आधी रात को सोने से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रंप ने उड़ाई कनाडा की नींद, गुस्से की वजह बना एक टीवी एड

4 hours ago

आधी रात खुद बिस्तर पर जाने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पड़ोसी देश कनाडा की नींद उड़ा दी. देर रात सोशल मीडिया पर उन्होंने ऐलान किया कि वह कनाडा के साथ सभी ट्रेड बातचीत रद्द कर रहे हैं. अचानक इतना बड़ा और कड़ा फैसला लेने की वजह एक टीवी विज्ञापन रहा जिसमें अमेरिकी टैरिफ का विरोध किया गया था. ट्रंप ने कहा कि इस एड में तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया. उन्होंने कनाडा के इस कदम को अमेरिकी अदालत के फैसलों को प्रभावित करने की मंशा से की गई हरकत बताया. 

ट्रंप के इस सोशल मीडिया पोस्ट से कुछ समय पहले ही कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने ट्रंप के टैरिफ को खतरा बताते हुए अमेरिका के अलावा दूसरे देशों में अपने निर्यात को दोगुना करने की योजना जाहिर की थी. सोने से ठीक पहले ट्रंप ने पोस्ट में लिखा, 'रोनाल्ड रीगन फाउंडेशन ने अभी घोषणा की है कि कनाडा ने धोखाधड़ी से एक विज्ञापन जारी किया है जो फेक है. इसमें रोनाल्ड रीगन (पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति) टैरिफ के बारे में नकारात्मक बातें कर रहे हैं.'

Trump announces the 'termination' of 'all trade negotiations with Canada' in a block letter on social media post, just before he goes to sleep (Washington DC, it's around midnight), in his trademark erratic policy-making pic.twitter.com/Plng0NCCGH

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— Sidhant Sibal (@sidhant) October 24, 2025

यूएस प्रेसिडेंट ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'यह विज्ञापन 7.5 करोड़ डॉलर का था. उन्होंने (कनाडा) ऐसा केवल अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट और दूसरी अदालतों के फैसले में हस्तक्षेप करने के लिए किया. टैरिफ अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. उनके घृणित व्यवहार को देखते हुए कनाडा के साथ सभी व्यापारिक बातचीत रद्द की जाती है.' आखिर में ट्रंप ने लिखा - इस मामले पर गौर करने के लिए आपका धन्यवाद. 

पूर्व राष्ट्रपति के फाउंडेशन करेगा कानूनी कार्रवाई

ट्रंप प्रशासन के कई लोग अब सोशल मीडिया पर कनाडा के टीवी एड को एंटी-टैरिफ प्रॉपगेंडा करार दे रहे हैं. इससे कुछ घंटे पहले रोनाल्ड रीगन प्रेसिडेंशियल फाउंडेशन एंड इंस्टीट्यूट ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि ओंटारियो सरकार का विज्ञापन 25 अप्रैल 1987 के राष्ट्र के नाम राष्ट्रपति के रेडियो संबोधन को गलत तरीके से पेश करता है. इसमें कहा गया कि ओंटारियो को उन टिप्पणियों के इस्तेमाल और एडिटिंग के लिए फाउंडेशन ने कोई अनुमति नहीं दी थी. रीगन फाउंडेशन ने इस मामले में कानूनी विकल्पों की बात कही है, साथ ही आम लोगों को रीगन के संबोधन का बिना एडिट किया मूल वीडियो देखने के लिए आमंत्रित किया. 

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आपको याद होगा कि कनाडा के पीएम कार्नी ने इस महीने की शुरुआत में ट्रंप से मुलाकात की थी जिससे ट्रेड टेंशन को कम किया जा सके. वैसे भी, दोनों देश मेक्सिको के साथ मिलकर अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते की समीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. यह एक ऐसा व्यापार समझौता है जिस पर ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में बातचीत की थी लेकिन उसके बाद से मतभेद होने लगे. 

भारत आने वाले हैं कार्नी

हां, ट्रंप के टैरिफ थोपने से अमेरिका के साथ कई देशों के रिश्ते तनावपूर्ण चल रहे हैं. इधर, कनाडा और भारत फिर से नजदीक आ रहे हैं. पीएम मार्क कार्नी फरवरी में भारत यात्रा पर आ सकते हैं.

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