42 साल तक बंद रहा यह भूतिया रेलवे स्टेशन, यकीन से परे था कैमरे में कैद हुआ सच

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Last Updated:June 20, 2025, 18:54 IST

Begunkodar Railway Station story in Hindi : पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले का बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन का नाम तो जरूर सुना होगा. यह रेलवे स्टेशन भारतीय रेल के रिकॉर्ड्स में भारत के ’10 भूतिया स्टेशन’ की लिस्ट में...और पढ़ें

42 साल तक बंद रहा यह भूतिया रेलवे स्टेशन, यकीन से परे था कैमरे में कैद हुआ सच

देश के सबसे भूतिया रेलवे स्टेशन बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन की सच्चाई...

सैय्यद सुहैल नदी. नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में एक छोटा सा कस्बा पुरुलिया है. पुरुलिया जिले भी है. इसी जिले का बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन भारतीय रेल के रिकॉर्ड्स में भारत के ’10 भूतिया स्टेशन’ की लिस्ट में शुमार है. बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन के बारे में कहानी यह प्रचलित है कि एक महिला ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रही थी. उसके साथ एक बच्चा था. बच्चा फिसला और उसकी मौत हो गई. महिला की भी मौत हो गई. स्टेशन मास्टर ने यह बात रेलवे को अपनी रिपोर्ट में बताई थी. स्टेशन मास्टर लगातार रेलवे को बताते रहे लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई. बाद में उसी स्टेशन मास्टर की लाश ट्रैक के करीब मिली थी.

1960 में बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन को खुलवाने में संथाल की रानी लाचेन कुमारी ने अहम भूमिका निभाई थी. कुछ सालों बाद ही यहां पर अजीबोगरीब घटनाएं घटने लगीं. यह स्टेशन रांची से 90 किलोमीटर की दूरी पर है. बताया जाता है कि 1967 में एक रेलवे कर्मचारी ने पहली बार यहां पर महिला की आत्मा को देखने का दावा किया था. फिर स्टेशन के पास ही एक ट्रेन एक्सीडेंट में एक कर्मचारी की मौत हो गई. रेलवे स्टेशन की पटरी पर आत्माएं दिखने की अफवाह फैली. कहा गया कि ट्रेन के आते ही भूत पटरी पर नांचने लगता और ऊपर-नीचे कूदता है. यह स्टेशन करीब 42 साल तक बंद रहा.कोई ट्रेन यहां से नहीं गुजरी और न ही कोई ट्रेन यहां पर रुकी. हालांकि साल 2009 में स्टेशन को एक बार फिर चालू किया, लेकिन हालात वही थे.

News 18 इंडिया की टीम ने गुजारी थी स्टेशन पर रात

News 18 इंडिया की ‘आधी हकीकत-आधा फसाना’ की टीम ने तीन साल पहले इस स्टेशन पर एक रात गुजारी थी. टीम ने रात की एक-एक हरकत पर पैनी नजर रखी थी. टीम उस वजह की तलाश करने पहुंची थी, जिसके चलते इस स्टेशन को भूतिया स्टेशन कहा जाता है. News 18 इंडिया टीम की मुलाकात एक स्थानीय यूट्यूबर से हुई. उसने टीम को जो बताया, वो हैरान करने वाला था. यूट्यूबर ने बताया, ‘जब हम वीडियो बना रहे थे, तो ऐसा लगा कि कोई परछाई उसके पीछे है. हमें आभास हो गया कि हम खतरनाक जगह पर आ गए हैं. फिर हम वहां से किसी तरह जान बचाकर भागे.’

बेगुनकोडोर जाने से पहले News 18 इंडिया को जो भी लोग रास्ते में मिले, उन्होंने वहां जाने से रोका. News 18 की टीम वहां पर पहुंची. रेलवे स्टेशन के करीब दो गांव हैं. स्टेशन अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ है. स्टेशन पर लोगों की बहुत ज्यादा आवाजाही नहीं थी. स्थानीय लोगों का कहना था कि स्टेशन बंद न हो और चलता रहे. स्थानीय लोगों ने दबी जुबान से यही कहा कि यह स्थान भूतिया है. News 18 की टीम के साथ पैरानोर्मल टीम भी थी. पैरानोर्मल एक्सपर्ट आत्मा की मौजूदगी का पता लगाते हैं.

जैसे ही शाम हुई तो टिकट बांटने वाला कर्मचारी वहां से जाने लगा. उसे रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं रुका. उसने पुलिस से परिमिशन लेने की बात कही. पुलिस अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अपने रिस्क पर आप ठहर सकते हैं.

रात 10 बजे पहली बार सुनाई दी महिला की आवाज

News 18 की टीम ने शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक किसी तरह समय काटा. रात में कोई ट्रेन वहां से नहीं गुजर रही थी. भीषण गर्मी थी. इसी बीच कैमरामैन को किसी महिला के बात करने की आवाज सुनाई दी. आवाज रेलवे ट्रैक की पश्चिम दिशा में दूर एक रास्ते से आ रही थी. हालांकि वहां पर कुछ दिखा नहीं. रात को साढ़े 11 बजे पैरानोर्मल टीम के सदस्य को भूख लगी. हमारी गाड़ी रेलवे ट्रैक से करीब 300 मीटर दूर खड़ी थी. टीम में कुल चार लोग थे. दो सदस्य गाड़ी पर रखे बैग को उठाने के लिए निकले लेकिन जैसे ही वो कार के करीब पहुंचे तो चीखने लगे. दोनों भागकर वापस लौटे. पैरानोर्मल एक्सपर्ट ने बताया कि जब हम कार के पास पहुंचे तो ऐसा लगा कि जैसे कोई हमारे पीछे है. जब हम वापस मुड़े तो एक महिला सफेद साड़ी में दिखाई दी.

‘अचानक लगा जैसे ट्रेन आ रही है’

रात 12 पैरानोर्मल इक्विपमेंट निकाले. K2 मीटर आसपास की रहस्यमयी गतिविधि को ट्रैक करता है. K2 मीटर में जितनी ज्यादा लाइट जलेंगी, वहां पर उतनी ही स्टॉन्ग प्रजेंस होती है. बेगुनकोडोर स्टेशन पर K2 मीटर में कोई एक्टिविटी नहीं दिखाई दी. News 18 की टीम ट्रैक पर चलने लगी. टीम ने एक छोटा सा कैमरा स्टेशन के सामने लगाया हुआ था. अचानक स्टेशन की लाइट बंद हो गई. एक ही लाइट जल रही थी, वो भी बंद गई. टीम वापस स्टेशन पर लौटी तो देखा कि बल्ब टूटा हुआ पड़ा था. टीम ने स्टेशन के दूसरी ओर दिशा में चलना शुरू किया तो ऐसा लगा जैसे ट्रेन आ रही है. उसकी सीटी सुनाई दी. इसी बीच कैमरामैन को ऐसा लगा जैसे उसके पैर में कोई सर्प लिपट गया है. फिर अचानक स्टेशन से किसी महिला के चीखने की आवाज आई. टीम के रोंगटे खड़े हो गए. टीम भागकर स्टेशन पहुंची तो देखा कि वहां पर कुछ नहीं है.

रेलवे स्टेशन के पीछे कुएं में थी असली रहस्य

फिर News 18 की टीम को रेलवे स्टेशन के पीछे साइड एक कुएं का पता चला. बताया गया कि इसी कुएं से रात में कोई महिला निकलती है. जैसे ही टीम वहां पर पहुंची तो रिपोर्ट सैयद सुहेल की तबीयत अचानक बिगड़ गई. पैरानोर्मल एक्सपर्ट ने K2 मीटर के सहारे आत्मा से बात करने की कोशिश की. कोई जवाब नहीं मिला. जैसे ही टीम वहां से लौटने लगी तो अचानक K2 मीटर की पांच लाइटें जलने लगीं. जो देखा वो यकीन से परे था. फिर अचानक किसी ने पीछे से टीम को धक्का दिया.

पुलिस ने कहा – यहां नहीं रुकने देंगे

इसी बीच, वहां पर गाड़ियों की आवाज आई. ये सच में गाड़ियां आरपीएफ और पुलिस की थीं. फिर पता चला कि महिला के चीखने की आवाज आसपास के गांव में सुनाई दी थी. गांववालों ने पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने हमें वहां और ज्यादा वक्त बिताने से रोका और चले जाने की सलाह दी.

Chaturesh Tiwari

An accomplished digital content creator and Planner. Creating enhanced news content for online and social media. Having more than 10 years experience in the field of Journalism. Done Master of Journalism from M...और पढ़ें

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