Last Updated:March 18, 2025, 10:14 IST
Raisina Dialogue News: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन अभी भारत आए हैं. उन्होंने अपने देश के भविष्य के लिए आशावादी दृष्टिकोण साझा किया है. साथ ही वैश्विक सहयोग और विकास के अपार अवसरों पर भी जोर दिया...और पढ़ें

न्यूजीलैंड पीएम क्रिस्टोफर लक्सन ने भारत को करीबी दोस्त बताया
हाइलाइट्स
पीएम लक्सन ने भारत को करीबी दोस्त बताया.भारत-न्यूजीलैंड सहयोग के कई क्षेत्र हैं.लक्सन ने भारत की गरीबी उन्मूलन की सराहना की.न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने रायसीना डायलॉग के बैनर तले फर्स्टपोस्ट के आइडियाज पॉड में एडिटर पत्रकार पल्की शर्मा से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने भारत को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. उन्होंने भारत को दुनिया की एक बड़ी ताकत बताते हुए कहा कि भारत और न्यूजीलैंड को बेहद करीबी दोस्त होना चाहिए. न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने अपने देश के भविष्य को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण साझा किया. उन्होंने वैश्विक सहयोग के महत्व और विकास के मौजूदा बड़े अवसरों पर जोर दिया. विदेश मंत्रालय की साझी भागीदारी में ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) की ओर से आयोजित सालाना रायसीना डायलॉग के तहत फर्स्टपोस्ट के आइडियाज पॉड को दिए एक विशेष इंटरव्यू में लक्सन ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की न्यूजीलैंड की क्षमता पर प्रकाश डाला. साथ ही इस भागीदारी से होने वाले पारस्परिक लाभों पर भी जोर दिया.
पीएम लक्सन ने भारत की 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालने की उल्लेखनीय उपलब्धि का जिक्र किया. न्यूजीलैंड के पीएम लक्सन ने कहा भारत और दुनिया के लिए अहम संदेश दिया. उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया में अवसरों की कमी नहीं है. हम सौभाग्यशाली हैं कि भारत ने 250 मिलियन (25 करोड़) लोगों को गरीबी से बाहर निकाला. डिजिटल क्रांति ने सब कुछ बदल दिया है. दुनिया अब आर्थिक शक्ति से सुरक्षा की ओर बढ़ रही है. हर देश को अपनी राह चुनने की स्वतंत्रता होनी चाहिए.’
पीएम लक्सन का भारत से पुराना नाता
भारत के साथ पीएम लक्सन का व्यक्तिगत जुड़ाव बहुत गहरा है. उन्होंने अपने युवा वर्ष यहां बिताए हैं. इस दौरान उन्होंने देश के लिए गहरा सम्मान विकसित किया है. लक्सन ने कहा, ‘भारत बिजनेस के लिए महत्वपूर्ण है. लेकिन भारत से जो प्रतिभा उभरी है, वह सबसे अहम है. मैं भारत का बहुत सम्मान और प्रशंसा करता हूं. भारत और न्यूजीलैंड को वास्तव में करीबी दोस्त होना चाहिए.’ उन्होंने रिटायरमेंट के बाद भारत के छह महीने के दौरे की योजना की बात कही, जो राष्ट्र के प्रति उनके मजबूत स्नेह का प्रमाण है.
‘आई लव इंडिया’
उन्होंने कहा, ‘मैं भारत को अपने शुरुआती दिनों में अच्छी तरह से जान गया था. भारत व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है. लेकिन भारत से जो प्रतिभा निकल कर आई है, वह सबसे अहम है. मैं भारत का बहुत सम्मान और प्रशंसा करता हूं. भारत और न्यूजीलैंड को वास्तव में करीबी दोस्त होना चाहिए. मैं भारत से प्यार करता हूं. आई लव इंडिया. रिटायर होने के बाद मैंने अपनी पत्नी के साथ भारत के 6 महीने के दौरे पर चर्चा की है.’
भारत और न्यूजीलैंड के बीच क्या-क्या होगा
लक्सन ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार की. लक्सन ने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड अंतरिक्ष, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘न्यूजीलैंड के पास एक मजबूत टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम है. हम भारत के साथ मिलकर पवन और सौर ऊर्जा के माध्यम से हरित ऊर्जा में बदलाव ला सकते हैं.’
रायसीना डायलॉग में आए हैं लक्सन
लक्सन द्विपक्षीय बैठकों के लिए और दुनिया के भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक पहलुओं पर चर्चा करने के लिए रायसीना डायलॉग में भाग लेने के लिए नई दिल्ली में हैं. अपने भारत दौरे के हिस्से के रूप में लक्सन भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में भी बैठकें करेंगे. इस दौरे पर लक्सन का फोकस भारत सरकार के साथ संबंधों को गहरा करने पर रहा है. उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंध सिर्फ कूटनीति के बारे में नहीं हैं. दोनों देशों को अपने लोगों के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने के लिए और अधिक मेहनत करनी चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा, ‘हमें लोगों से लोगों के बीच संबंध बढ़ाने के लिए और भी अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है.’
भारत का पड़ोस और क्या न्यूजीलैंड साझेदारी के लिए तैयार है?
लक्सन ने कहा, ‘न्यूजीलैंड एक अलग माहौल में है, लेकिन हम संप्रभुता के लिए दृढ़ता से खड़े हैं. हम भले ही एक छोटा देश हों लेकिन हम भागीदारी करते हैं. हमने अपने क्षेत्र में, खासकर ऑस्ट्रेलिया में सैन्य जहाजों को आते देखा है. इसलिए हम भागीदारी करना चाहते हैं और हमारे पास 15 साल की रक्षा योजना है.’
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में न्यूजीलैंड की भूमिका के विषय पर प्रधानमंत्री लक्सन ने एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और दक्षिण अमेरिका के बीच एक सेतु के रूप में देश की रणनीतिक स्थिति पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘हमारी अर्थव्यवस्था भले ही छोटी हो लेकिन हमारे पास दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है. न्यूजीलैंड एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया से लेकर दक्षिण अमेरिका तक एक बेहतरीन सेतु है. हम अंतरिक्ष, नवीकरणीय ऊर्जा, AI में योगदान करते हैं.’
रायसीना जैसा मंच चाहते हैं लक्सन
न्यूजीलैंड में नवाचार और विचारों के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने की क्षमता के बारे में पूछे जाने पर लक्सन उत्साहित थे. क्या न्यूजीलैंड के लिए विचारों और भविष्य के केंद्र बनने का समय आ गया है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड में रायसीना जैसा आयोजन हो तो बहुत अच्छा होगा. हमारे पास देने के लिए बहुत कुछ है.
दरअसल, भू-राजनीतिक स्थिति तेजी से बदल रही है. चीन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तेजी से मुखर होता जा रहा है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लंबे समय से स्थापित विश्व व्यवस्था को फिर से स्थापित करने के लिए रीसेट बटन दबा रहे हैं. ऐसे में न्यूजीलैंड वैश्विक मंच पर अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहा है. हाल ही में, न्यूजीलैंड के पास चीन के नौसैनिक अभ्यासों ने न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए सुरक्षा संबंधी चिंता पैदा कर दी है. दोनों देशों ने चीन द्वारा अपने नौसैनिक अभ्यास आयोजित करने के तरीके पर निराशा व्यक्त की है. इस पृष्ठभूमि में, एक मजबूत, अधिक प्रभावशाली देश के लिए लक्सन का दृष्टिकोण भारत के साथ अच्छी तरह से प्रतिध्वनित होने की संभावना है. जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ एक आशाजनक भविष्य के विकास और सहयोग को देखता है.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
March 18, 2025, 10:09 IST