोबल साउथ के मजबूत होने से कई ताकतवर देश असहज हो रहे हैं. इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद भारत की लीडरशिप का खुलकर समर्थन करने का काम करते हैं. वह कई ग्लोबल साउथ बैठकों में हिस्सा ले चुके हैं और भारत को इस समूह का स्वाभाविक नेता बताते रहे हैं.
इस साल पीएम मोदी के अफ्रीका के साथ बढ़ते कदम
मोदी पहले ही घाना, नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर चुके हैं. इसी दौरान उनकी मुलाकात इथियोपिया के प्रधानमंत्री से भी हुई थी. दोनों देशों ने रक्षा, आईटी, कृषि, शिक्षा, निवेश, व्यापार और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की थी. इसी कारण से दोनों देशों की नजदीकियां बढ़ती जा रही हैं.
आर्थिक साझेदारी की मजबूती
भारत, इथियोपिया का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक और तीसरा सबसे बड़ा निवेश साझेदार है. 650 भारतीय कंपनियों को यहां निवेश की अनुमति मिल चुकी है. साथ ही लगभग 3 बिलियन डॉलर का निवेश पहले ही किया जा चुका है. 2023-24 में भारत ने इथियोपिया को लगभग 490 मिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया गया है. यह संबंध सिर्फ व्यापार तक नहीं बल्कि शिक्षा और रोजगार जैसे क्षेत्रों में भी मजबूत हैं.
गुजरात से इथियोपिया का पुराना रिश्ता
भारत और इथियोपिया का संबंध कोई नया नहीं है. करीब 150 साल पहले जो भारतीय यहां जाकर बसे थे, उनमें सबसे ज्यादा लोग गुजरात से थे. औपनिवेशिक दौर में इथियोपिया के स्कूलों में हजारों भारतीय टीचर पढ़ाते थे, जिन्हें बहुत सम्मान मिलता था. आज भी वहां के विश्वविद्यालयों में करीब 150 भारतीय प्रोफेसर काम कर रहे हैं.
इथियोपिया कैसा देश है?
पूर्वी अफ्रीका में स्थित यह देश हॉर्न ऑफ अफ्रीका के नाम से जाना जाता है. यहां की राजधानी अदीस अबाबा है. और यहां की आबादी की बात करें तो लगभग 13 करोड़ से ज्यादा है. यहां ईसाई बहुल आबादी है, जबकि लगभग 31% लोग मुस्लिम हैं, और 2023-24 में इसका विकास दर 8.1% रहा, लेकिन फिर भी यह दुनिया के गरीब देशों में शामिल है. ये जगह अपने गीज कैलेंडर के लिए भी जाना जाता है, जिसमें 12 नहीं बल्कि कुल 13 महीनों का एक साल होता है. इसी कारण से बाकी दुनिया से ये देश 8 साल पीछे है.
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1 hour ago
