Last Updated:December 03, 2025, 13:54 IST
CM Omar Abdullah On SIR: चुनाव आयोग वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने के लिए इन दिनों कई राज्यों में स्पेशल इंटेसिव रिवीजन यानी SIR चला रहा है. इसके जरिये मतदाता सूची को अपग्रेड किया जा रहा है. बिहार में भी विधानसभा चुनाव से पहले यह अभियान चलाया गया था. अब पश्चिम बंगाल में इसको लेकर जबदरस्त विरोध हो रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुले तौर पर मोर्चा खोल रखा है. अब जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने SIR पर बड़ी बात कही है.
CM Omar Abdullah On SIR: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने SIR और EVM पर बड़ी बात कही है.CM Omar Abdullah On SIR: वैसे तो विपक्षी इंडिया गठबंधन की एकता की पोल कई मौकों पर खुलती रही है, पर अब चुनाव आयोग की ओर से वोटर लिस्ट को अपग्रेड करने के लिए चलाए जाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर अपोजीशन दो फाड़ हो गई है. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला SIR के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने कहा कि SIR कोई खतरनाक चीज नहीं है. साथ ही कहा कि इसका विरोध करने वालों को चुनाव आयोग को समझाना चाहिए. जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर भी बेबाक राय रखी है. उन्होंने कहा कि मशीन के जरिये चोरी नहीं की जा सकती है. मतलब यह कि ईवीएम से वोट चोरी नहीं हो सकती है. दिलचस्प बात यह है कि वोट चोरी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से आक्रामक है. यह वही पार्टी है जो जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला सरकार का समर्थन करती है.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने SIR और ईवीएम पर अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा, ‘ चुनाव साफ -सुथरे हों और किसी को शिकायत न हो. चुनाव आयोग को देखना चाहिए कि अगर कुछ पार्टी सवाल उठा रहे हैं तो उन्हें समझाए की SIR खतरनाक चीज नहीं है. मैं आज भी नहीं मानता की MACHINE के जरीए चोरी की जा सकती है. हां लेकिन चुनाव को मैनीपुलेट जरूर किया जा सकता है.’ बता दें कि SIR को लेकर बिहार में पहले राजद और कांग्रेस हमलावर थी. राहुल गांधी की अगुआई में वोटर अधिकार यात्रा भी निकाली गई थी. उसके बाद अब पश्चिम बंगाल में गदर मचा हुआ है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार SIR का विरोध कर रही हैं.
कॉलेज में दाखिले पर क्या बोले?
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को साफ कहा कि श्री माता वैष्णोदेवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस (SMVDIME) में दाखिले केवल मेरिट के आधार पर होंगे. उन्होंने कहा कि संविधान के तहत सीटों को धर्म के आधार पर बांटना संभव नहीं है. उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज खोलते समय ही यह तय था कि दाखिले नीट (NEET) परीक्षा के आधार पर होंगे. सीएम ने कहा, ‘नीट का एक ही आधार है- मेरिट. धर्म के आधार पर किसी को सीट देना या रोकना न कानून में संभव है, न संविधान में.’ मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अब नीट के आधार पर दाखिला लेने वाले कुछ छात्रों को उनके धर्म की वजह से परेशान किया जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में धर्म के आधार पर अलग व्यवस्था की मांग करने वाले लोग नियमों के खिलाफ जा रहे हैं.
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बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
Location :
Jammu,Jammu and Kashmir
First Published :
December 03, 2025, 13:48 IST

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