Last Updated:July 14, 2025, 17:30 IST
Sofia Firdous: सोफिया फिरदौस कांग्रेस की फायर ब्रांड नेता के तौर पर उभर रही हैं. कटक से विधायक सोफिया ओडिशा की पहली मुस्लिम महिला विधायक है. ऐसा कर उन्होंने इतिहास रच दिया. इस वक्त ओडिशा की राजनीति में उनके क...और पढ़ें

सोफिया ओडिशा से विधायक हैं. (News18)
हाइलाइट्स
सोफिया फिरदौस ओडिशा में कांग्रेस की फायर ब्रांड नेता हैं.सोफिया ओडिशा की पहली मुस्लिम महिला विधायक हैं.सोफिया ने IIM बेंगलोर से पढ़ाई करने के बाद राजनीति ज्वाइन की.नई दिल्ली. ओडिशा की राजनीति में इन दिनों कांग्रेस की युवा फायर-ब्रांड नेता सोफिया फिरदौस के चर्चे हैं. हाल ही में वो बेबाकी से राहुल गांधी के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रहे दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ती दिखी. उन्होंने बीजेपी आईटी सेल के खिलाफ ओडिशा में एक एफआईआर भी दर्ज कराई. मन में यह सवाल उठना लामी है कि आखिरी यह सोफिया फिरदौस कौन हैं, जिनके इस वक्त ओडिशा की राजनीति में इतने चर्चे हो रहे हैं. चलिए हम आपकेा उनके बारे में बताते हैं. सोफिया ओडिशा की उभरती हुई कांग्रेस नेता हैं और राज्य की पहली मुस्लिम महिला विधायक भी हैं. पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने जीत दर्ज कर दी.
IIM बैंगलोर से पढ़ाई कर चुकी सोफिया
सोफिया ओडिशा की बाराबती-कटक सीट से विधायक हैं. 32 वर्षीय सोफिया वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद मोकिम की बेटी हैं, जिन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में अयोग्य घोषित किया गया था. इसके बाद कांग्रेस ने सोफिया को मैदान में उतारा और उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार को 8,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराकर अपनी राजनीतिक क्षमता साबित की. सोफिया की शैक्षिक योग्यता उनकी नेतृत्व क्षमता को और मजबूत करती है. उन्होंने भुवनेश्वर के KIIT विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की. बाद वो IIM बैंगलोर से उन्होंने पढ़ाई की.
परिवार का बड़ा रसूख
इतनी पढ़ाई करने के बाद राजनीति में आने वाली सोफिया फिरदौस का परिवार रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़ा है. सोफिया पारिवारिक बिजनेस मेट्रो बिल्डर्स में निदेशक के रूप में कार्यरत थीं. इसके साथ ही, वे CREDAI की भुवनेश्वर शाखा की अध्यक्ष और IGBC की स्थानीय इकाई की सह-अध्यक्ष रह चुकी हैं. उनकी पेशेवर पृष्ठभूमि ने उन्हें सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर गहरी समझ दी है. सोफिया ने अपनी जीत को कटक की जनता के विश्वास का परिणाम बताया और खुद को “कटक की बेटी” के रूप में प्रस्तुत किया.
‘कटक की बेटी, कटक की बहू’
ओडिशा विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान जब सोफिया लोगों के बीच वोट मांगने पहुंची तो उनकी टैगलाइन थी “कटक की बेटी, कटक की बहू”. लोगों ने इसे खूब पसंद किया. यही वजह है कि हर वर्ग से उन्हें भर-भरकर वोट मिले. वे पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और कटक को हरित शहर बनाने जैसे मुद्दों पर जोर देती हैं. सोफिया लगातार राज्य में सत्ताधारी बीजेपी के प्रति हमलावर रहती हैं. यही वजह है कि राज्य में उनकी छवि एक तेज तर्रार नेता की है.
उद्योपति से किया निकाह
सोफिया का निकाह ओडिशा के उद्यमी शेख मेराज उल हक से हुई है. सोफिया अपनी जीत को महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए प्रेरणा मानती हैं. वो अपने राजनीतिक करियर में खुद को ओडिशा की पहली महिला मुख्यमंत्री नंदिनी सत्पथी से प्रेरित मानती है. वो 1972 में बाराबती-कटक सीट जीती थी. सोफिया की सक्रियता, जन-केंद्रित दृष्टिकोण और युवा ऊर्जा उन्हें कांग्रेस का एक मजबूत चेहरा बनाती हैं.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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