Louvre Museum Heist: पिछले रविवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित विश्वप्रसिद्ध लूव्र म्यूजियम में हुई चोरी ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है. दिनदहाड़े हुई इस वारदात में 4 नकाबपोश चोरों ने महज सात मिनट में 8 ऐतिहासिक और बेशकीमती शाही कलाकृतियां चुराकर फरार हो गए. यह घटना संग्रहालय के खुलने के लगभग 40 मिनट बाद अपोलो गैलरी में हुई. फ्रांस के प्रमुख न्यूज चैनल BFMTV द्वारा साझा किए गए सुरक्षा फुटेज में एक संदिग्ध को एक उपकरण की मदद से कांच के डिस्प्ले केस को काटते हुए देखा गया, जबकि आसपास पर्यटक बेखबर घूमते नजर आ रहे हैं. एक अमेरिकी पर्यटक ने AFP को बताया कि यह घटना किसी हॉलीवुड फिल्म जैसी प्रतीत हो रही थी.
जानें चोरों ने क्या-क्या चुराया ?
फ्रांसीसी सांस्कृतिक मंत्रालय के अनुसार, चोरी की गई वस्तुओं में 19वीं शताब्दी की फ्रांसीसी रानियों मैरी-एमिली और हॉर्टेंस से जुड़ा एक नीलम मुकुट, हार और बाली शामिल हैं. इसके अलावा नेपोलियन बोनापार्ट की दूसरी पत्नी महारानी मैरी-लुईस का पन्ना हार और बालियां, एक अवशेष ब्रोच, महारानी यूजनी का मुकुट और उनका प्रसिद्ध कंचुकी-धनुष ब्रोच भी चोरी हो गया है.
चोरों ने वारदात को कैसे दिया अंजाम ?
जांच अधिकारियों के मुताबिक, 3 चोर मजदूरों के वेश में म्यूजियम में दाखिल हुए. उन्होंने सुरक्षा प्रणाली को चकमा दिया और एक फर्नीचर होइस्ट की मदद से ऊंची सुरक्षा वाली अपोलो गैलरी में पहुंचकर डकैती को अंजाम दिया. घटना के दौरान वहां मौजूद कर्मचारी और आगंतुक कुछ समझ पाते, उससे पहले ही लुटेरे फरार हो चुके थे. इस बीच, फ्रांस के गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने इसे एक अनुभवी और पेशेवर गिरोह की करतूत बताया है, जो संभवत विदेशी नागरिक हो सकते हैं. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि संग्रहालयों की सुरक्षा फ्रांस की एक कमजोर कड़ी बन चुकी है. फिलहाल पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं. जानकारी के अनुसार, चोरी किए गए गहनों की कुल कीमत कई मिलियन डॉलर आंकी जा रही है.
Les images du cambriolage du Louvre (document BFMTV) pic.twitter.com/FciPpaXTMA
— BFMTV (@BFMTV) October 19, 2025
लूव्र म्यूजियम में कई बार हो चुकी है चोरी
जानकारी के अनुसार, लुव्र म्यूजियम में चोरी का एक लंबा इतिहास रहा है. बता दें, सबसे मशहूर चोरी 1911 में हुई थी जब एक म्यूजियम के कर्मचारी ने लियोनार्डो दा विंची (Leonardo da Vinci) की मोनालिसा को चुरा लिया था ये पेंटिंग 2 साल बाद फ्लोरेंस में बरामद हुई थी.