MBBS के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, 6 महीने विदेश में अकेली फंसी रही बच्ची

3 hours ago

Last Updated:October 24, 2025, 15:53 IST

Education Fraud: पढ़ाई या नौकरी के लिए विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करना बहुत आम हो गया है. हाल ही में गाजियाबाद के एक परिवार ने ऐसे ही मामले की शिकायत दर्ज करवाई है.

MBBS के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, 6 महीने विदेश में अकेली फंसी रही बच्चीEducation Fraud: इस परिवार ने फ्रॉड में फंसकर कई लाख गंवा दिए

नई दिल्ली (Education Fraud). कई भारतीय माता-पिता की तरह ग्रेटर नोएडा में रहने वाले ललित शर्मा ने भी अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने का सपना देखा था. उन्हें लगा कि उनकी बेटी विदेश के टॉप मेडिकल कॉलेज से MBBS की डिग्री लेकर लौटेगी और परिवार का नाम रोशन करेगी. लेकिन उनका यह सपना बड़े धोखे में बदल गया. ललित शर्मा और उनकी बेटी के साथ करीब 17.50 लाख रुपये का फ्रॉड किया गया. गाजियाबाद के एक जालसाज ने बेटी को स्पेन की यूनिवर्सिटी में MBBS कोर्स दिलाने का झांसा देकर उन्हें फंसा लिया.

ललित शर्मा ने जालसाज के कहने पर बेटी को स्पेन भेजा दिया. वहां पहुंचकर पता चला कि जिस कोर्स में दाखिला लिया गया है, वह असल में एमबीबीएस है ही नहीं! यह कहानी सिर्फ पैसे के नुकसान की नहीं, बल्कि छात्रा के करियर और परिवार के विश्वास के टूटने की है, जिसने अपने भविष्य के लिए इतनी बड़ी कीमत चुकाई. अगर आप भी किसी एजेंट के जरिए विदेश में पढ़ाई का सपना देख रहे हैं तो थोड़ा चौकन्ना रहने की जरूरत है. इससे फ्रॉड से बच जाएंगे.

विदेशी शिक्षा की चकाचौंध में फंसी छात्रा

ग्रेटर नोएडा की इस छात्रा को विदेश में मेडिकल कोर्स कराने के बहाने 17.50 लाख रुपये का चूना लगाया गया. परिवार ने बेटी को Barcelona भेजा था लेकिन वहां 6 महीनों तक फंसे रहने के बाद स्थिति स्पष्ट हुई कि उसे कहीं एमबीबीएस कोर्स में दाखिला नहीं मिला. स्पेन में रहने-खाने का खर्च भी उसे खुद ही उठाना पड़ा. मामला तब सामने आया जब ठगी का अहसास होने पर शिकायत दर्ज कराई गई. परिवार ने इस सिलसिले में पुलिस शिकायत दर्ज कराई है और एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई जारी है.

मेडिकल कॉलेज में एडमिशन का झांसा

ग्रेटर नोएडा की डिवाइन ग्रेस सोसायटी, सेक्टर-1 में रहने वाली छात्रा और उसके परिवार को साल 2023 में भरोसा दिलाया गया कि उसे स्पेन के बार्सिलोना में एमबीबीएस में दाखिला मिलेगा. इस प्रक्रिया में परिवार ने 17.50 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा कराए. इनमें से 8.75 लाख रुपये पोलैंड स्थित बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए. वीजा मिलने के बाद 17 मार्च 2024 को छात्रा Barcelona पहुंच गई. वहां पता चला कि उसे असल में एडमिशन मिला ही नहीं था, हॉस्टल व्यवस्था भी बंकरनुमा डॉरमेट्री में थी.

बंद हो गया कौशांबी वाला ऑफिस

6 महीने तक स्पेन में रहने और खाने-पीने का खर्च भी परिवार को उठाना पड़ा. इस तरह से उन्होंने फर्जी एडमिशन पर 28 लाख रुपये से ज्यादा खर्च कर दिए. एजेंसी का ऑफिस कौशांबी स्थित एंजेल मॉल में था. परिवार के दोबारा संपर्क करने तक वह बंद हो चुका था और आरोपी फरार थे. पुलिस की छानबीन में पाया गया कि यह एक गिरोह था, जिसने इसके पहले भी कई छात्रों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की थी. Trans Hindon Zone Police के डीसीपी Nimish Patil ने बताया कि इस गिरोह के खिलाफ पहले से केस दर्ज है.

Deepali Porwal

With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें

With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...

और पढ़ें

First Published :

October 24, 2025, 15:53 IST

homecareer

MBBS के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, 6 महीने विदेश में अकेली फंसी रही बच्ची

Read Full Article at Source