1945 से लेकर अब तक, कितने अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने किया रूस दौरा?

1 week ago

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ने सोमवार को उस वक्त सारी दुनिया को हैरान कर दिया, जब उन्होंने कहा कि वो पुतिन से मुलाकात करने जाएंगे. रूस और अमेरिका की दुश्मनी जग जाहिर है, इसी वजह से डोनाल्ड ट्रंप उन देशों पर टैरिफ बढ़ा रहे हैं जो रूस से तेल खरीद रहे हैं. इसके अलावा दूसरी तरफ उनका पुतिन से मिलने खुद जाना किसी अचंभे से कम नहीं है. ट्रंप ने कहा कि मैं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिलने जा रहा हूं. बताया जा रहा है कि दोनों की यह मुलाकात अलास्का में हो सकती है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप यूक्रेन में लड़ाई को खत्म करने के लिए सीजफायर समझौते की मध्यस्थता करना चाहते हैं. रूस और अमेरिका के बीच सदियों से तनाव चला आ रहा है. अलग-अलग मुद्दों पर दोनों देशों को अक्सर एक दूसरे की विपरीत दिशाओं में देखा जाता है. यही कारण है कि बहुत कम ऐसा हुआ है कि अमेरिकी राष्ट्राध्यक्षों ने रूस का दौरा किया है. आज हम आपको बताएंगे कि कब-कब अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने रूस का दौरा किया और क्यों किया. 

आखिरी बराक ओबामा ने 2009 में रूस का दौरा किया था. उस समय पुतिन रूस के प्रधानमंत्री थे और राष्ट्रपति के पद पर दिमित्री मेदवेदेव थे. बराक ओबामा का यह दौरान दोनों देशों के रिश्तों में सुधार के लिए हुआ था. देशों ने New START (Strategic Arms Reduction Treaty) पर बातचीत शुरू करने पर सहमति दी, ताकि परमाणु हथियारों की तादाद कम की जा सके. इसके अलावा भी बराक ओबामा ने कई अहम प्रोग्राम्स में हिस्सा लिया था. ओबामा के इस दौरे को अमेरिका और रूस के बीच रिश्तों में ठंडापन कम करने की कोशिश के तौर पर देखा गया, जिसे मीडिया ने 'US–Russia Reset' कहा. 

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फरवरी 1945 में फ्रैंकलिन डी. रूज़वेल्ट याल्टा सम्मेलन के लिए सोवियत संघ (क्रीमिया) पहुँचे और जोसेफ स्टालिन तथा विंस्टन चर्चिल से मुलाकात की। सम्मेलन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के विभाजन, संयुक्त राष्ट्र की स्थापना और पूर्वी यूरोप के भविष्य का ढाँचा तय करना था। यह रूज़वेल्ट की आखिरी अंतरराष्ट्रीय शिखर बैठक थी और विश्व व्यवस्था पर गहरा प्रभाव छोड़ने वाली थी।

मई 1972 में रिचर्ड निक्सन मॉस्को पहुँचे और लियोनिद ब्रेज़नेव से मुलाकात की। उद्देश्य SALT-I (Strategic Arms Limitation Talks) समझौते पर हस्ताक्षर करना था, जिसने दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों की संख्या सीमित करने की दिशा में पहला कदम था। साथ ही व्यापार, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने की पहल भी शुरू हुई, जिसका लक्ष्य détente (तनाव में कमी) था।

नवम्बर 1974 में जेराल्ड फोर्ड व्लादिवोस्तोक पहुँचे और लियोनिद ब्रेज़नेव से मिले। बातचीत का फोकस SALT-II की रूपरेखा तय करना था—जिसमें परमाणु हथियारों की संख्या और क्षमता पर नियंत्रण पर सहमति बनाना शामिल था। यह यात्रा détente प्रक्रिया को जारी रखने और सामरिक संतुलन बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम थी।

मई-जून 1988 में रॉनल्ड रीगन मॉस्को पहुँचे और मिखाइल गोर्बाचेव से मुलाकात की। यह यात्रा INF समझौते के बाद हुई और उद्देश्य Nuclear Arms नियंत्रण को आगे बढ़ाना, विश्वासवर्धन और जनता के बीच संपर्क बढ़ाना था। उन्होंने रेड स्क्वायर का दौरा किया और छात्रों को संबोधित किया — यह शीत युद्ध के अंत की दिशा में एक मजबूत प्रतीक थी।

जुलाई 1991 में जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश सोवियत संघ गए और मिखाइल गोर्बाचेव के साथ START-I समझौते पर सहमति बनाई। यह यात्रा परमाणु हथियारों में कटौती और वैश्विक सुरक्षा में सुधार के उद्देश्य से थी। सोवियत संघ के विघटन से पहले यह अमेरिकी राष्ट्रपति की आखिरी महत्वपूर्ण यात्रा थी।

बिल क्लिंटन ने चार बार रूस का दौरा किया। 1994 में येल्तसिन से मुलाकात की, 1995 में VE-Day उत्सव, 1998 में आर्थिक सहायता और 2000 में पुतिन के साथ पहली वार्ता हुई। इन यात्राओं का फोकस परमाणु सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, लोकतांत्रिक सुधार और आतंकवाद से निपटने पर था।

जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने 2002, 2003 और 2006 में रूस का दौरा किया। इन यात्राओं में पुतिन के साथ SORT समझौता, ऊर्जा सहयोग, आतंकवाद से लड़ने पर साझेदारी, और G8 शिखर सम्मेलनों में भागीदारी शामिल थे—जिनका उद्देश्य रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना था।

जुलाई 2009 में বারाक ओबामा मॉस्को आए और राष्ट्रपति मेदवेदेव तथा प्रधानमंत्री पुतिन से मिले। यह “US–Russia Reset” पहल का हिस्सा था। उद्देश्य New START समझौते पर चर्चा, अफ़गानिस्तान सहयोग, और कूटनीतिक संबंधों को सुधारना था। ओबामा ने मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित भी किया।

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