Last Updated:October 20, 2025, 07:29 IST
Ayodhya Deepotsav: देशभर में आज यानी सोमवार 20 अक्टूबर 2025 को दिवाली का महापर्व मनाया जा रहा है. रामनगरी अयोध्या में दीपावली की पूर्व संध्या पर भव्य और दिव्य माहौल बन गया, जब पवित्र सरयू का तट 26 लाख से भी ज्यादा दीयों से जगमगा उठा. दो हजार से ज्यादा लोगों ने साथ मिलकर आरती की. अयोध्या के नाम दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हुआ है.

प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या एक बार फिर विश्व पटल पर जगमगा उठी है. दीपोत्सव 2025 के अवसर पर सरयू घाट पर आस्था और आलोक का ऐसा संगम देखने को मिला, जिसने इतिहास के पन्नों में नया अध्याय जोड़ दिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान बनाए गए दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रमाणपत्र प्राप्त किए. (फोटो: PTI)

एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा दीप जलाने और 26 लाख 17 हजार 215 तेल के दीयों के भव्य प्रदर्शन के लिए अयोध्या का नाम फिर से विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो गया. दीपोत्सव 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि यह आस्था, तकनीक और भारतीय संस्कृति का सजीव प्रदर्शन था. (फोटो: PTI)

अयोध्या में इस अद्भुत आयोजन की तैयारियां कई महीनों से चल रही थीं. हजारों कर्मचारी और वालंटियर्स ने दिन-रात मेहनत कर सरयू घाट को जगमग बनाने की योजना को साकार किया. दीपोत्सव 2025 ने यह साबित कर दिया कि जब श्रद्धा, अनुशासन और प्रशासनिक समन्वय एक साथ चलते हैं तो असंभव भी संभव हो जाता है. (फोटो: PTI)

शनिवार 19 अक्टूबर को जैसे ही सूर्य अस्त हुआ, सरयू नदी का किनारा दीपों की रोशनी से ऐसा जगमगा उठा जैसे धरती पर स्वर्ग उतर आया हो. घाट की सीढ़ियों, राम की पैड़ी और तटों पर लाखों दीप एक साथ प्रज्वलित हुए तो हर दिशा से 'जय श्रीराम' के उद्घोष गूंज उठे. दीपों की सुनहरी रोशनी सरयू के जल में प्रतिबिंबित होकर अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रही थी. (फोटो: PTI)

भव्य आयोजन को देखने के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी पर्यटक पहुंचे. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने मौके पर पहुंचकर इस आयोजन को प्रत्यक्ष रूप से देखा और इसकी औपचारिक पुष्टि की. टीम ने बताया कि अयोध्या ने एक साथ 26 लाख 17 हजार 215 दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है. यह आयोजन किसी भी धार्मिक स्थल पर आयोजित सबसे बड़े दीपोत्सवों में से एक बन गया है. यह अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड है. (फोटो: PTI)

दूसरा गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड आरती के नाम पर बना है. दरअसल, 2128 लोगों ने एक साथ आरती किया. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के एक साथ आरती करने का यह पहला मामला है. (फोटो: PTI)

अयोध्या के हर कोने को दीपों, फूलों और रंगोलियों से सजाया गया था. चौक, चौराहे और मंदिर भव्य प्रकाश सज्जा से चमक रहे थे. रामनगरी का यह दृश्य मानो त्रेता युग की याद दिला रहा था, जब 14 वर्ष के वनवास और रावण वध के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अयोध्या लौटे थे. एक बार फिर वही उल्लास, वही उमंग और वही दिव्यता पूरे नगर में व्याप्त थी हर अयोध्यावासी अपने आराध्य के नाम का जयकारा लगा रहा था और आकाश 'जय श्रीराम' की गूंज से भर उठा था. (फोटो: PTI)
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First Published :
October 20, 2025, 07:29 IST