Last Updated:November 25, 2025, 15:13 IST
Assam cm Himanta Biswa Sarma on Zubeen Garg: असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने जुबिन गर्ग की मौत को हत्या बताया है. सिंगापुर में सिंगर की मौत के बाद अब तक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले में दिसंबर महीने में चार्जशीट दाखिल होंगी, जिसके बाद हत्या के कारणों का पता चल जाएगा. जैसे, हत्या किसने करवाई? हत्या की वजह पैसों का लेन-देन तो नहीं था? या फिर हत्या की कोई अन्य वजह से हुई?

नई दिल्ली. असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने गायक जुबिन गर्ग की मौत पर विधानसभा में बड़ा बयान देकर तहलका मचा दिया है. असम के लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग का 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय निधन की खबर आई थी. लेकिन जुबिन गर्ग की मौत के कुछ ही देर बाद परिवारवालों ने हत्या का शक जताया था. इसके कुछ ही दिन बाद जुबिन गर्ग जिस प्रोग्राम में गए थे, उससे जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अब असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने विधानसभा में जुबिन गर्ग की मौत नहीं बल्कि हत्या हुई थी, बयान देकर परिवारवालों के आशंकाओं पर मुहर लगा दिया. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अब सिंगापुर में हुई इस हत्या की कड़ी सुलझाने में भारतीय जांच एजेंसियों को सिंगापुर पुलिस मदद करेगी? क्योंकि सिंगापुर पुलिस ने पहले इसे हादसा माना था?
25 नवंबर 2025 को असम विधानसभा में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया कि जुबिन की मौत ‘साफ और सीधी हत्या’ का मामला है. सीएम के इस कथन ने जांच की दिशा बदल दी है और मामले में हत्या की धाराएं जोड़ दी गई हैं. चूंकि जुबिन गर्ग की मौत भारत से बाहर सिंगापुर में हुई थी, इसलिए मामले की जांच और मुकदमे को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय जांच एजेंसियों को कानूनी रूप से केंद्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी लेनी पड़ी है.
पुलिस के सामने पहली चुनौती
असम पुलिस की विशेष जांच दल एसआईटी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वे दिसंबर 10 तक इस हत्याकांड में एक ‘वाटरटाइट चार्जशीट’ दाखिल करेंगे। सीएम ने कहा है कि चार्जशीट में हत्या का मकसद ऐसा होगा जो राज्य के लोगों को झकझोर कर रख देगा। जांच एजेंसियों का अगला कदम हत्या के मकसद को साबित करना होगा, जिसमें जुबिन की संपत्ति और पैसे का लेनदेन साजिश शामिल तो नहीं है. यह भी कहा गया है कि उन्हें जानबूझकर शराब पीने के लिए मजबूर किया गया था.
दिसंबर तक चार्जशीट दाखिल होंगी
चार्जशीट में कई धाराएं जोड़ी जा सकती हैं. जिसमें, लापरवाही, आपराधिक विश्वासघात और अन्य पहलू शामिल किए जाएंगे. साथ ही अब इस केस में असम सरकार ने गौहाटी उच्च न्यायालय से मामले की तेज सुनवाई के लिए एक फास्ट-ट्रैक कोर्ट स्थापित करने का अनुरोध किया है।
सिंगापुर से दिल्ली तक अब तक की कार्रवाई
1- 19 सितंबर को जुबिन गर्ग की मौत. सिंगापुर अधिकारी ने मौत पर क्या कहा- जुबिन गर्ग की मौत का कारण शुरुआत में ‘पानी में डूबना’ बताया गया.
2- 20 सिंतबर को गुवाहटी में बीएनएस की धारा 61, 105, 106 के तहत एफआईआर दर्ज हुई, प्राथमिक जांच में हत्या का संदेह होने पर बीएनएस की धारा 103 जोड़ी गई.
3- इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें श्यामकानु महंत और सिद्धार्थ शर्मा शामिल हैं. 252 गवाहों से पूछताछ की गई और 29 लोगों की सामान जब्त किए गए.
4- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मामले को भारत से बाहर हुए अपराध के बावजूद भारत में चलाने के लिए बीएनएस की धारा 208 के तहत आवश्यक मंजूरी प्रदान की.
5-गौहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अगुवाई में एक सदस्यीय जांच आयोग गर्ग की मौत के आस-पास की परिस्थितियों की स्वतंत्र जांच कर रहा है. साक्ष्य प्रस्तुत करने की समय सीमा अब 12 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है.
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को विधानसभा में इस बात पर जोर दिया कि पुलिस पहले दिन से ही संदिग्ध थी कि यह कोई हादसा नहीं है. इसलिए हत्या की धारा जल्दी जोड़ी गई ताकि आरोपी जमानत पर बाहर न आ सकें. पूरा राज्य अब दिसंबर में चार्जशीट का इंतजार कर रहा है, जिसमें गायक जुबिन गर्ग की हत्या के पीछे का असली मकसद सामने आएगा.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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Location :
Guwahati,Kamrup Metropolitan,Assam
First Published :
November 25, 2025, 15:13 IST

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