नई दिल्ली (JEE Main 2026). मैथ विषय के साथ 12वीं पास करने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स बीटेक कॉलेज में एडमिशन लेते हैं. देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले के लिए जेईई मेन परीक्षा पास करना जरूरी है. पिछले कई सालों के ट्रेंड पर नजर डालें तो 2026 में भी जेईई मेन परीक्षा दो बार होने की संभावना है- जनवरी और अप्रैल. जो स्टूडेंट्स जनवरी 2026 में जेईई मेन परीक्षा देने का प्लान बना रहे हैं, उनके पास फिलहाल 150 से ज्यादा दिनों का वक्त है.
जेईई मेन 2026 का सेशन 1 संभावित रूप से जनवरी 2026 के आखिरी हफ्ते में आयोजित होगा. आज, 12 अगस्त 2025 से आपके पास 150 से ज्यादा दिन बचे हैं. यह समय आपके लिए एक मजबूत आधार बनाने और गहन तैयारी करने के लिए काफी है, खासकर अगर यह आपका पहला प्रयास है. फर्स्ट अटेंप्ट वाले कई छात्र अपनी तैयारी को लेकर बहुत श्योर नहीं रहते हैं. लेकिन अगर आप आज से एक निर्धारित शेड्यूल के हिसाब से तैयारी शुरू कर देंगे तो जेईई मेन टॉपर लिस्ट में नाम जरूर आएगा.
जेईई मेन 2026 की तैयारी कैसे करें?
जेईई मेन परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए पढ़ाई का शेड्यूल बनाना और उसे फॉलो करना बहुत जरूरी है. इससे किसी तरह की गलती की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी. जानिए अगस्त 2025 से जनवरी 2026 तक का पूरा प्लान.
अगस्त 2025 (19 दिन): बेसिक कॉन्सेप्ट पर फोकस
लक्ष्य: फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स के बेसिक कॉन्सेप्ट मजबूत करें.
फिजिक्स: किनेमेटिक्स, न्यूटन के नियम, वर्क, एनर्जी, पावर.
केमिस्ट्री: मूल कॉन्सेप्ट, एटॉमिक स्ट्रक्चर, केमिकल बॉन्डिंग.
मैथमेटिक्स: सेट्स, फंक्शंस, ट्रिग्नोमेट्री, क्वॉड्रेटिक इक्वेशंस.
रणनीति: NCERT से शुरुआत करें, रोजाना 8-10 घंटे पढ़ाई करें, हर विषय को 2-3 घंटे दें. कॉन्सेप्ट्स के नोट्स बनाएं. हफ्ते में एक PYQ पेपर हल करें.
रेफरेंस: एच.सी. वर्मा (फिजिक्स), ओ.पी. टंडन (केमिस्ट्री), आर.डी. शर्मा (मैथमेटिक्स).
सितंबर 2025 (30 दिन): कठिन टॉपिक्स और प्रैक्टिस
लक्ष्य: सिलेबस का 30% कवर करके प्रॉब्लम-सॉल्विंग शुरू करें.
फिजिक्स: रोटेशनल मैकेनिक्स, ग्रैविटेशन, फ्लुइड मैकेनिक्स.
केमिस्ट्री: थर्मोडायनामिक्स, हाइड्रोकार्बन्स, s-ब्लॉक.
मैथमेटिक्स: कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री, मैट्रिक्स, डिटरमिनेंट्स.
रणनीति: रोजाना 50 MCQs हल करें. हफ्ते में 2 मॉक टेस्ट अटेंप्ट करें. गलतियों का विश्लेषण करें. ऑनलाइन कोर्सेज (Physics Wallah, Unacademy) से डाउट्स क्लियर करें.
अक्टूबर 2025 (31 दिन): गहन अध्ययन और रिवीजन
लक्ष्य: सिलेबस का 60% कवर करें और कमजोर टॉपिक्स पर फोकस करें.
फिजिक्स: इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, वेव्स, हीट एंड थर्मोडायनामिक्स.
केमिस्ट्री: ऑर्गेनिक केमिस्ट्री (GOC, इसोमेरिज्म), रेडॉक्स रिएक्शन्स.
मैथमेटिक्स: कैलकुलस (लिमिट्स, डेरिवेटिव्स), प्रोबेबिलिटी.
रणनीति: फ्लैशकार्ड्स और फॉर्मूला शीट्स बनाएं. रोजाना 3 घंटे प्रॉब्लम सॉल्व करें. हफ्ते में 3 मॉक टेस्ट अटेंप्ट करें और टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें.
नवंबर 2025 (30 दिन): मॉक टेस्ट और कमजोर क्षेत्र
लक्ष्य: सिलेबस पूरा करें और टेस्ट प्रैक्टिस टाइम बढ़ाएं.
फिजिक्स: मॉडर्न फिजिक्स, इलेक्ट्रोडायनामिक्स.
केमिस्ट्री: इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री, p-ब्लॉक, d-ब्लॉक.
मैथमेटिक्स: वेक्टर, 3D ज्योमेट्री, बायनॉमियल थ्योरम.
रणनीति: रोजाना 1 फुल-लेंथ मॉक टेस्ट अटेंप्ट करें. कमजोर टॉपिक्स पर 2-3 घंटे एक्सट्रा समय दें. पिछले 5 सालों के प्रश्नपत्र हल करें.
दिसंबर 2025 (31 दिन): गहन रिवीजन और टेस्ट
लक्ष्य: पूरे सिलेबस का रिवीजन और टेस्ट प्रैक्टिस.
हाई वेटेज टॉपिक्स (मैकेनिक्स, ऑर्गेनिक केमिस्ट्री, कैलकुलस) रिवाइज करें. PYQs हल करें.
रणनीति: रोजाना 2 मॉक टेस्ट अटेंप्ट करें. गलतियों का विश्लेषण करें. 6-7 घंटे नींद लें और हल्का व्यायाम करें.
जनवरी 2026 (22 दिन): फाइनल रिवीजन
लक्ष्य: आत्मविश्वास बनाए रखें.
रणनीति: फॉर्मूला शीट्स, शॉर्ट नोट्स रिवाइज करें. रोजाना 1 मॉक टेस्ट दें. नए टॉपिक्स न पढ़ें. परीक्षा केंद्र पहले से देख आएं और पॉजिटिव रहें.
काम की बात
सेहत पर फोकस: 6-7 घंटे नींद, संतुलित आहार.
जरूरी रिसोर्सेस: NCERT, एच.सी. वर्मा, ओ.पी. टंडन, आर.डी. शर्मा, टेस्ट सीरीज (Allen, Infinity Learn).
मॉक टेस्ट: नियमित प्रैक्टिस और गलतियों से सीखें.