Last Updated:November 28, 2025, 17:56 IST
Bengal Politics: टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने विवादित बयान दिया है. बीजेपी द्वारा जारी वीडियो में कबीर बाबरी मस्जिद बनने की घोषणा और 100 के बदले 500 जैसी धमकी दे रहे हैं. यह न सिर्फ कानून व्यवस्था को चुनौती देता है बल्कि पहचान आधारित ध्रुवीकरण को भी हवा देता है. यह बयान बताता है कि वोट बैंक की राजनीति कैसे धार्मिक उकसावे और जनसंख्या प्रतिशत की भाषा में बदलती जा रही है, जो लोकतंत्र के लिए गंभीर चेतावनी है.
ममता बनर्जी के विधायक ने विवादित बयान दिया. नई दिल्ली. तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक हुमायूं कबीर ने पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद बनाने की घोषणा करके और भड़काऊ बयान देकर एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है. बीजेपी की तरफ से जारी किए गए वायरल वीडियो के अनुसार कबीर ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि जो कोई भी उन्हें रोकने की कोशिश करेगा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने जनसंख्या के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, “अब मुसलमान 37% हैं… जब तक बाबरी मस्जिद पूरी तरह से हमारे पास नहीं होगी तब तक हम 40% होंगे. जो कोई हमें रोकने की कोशिश करेगा, याद रखना हम शहीद हो जायेंगे, लेकिन अगर हममें से 100 लोग जाएंगे, तो हम अपने साथ 500 ले जाएंगे.”
विधायक हुमायूं कबीर ने विशेष रूप से मुर्शिदाबाद का जिक्र करते हुए कहा कि यहां मुसलमान 70% हैं. साथ ही चेतावनी दी कि जो कोई भी हमारे खिलाफ होगा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. बंगाल बीजेपी ने इस वीडियो को जारी करते हुए टीएमसी विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस बयान पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए, बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने दावा किया कि कबीर के साथ कोई स्थानीय मुसलमान नहीं है और उन्होंने बाबरी मस्जिद के लिए जमीन देने से मना कर दिया है. सिन्हा ने कबीर पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी रगों और धमनियों में बाबर का खून दौड़ रहा है इसलिए वह बाबर का नाम लेंगे.
.@AITCofficial MLA HUMAYUN Kabir’s chilling warning to Bengalis:
👉Now Muslims are 37%
👉By the time Babri Masjid is completely by us again, we will be 40%
👉Anyone who tries to stop us remember that we will be martyred. But if 100 of us go, WE WILL TAKE 500 with us.
बीजेपी ने साधा निशाना
बीजेपी की एक अन्य वरिष्ठ नेता रूपा गांगुली ने भी हुमायूं कबीर के बयान की कड़ी निंदा की. गांगुली ने विधायक पर समुदाय के आधार पर स्वयं को प्रतिशत में तोलने के लिए आलोचना की और इसे सही नहीं बताया. उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी भारतीय को पहले अपना आत्म-सम्मान करना सीखना चाहिए. उन्होंने मुगल साम्राज्य के नाम पर मस्जिद बनाने की इच्छा पर सवाल उठाया जबकि भारत में पहले से ही हजारों मस्जिदें मौजूद हैं. गांगुली ने कबीर के इस बयान को दुखद बताया कि वह अपने समुदाय को संख्या समझते हैं, इंसान नहीं समझते और कहा कि संख्या की यह राजनीति बहुत बुरी है.
चुनावी लाभ के लिए ओछी राजनीति
कबीर का यह बयान महज एक राजनीतिक बयानबाजी नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल की गहरी होती तुष्टिकरण की राजनीति का एक खतरनाक प्रतिरूप है. यह बयान धर्मनिरपेक्षता के बुनियादी सिद्धांतों को चुनौती देता है जहां एक विधायक सरेआम कानून और व्यवस्था को धता बताते हुए धमकी दे रहा है और धार्मिक आधार पर हिंसा भड़काने का संकेत दे रहा है. यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि कुछ राजनीतिक दल चुनावी लाभ के लिए पहचान की राजनीति को किस हद तक बढ़ावा दे रहे हैं, जहां बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक की गणना राष्ट्रीय एकता पर हावी हो रही है. कबीर का 100 के बदले 500 वाला बयान का उद्देश्य केवल एक समुदाय में भय और दूसरे में आत्मविश्वास भरना है.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
First Published :
November 28, 2025, 17:51 IST

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