Last Updated:March 17, 2025, 10:21 IST
Munger ASI Murder: एएसआई संतोष सिंह की चिता की आग तो शांत हो गई है, मगर मुंगेर मुफस्सिल थाना क्षेत्र का नंदलाल पुर गांव में बिखरे खून के निशां चीख-चीख कर यह बयां कर रहे हैं कि किस बेरहमी से अभियुक्तों ने एएसआई...और पढ़ें

मुंगेर के नंदलालपुर गांव में खून से लथपथ एएसआई संतोष सिंह को बेरहमी से घसीटा गया था. घटनाक्रम बताते हुए ग्रामीण सौरभ यादव.
हाइलाइट्स
मुंगेर में एएसआई संतोष सिंह की बेरहमी से हत्या की गई.मुंगेर पुलिस ने 8 अभियुक्तों को नामजद किया, 4 गिरफ्तार.SP सैयद इमरान मसूद ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया.मुंगेर. हमने एक मजबूत सिपाही खोया है घटना में शामिल दोषियों पर कई कार्रवाई होगी…मुंगेर जिले के आरक्षी अधीक्षक सैयद इमरान मसूद तब भावुक दिखे जब एसएसआई संतोष सिंह का शव मुंगेर पुलिस लाइन में लाया गया. अपने एक पुलिसकर्मी के बलिदान से वे बेहद आहत दिखे.एएसआई संतोष सिंह की चिता की आग शांत हो गई है पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र का नंदलालपुर गांव में बिखरे खून के निशान चीख-चीख कर अपराधियों की क्रूरता बयान कर रहे हैं कि किस बेरहमी से एएसआई की हत्या की गई थी.
मुंगेर में एसएसआई संतोष सिंह हत्याकांड का गवाह बना मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नंदलालपुर गांव न्यूज 18 की टीम पहुंची और पूरे घटनाक्रम के बारे में पड़ताल की.इस दौरान जो तथ्य निकलकर आए वह अपराधियों की हैवानियत की कहानी कहते हैं. एएसआई के घायल होने, खून से लथपथ हो जाने के बाद भी उनके साथ बेरहम व्यवहार किया गया था.
बता दें कि मुंगेर सीता कुंड मुख्यमार्ग के एलआईसी ऑफिस के पास बसा छोटा सा गांव नंदलालपुर है. एएसआई हत्याकांड मामले में मुंगेर पुलिस ने यहां के 8 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है.खास बात ये कि सभी अभियुक्त एक ही परिवार से ताल्लुक रखते हैं. जब न्यूज 18 की टीम इस गांव पहुंची तो पूरा गांव दहशत में था.कोई भी के बाहर नजर नहीं आ रहा था. इस गांव में अभियुक्त गुड्डू यादव का घर का आंगन में बिखरे खून के धब्बा साफ बता रहे थे कि किस प्रकार बेरहमी से अभियुक्तों ने एएसआई के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया. पड़ताल में यह जानकारी सामने आई कि एएसआई पर जब हमला किया गया तो वह खून से लथपथ होकर वहां गिर पड़े थे. इस दौरान ही अपराधियों ने उन्हें वहां से घसीटते हुए पड़ोस के दरवाजे पर जाकर फेंक दिया था. खून के निशान अभियुक्त के आंगन से लेकर पड़ोस के प्रदीप यादव के घर के बाहर तक फैले हुए थे.
अचानक हुए हमले के बादखून से लथपथ होकर गिर पड़े एएसआई संतोष सिंह को रणवीर यादव के आंगन में घसीटा गया था. इसके खून के निशान आज भी मौजूद हैं.
गांव सुनसान था और लोग दहशत में नजर आ रहे थे. कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं था. न्यूज 18 की टीम ने जब स्थानीय लोगों को विश्वास दिलाया गया कि वे सत्य की खोज में आए हैं. यह घटना कैसे हुई इसकी जानकारी लेने आए हैं, तब जा कर न्यूज 18 टीम के पास पड़ोस के रहने वाला प्रदीप यादव का बेटा सौरभ सामने आया और उन्होंने घटनाक्रम को लेकर जो जानकारी दी वह सारी चौंकाने वाली थी. उन्होंने बताया कि उसी के पड़ोस में रणवीर यादव अपने अन्य भाइयों मां और पत्नी के साथ रहा करता है. सभी मजदूरी कर अपना जीवन यापन किया करते थे पर सभी मनबढ़ू किस्म के थे. यह घटना 14 मार्च को होली के पहले दिन से तब शुरू हुई जब रणबीर यादव, गुड्डू यादव, रंजीत यादव और अन्य अभियुक्त होली में हुड़दंग करते हुए शराब के नशे में आने जाने वालों से उलझ रहे थे. सौरभ के चाचा ने इसका विरोध किया तो वे सभी चाचा से उलझ गए. उस दिन भी मारपीट की नौबत आ गई.तभी वहां से गुजर रहे एक चौकीदार के साथ भी इन लोगों ने बुरा व्यवहार किया.
14 मार्च शाम जब अभियुक्तों के द्वारा पड़ोस के भी भीम यादव से उलझ पड़े और जब उसने (सौरभ) ने इसका विरोध किया तो उन लोगों ने उसके सर पर प्रहार कर घायल कर दिया. इसके बाद उसने डायल 112 पर फोन किया पर डायल 112 फोन नहीं उठाया तो मुफ्फसिल थाना जा बड़ा बाबू को बात की जानकारी दी. इसके बाद डायल 112 की टीम घटनास्थल पर पहुंची जिसमें एएसआई संतोष सिंह भी थे. इसके बाद अभियुक्तों ने घर बंद कर पुलिस को ही गाली गलौच करने लगे.इसके बाद संतोष सिंह ने जब उसका घर को खुलवाने की कोशिश की तो घर में मौजूद सभी 8 अभियुक्तों ने संतोष सिंह पर हमला बोल दिया और लोहे की सरिया से उस पर प्रहार किया. पहली बार तो संतोष ने अपने हाथ पर झेल लिया, पर अन्य अभियुक्तों ने उनके सिर पर रॉड से कई वार किए और एएसआई को बुरी तरह घायल कर दिया. इस हमले से वो बेहोश हो वहां आंगन में गिर पड़े. अभियुक्तों मन इतने से नहीं भरा तो घायल एएसआई को वहां से करीब 100 फीट घसीटते हुए हमारे (सौरभ) घर के दरवाजे पर का छोड़ दिया. इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों ने घायल एएसआई को वहां से उठाया और उन्हें इलाज के लिये ले गए.
मृतक एएसआई संतोष सिंह की फाइल तस्वीर.
बेहद क्रूरता से इस घटना को अंजाम दिया गया था. इसमें एएसआई की इलाज के दौरान मौत हो गई. अब इस मामले में जहां पुलिस के सिपाही ने एएसआई हत्याकांड में 8 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.सौरभ ने भी चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. इस मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बता दें कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नंदलालपुर गांव से तीन सहोदर भाई जिसमें से रणवीर यादव, गुड्डू यादव और विकास यादव के साथ एक महिला, जो रणवीर यादव की पत्नी मौसम कुमारी हैं, कुल चार को पुलिस ने विभिन्न जगहों से छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. इसमें से गुड्डू यादव ने 15 मार्च को पुलिस गिरफ्त से भागने का प्रयास किया तो उस समय पुलिस ने उस पर गोली चला दी और गोली गुड्डू के पांव में लगी और वह घायल हो गया. उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद के निर्देश पर अन्य चार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है.बता दें कि शुक्रवार की देर शाम मुफसिल थाना क्षेत्र के नंदलालपुर गांव में रणवीर यादव शराब पीकर अपने पड़ोसी के साथ झगड़ा कर रहा था. पड़ोसी की सूचना पर डायल 112 की पुलिस टीम पहुंची. जहां उसके पुलिस जवान संतोष कुमार सिंह को रणवीर यादव और उनके सहयोगियों ने रोड से मारपीट कर घायल कर दिया. मारपीट में घायल संतोष को मुंगेर सदर अस्पताल लाया गया जहां बेहतर इलाज के लिए देर रात पटना भेज दिया. जहां अगली सुबह इलाज के दौरान उनकी दुखद मृत्यु हो गई. मुंगेर मुफ्फसिल थाना में पदस्थापित एएसआई संतोष सिंह हत्याकांड ने पुलिस ने कुल 8 लोगों को अभियुक्त बनाया है.
First Published :
March 17, 2025, 10:21 IST