कोलकाता. आरजी कर हत्याकांड के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है. उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल सरकार उनकी मांगों को पूरा करने में विफल रही. डॉक्टरों ने शुक्रवार को धर्मतला के दोरिना क्रॉसिंग पर धरना शुरू किया और राज्य सरकार को उनकी मांगें पूरी करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया.
एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, “राज्य सरकार ने समय सीमा का पालन नहीं किया है, इसलिए हम अपनी मांगें पूरी होने तक अनशन शुरू कर रहे हैं. पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हमने मंच पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जहां हमारे साथी अनशन करेंगे. हम वादे के मुताबिक ड्यूटी पर लौटेंगे, लेकिन कुछ खाएंगे नहीं.” उन्होंने आगे कहा, “फिलहाल, छह जूनियर डॉक्टर अनशन शुरू करेंगे.”
संदीप घोष घोष व सस्पेंड पुलिस अधिकारी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
एक दिन पहले ही 4 अक्टूबर को कोलकाता की एक अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और सस्पेंड पुलिस अधिकारी अभिजीत मंडल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. सीबीआई की विशेष अदालत ने अस्पताल के एक अन्य डॉक्टर आशीष पांडे को तीन दिन यानी सात अक्टूबर तक केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में भेज दिया है.
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने अदालत के समक्ष दावा किया कि घोष ने महिला डॉक्टर की मौत को आत्महत्या का मामला बताकर जांचकर्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की. एजेंसी ने भी दावा किया कि पुलिसकर्मी ने घोष को ‘सबूतों से छेड़छाड़’ करने और गवाहों को प्रभावित करने में मदद की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने दोनों के मोबाइल फोन के फोरेंसिक परीक्षणों के निष्कर्षों का हवाला देते हुए अदालत से मामले में आगे पूछताछ के लिए उनकी हिरासत की मांग की. एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने यह भी दावा किया है कि पांडे आरजी कर अस्पताल में कथित तौर पर ‘देह व्यापार’ चलाता था.
Tags: Mamata banerjee, West bengal
FIRST PUBLISHED :
October 5, 2024, 22:12 IST