Last Updated:June 09, 2025, 10:01 IST
Circle Rate in Ayodhya : राम जन्मभूमि पर मंदिर बनने के बाद करीब 8 साल में पहली बार अयोध्या में जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाए गए हैं. प्रशासन ने सीधे 200 फीसदी तक बढ़ोतरी कर दी है, जिससे प्रॉपर्टी की कीमतों में भ...और पढ़ें

अयोध्या में साल 2017 के बाद पहली बार सर्किल रेट बढ़ाए गए हैं.
हाइलाइट्स
अयोध्या में सर्किल रेट 8 साल बाद 200% बढ़ा.राम जन्मभूमि के पास प्रॉपर्टी की कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ीं.अयोध्या के पास नई टाउनशिप बनाने की तैयारी.नई दिल्ली. अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने के बाद 8 साल में पहली बार सर्किल रेट बढ़ाया गया है. यहां सर्किल रेट में एकसाथ 3 गुना की बढ़ोतरी की गई है. शहर के अलग-अलग इलाकों में जमीनों की कीमतों के हिसाब से सर्किल रेट भी बढ़ाया गया है. राम मंदिर बनने के बाद शहर में दूर-दराज से आकर भी लोग जमीन खरीद रहे हैं और यहां कई नामी होटल ने भी जमीनें खरीदी हैं.
अयोध्या विकास प्राधिकरण और राजस्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले साल राम मंदिर का उद्घाटन होने के बाद से शहर में जमीनों की डिमांड लगातार बढ़ रही है. डिमांड बढ़ने के साथ ही जमीनों की कीमतों में तगड़ा उछाल दिख रहा है. अब करीब 8 साल बाद यहां सर्किल रेट भी बढ़ाए गए हैं, जिसमें एकसाथ 200 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है. यह सर्किल रेट अलग-अलग इलाकों में भिन्न भी हो सकते हैं. सरकार ने नए सर्किल रेट को बीते शनिवार से ही लागू कर दिया है और सोमवार से होने वाली जमीनों की रजिस्ट्री नए रेट के आधार पर ही होगी.
पिछले साल ही शुरू हो गई थी प्रक्रिया
अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट निखिल फंडे ने भी सर्किल रेट में हुई बढ़ोतरी को कंफर्म किया. उन्होंने कहा कि सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव पिछले साल अगस्त में ही भेजा गया था. प्रशासन ने इस पर फीडबैक लेने के बाद ही बढ़ोतरी का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि कई इलाकों में लोगों ने हमारे प्रस्ताव से भी ज्यादा सर्किल रेट बढ़ाने की मांग की थी. हालांकि, आखिरी फैसला हमारी ओर से कराए गए सर्वे और बाजार कीमत के आधार पर ही लिया गया है.
क्या होता है सर्किल रेट
स्थानीय प्राधिकरणों की ओर से किसी शहर या क्षेत्र विशेष में जमीनों की कीमतें तय करने के लिए सर्किल रेट निर्धारित किया जाता है. यह जमीन की न्यूनतम कीमत होती है और इससे कम कीमत पर जमीनों की खरीद-फरोख्त नहीं हो सकती है. इसी रेट के आधार पर सरकार स्टांप ड्यूटी का भी कैलकुलेशन करती है और अगर किसी जमीन का अधिग्रहण करना पड़े तो उसकी कीमत भी सरकार इसी सर्किल रेट के आधर पर तय करती है.
हर साल अगस्त में बदलता है रेट
यूपी स्टांप एक्ट के 15वें संशोधन के अनुसार, हर जिले के कलेक्टर को हर साल अगस्त महीने में जमीन की कीमत को रिवाइस करने का निर्देश दिया गया है. यह बदलाव जमीन के इस्तेमाल, सिंचाई की उपलब्धता, सड़कों की पहुंच, बाजार, ट्रांसपोर्ट हब, फैक्ट्रीज, स्कूल, हॉस्पिटल, सरकारी कार्यालयों और जमीनों के शहर, कस्बे या गांव में स्थित होने के आधार पर किया जाता है.
54 जिलों में नहीं बदले गए रेट
अध्योध्या यूपी के उन 54 जिलों में शामिल है, जहां साल 2017 के बाद से सर्किल रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया. प्रदेश के 21 जिलों में साल 2023 में सर्किल रेट बदला गया था. अयोध्या के आसपास जिलों बाराबंकी, अंबेडकर नगर, गोण्डा, बस्ती और सुल्तानपुर में भी सर्किल रेट अपडेट किए जा चुके हैं. अब इतने लंबे समय बाद अयोध्या प्रशासन ने भी सर्किल रेट में बढ़ोतरी की है.
सबसे महंगी प्रॉपर्टी कहां पर
सर्किल रेट बढ़ने के बाद अयोध्या में कई जगह जमीन और प्रॉपर्टी की कीमतें भी काफी बढ़ चुकी हैं. कीमतों में सबसे ज्यादा उछाल राम जन्मभूमि के आसपास की जमीनों में आया है. यहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से ही जमीनों की कीमतें बढ़नी शुरू हो गई थी. तिहुरा मांझी गांव में रियल एस्टेट कंपनी अरबिंदम लोढ़ा और बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने जमीनें खरीदी हैं. 2017 में इस इलाके में खेतिहर जमीनों का सर्किल रेट 11 से 23 लाख रुपये था, जो अब बढ़कर 33 से 69 लाख रुपये हो चुका है.
इन इलाकों में भी बढ़े रेट
तिहुरा उपरहर में भी सर्किल रेट 2017 के 32 से 71 लाख रुपये से बढ़कर अब 42 से 95 लाख रुपये हो गया है. शहनवाजपुर माझा और भर्ता माझा में सर्किल रेट 75 लाख से 1.69 करोड़ रुपये से बढ़कर 98 लाख से लेकर 2.21 करोड़ रुपये प्रति हेक्टेअर हो गया है. गंजा गांव जहां एयरपोर्ट स्थित है, पुराना रेट 28 से 64 लाख रुपये प्रति हेक्टेअर था, जो अब 35 से 80 लाख रुपये हो गया है.
अयोध्या के पास बनेगी नई कॉलोनी
यूपी हाउसिंग एंड डेवलपमेंट बोर्ड यानी आवास विकास परिषद ने अयोध्या के करीब एक नई टाउनशिप बसाने की तैयारी कर ली है. यह टाउनशिप शहनवाजपुर माझा, भरथा माझा और तिहुरा माझा के पास करीब 1,800 एकड़ में बनाई जाएगी. इसके लिए सरकार ने 600 एकड़ जमीन का पहले ही अधिग्रहण कर लिया गया है. किसानों ने जमीनों की कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी पर असंतुष्टि जताई है, उनका कहना है कि जन्मभूमि के 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी गांवों में कम से कम 200 फीसदी का उछाल आना चाहिए.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi