Maria Corina Machado: नोबेल पीस प्राइज जीतने वाली वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को लेकर कहा जा रहा है कि वो सम्मान समारोह में शामिल नहीं होंगी. हालांकि उनकी जगह पर उनकी बेटी यह अवॉर्ड लेने जाएंगी. नॉर्वेजियन नोबेल संस्थान का हवाला देते हुए प्रसारक एनआरके ने यह जानकारी दी है. नोबेल पीस प्राइज सम्मान समारोह बुधवार को ओस्लो में आयोजित होना है.
नॉर्वे की नोबेल समिति ने उन्हें ओस्लो में राजा हेराल्ड, रानी सोन्या और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई और इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ समेत लैटिन अमेरिकी नेताओं की उपस्थिति में पुरस्कार ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया था. हालांकि 58 वर्षीय मचाडो पर वेनेजुएला के अधिकारियों के जरिए दस साल से यात्रा प्रतिबंध लगा हुआ है और वह एक साल से ज्यादा समय से छिपकर रह रही हैं. उनके ठिकाने का तत्काल पता नहीं चल पाया है.
मारिया मचाडो इस समय वेनेजुएला में इसलिए छिपकर रह रही हैं, क्योंकि वह राष्ट्रपति निकोलास मादुरो की तानाशाही जैसी सत्ता के खिलाफ आंदोलन चला रही हैं. अगर वह देश से बाहर जातीं, तो वापसी पर उन्हें एंट्री न मिलने का खतरा था. यानी वह जबरन निर्वासन में चली जातीं.
क्यों मिला पुरस्कार?
मारिया मचाडो को नोबेल शांति पुरस्कार इसलिए दिया गया है क्योंकि उन्होंने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष किया और देश को तानाशाही से निकालकर लोकतंत्र की ओर शांतिपूर्ण बदलाव लाने की कोशिश की.
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