Last Updated:October 20, 2025, 12:18 IST
Success Story : कानपुर के रहने वाले रौनक ने 20 लाख की नौकरी को छोड़कर अपना काम शुरू किया और महज 3 साल के भीतर उनकी कंपनी का टर्नटोवर 100 करोड़ रुपये पहुंच गया.

Success Story : जिंदगी में क्या चाहिए अच्छी सैलरी और सुकून. लेकिन, कुछ ऐसे लोग होते हैं जिन्हें सैलरी और सुकून नहीं सफलता का जुनून रहता है. ऐसे लोग अपने आरामदायक लाइफस्टाइल से बाहर निकलकर कुछ बड़ा करना चाहते हैं और उनकी लगत एक दिन ऐसी सफलता दिलाती है, जो दूसरे लोगों के लिए मिसाल बन जाती है. ऐसी ही एक मिसाल कायम की है कानपुर के रहने वाले रौनक टंडन ने. रौनक एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पैकेज पर काम करते थे, लेकिन एक दिन उन्होंने नौकरी छोड़कर खुद का काम करने का फैसला किया. बस यहीं से शुरू हो जाती है उनके संघर्ष और सफलता की कहानी.
कानपुर के आर्यनगर के रहने वाले रौनक ने साल 2011 में चेन्नई स्थित एक ऑटोमोबाइल कंपनी में जॉब शुरू की थी. उनकी शुरुआती सैलरी 9 लाख रुपये सालाना था, जो बाद में बढ़कर 20 लाख रुपये तक पहुंच गई. नौकरी में इस कामयाबी को हासिल करने के बावजूद उन्हें सुकून नहीं मिला और एक दिन अचानक नौकरी छोड़ने का फैसला कर लिया. टंडन की मंशा अपना खुद का काम शुरू करने की थी, लेकिन नौकरी छोड़ने के फैसले ने सभी को हैरान कर दिया और परिवार-दोस्त सब उन्हें ऐसा करने से मना करने लगे.
किस धंधे में डाला हाथ
रौनक ने नौकरी शुरू करने के 5 साल बाद यानी 2016 में ही अपनी नौकरी छोड़ दी. हालांकि, तब तक वह 50 लाख रुपये की पूंजी जुटा चुके थे. रौनक ने इन पैसों से भारी वाहनों की डीलरशिप लेनी शुरू की. इसमें ट्रक, बस, डंपर, हाइवा जैसे बड़े वाहन शामिल होते थे. रौनक की पत्नी इशिता ने भी उनका काफी साथ दिया, जो एमबीए डिग्री ले चुकी थीं. इशिता के बिजनेस प्लान और रौनक की मेहनत ने सालभर में ही रंग दिखाना शुरू कर दिया और उनकी कमाई लगातार बढ़ने लगी.
बन गए यूपी के नंबर एक डीलर
इशिता और रौनक ने अपने बिजनेस प्लान को इतनी चतुराई से आगे बढ़ाया कि महज 2.5 साल में उनकी कंपनी पूरे यूपी की सबसे बड़ी डीलरशिप बन गई. इस दौरान रौनक ने बिजनेस के क्षेत्र में अलग करने के लिए तीन राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते. फिलहाल उनकी कंपनी की डीलरशिप फतेहपुर, फर्रुखाबाद और घाटमपुर तक पहुंच चुकी है. उनकी मंशा अपनी डीलरशिप यूपी के बाहर अन्य राज्यों तक पहुंचाने की है.
तीन साल में 100 करोड़ का टर्नओवर
रौनक ने अपने बिजनेस को काफी रिसर्च के बाद शुरू किया था और यही कारण रहा कि उनकी कंपनी का टर्नओवर महज 3 साल में ही बढ़कर 100 करोड़ रुपये पहुंच गया. जो कंपनी 50 लाख में शुरू हुई थी, आज उसका टर्नओवर 200 गुना बढ़ चुका है. रौनक का कहना है कि नौकरी छोड़ने का फैसला काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्हें अपने बिजनेस प्लान पर पूरा भरोसा था. उनके पास ऑटोमोबाइल सेक्टर का अनुभव भी था, जो इस बिजनेस में भी काफी काम आया.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 20, 2025, 12:18 IST