Last Updated:July 04, 2025, 23:13 IST
Britain F35B in India: ब्रिटेन का एफ-35बी स्टील्थ फाइटर जेट अब खुद उड़कर नहीं बल्कि डिस्मेंटल होने के बाद पैक होकर वापस ब्रिटेन लौटेगा, जहां इसे ठीक किया जाएगा. बड़ा सवाल यह है कि क्या 5वीं जनरेशन के इस विम...और पढ़ें

14 जून से ब्रिटेन का एफ-35बी जेट भारत में खड़ा है. (News18)
हाइलाइट्स
ब्रिटेन का एफ-35बी फाइटर जेट 14 जून को तिरुवनंतपुरम में लैंड हुआ था.इसे 20 दिन बाद भी ठीक नहीं किया जा सका, अब यह डिस्मेंटल होकर वापस जाएगा.ब्रिटेन सरकार ने मदद देने के लिए भारत को धन्यवाद कहा है.Britain F35B in India: अमेरिका का 5वीं पीढ़ी का एफ-35बी फाइटर जेट पिछले करीब 20 दिनों से तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खड़ा है. यह स्टील्थ विमान इतना अधुनिक है कि हर देश इसे अपनी वायुसेना का हिस्सा बनाना चाहता है. हालांकि खबरों की मानें तो भारत की देसी रडार तकनीक के आगे यह अधुनिक जेट बोना साबित हुआ. रडार पर कभी ना पकड़ में आने वाला यह स्टील्थ जेट भारत की तीसरी आंख से बच नहीं पाया. भारत ने ना सिर्फ इसे ट्रैक कर लिया बल्कि इसे तिरुवनंतपुरम में ग्राउंड पर उतरवा भी दिया. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारत ने एफ-35 बी विमान के रेडार को लॉक कर दिया था. ऐसे में इस विमान के पास जमीन पर उतरने के अलावा कोई और विकल्प बचा ही नहीं था.
क्या भारतीय रडार ने किया एफ-35बी को लॉक
मिलिट्री की भाषा में रडार सिस्टम लॉक का मतलब है कि एक रडार सिस्टम किसी लक्ष्य, जैसे विमान, ड्रोन या मिसाइल को ट्रैक करके उसकी सटीक स्थिति, स्पीड और दिशा की निरंतर निगरानी करता रहे. यह प्रक्रिया तब होती है जब रडार की तरंगें लक्ष्य से टकराकर वापस आती है. जिसके बाद सिस्टम इसका आकलन करता है. लॉक करने के लिए रडार ट्रैकिंग मोड में स्विच करता है, जिसमें यह लक्ष्य को लगातार फॉलो करता है, भले ही वह किसी भी गति से किसी भी या दिशा में मूव करता जाए.
दो प्रकार का होता है रडार लॉक
एक्सपर्ट्स की मानें तो डार लॉक दो प्रकार के होते हैं. पहला सॉफ्ट लॉक, जहां रडार केवल लक्ष्य को ट्रैक करता है और उसके बारे में जानकारी जुटाता रहता है. दूसरा हार्ड लॉक, जहां रडार मिसाइल सिस्टम को लक्ष्य पर निशाना साधने के लिए डेटा देता है. हार्ड लॉक आमतौर पर युद्ध की स्थिति में होता है. आधुनिक रडार जैसे भारत का ‘अश्विन’ या रूस का S-400 स्टील्थ तकनीक को भी कुछ हद तक पकड़ सकते हैं. लॉक होने पर पायलट को चेतावनी मिल जाती है.
ब्रिटेन का क्या है आधिकारिक स्टैंड?
इस पूरे प्रकरण पर ब्रिटेन की आर्मी का कहना है कि उन्होंने खुद भारत से इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी थी. जांच के दौरान पता चला कि विमान में समस्या काफी बड़ी है. जिसे तिरुवनंतपुरम में रहते हुए ठीक नहीं किया जा सकता. लिहाजा इसे डिस्मेंटल कर एक बड़े जहाज में वापस लेकर जाया जाएगा. हालांकि एक सच यह भी है कि भारत ने प्लेन को हैंगर में ले जाने का विकल्प दिया, ताकि भारत में ही इसी ठीक किया जा सके. ब्रिटेन की तरफ से इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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