Last Updated:September 03, 2025, 13:40 IST
Mobile Phone Theft: दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़ कर 228 स्मार्टफोन बरामद किए हैं. पुलिस ने इस चोरी के फोन पर भी बड़ा खुलासा किया है.

दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय मोबाइल फोन तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. साउथ ईस्ट जिला स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे एक बड़े नेटवर्क को उजागर करते हुए सिंडिकेट के सरगना समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से 228 महंगे मोबाइल फोन, तीन देसी कट्टे (.315 बोर), और छह जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
दरअसल STF को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात रिसीवर मोताहर शेख अपने दो साथियों के साथ साउथ ईस्ट दिल्ली के इलाके में सक्रिय है. इस सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर शिवकुमार की अगुवाई में STF की एक टीम ने वेस्ट टू वंडर पार्क, सराय काले खां के पास घेराबंदी की. शाम करीब 7:15 बजे, पुलिस ने मोताहर शेख और उसके दो साथियों को पकड़ लिया.
तलाशी के दौरान उनके पास से तीन बैग में भरे 228 महंगे मोबाइल फोन, तीन देसी कट्टे, और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस मामले में सनलाइट कॉलोनी पुलिस स्टेशन में आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
मोबाइल तस्करी में कौन-कौन गिरफ्तार?
इस मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित गोपालगंज के रहने वाले 33 वर्षीय मोताहर शेख, उसके 22 वर्षीय भाई अब्दुल शमीम और मालदा के ही दुईसाताबिघी के रहने वाले 33 वर्षीय मोहम्मद गुलु शेख के रूप में की गई है.
पूछताछ में सामने आया कि मोताहर शेख इस सिंडिकेट का मुख्य सरगना है. यह गिरोह दिल्ली में मोबाइल स्नैचर्स और चोरों से चोरी या लूटे गए फोन को बेहद सस्ते दामों पर खरीदता था. इसके बाद ये फोन कैरियर और बिचौलियों के एक जटिल नेटवर्क के जरिये नेपाल और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों में भेजे जाते थे, जहां इन्हें ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाया जाता था. पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह ने अब तक एक लाख से ज्यादा चोरी के मोबाइल फोन विदेशों में भेजे हैं, जिससे दिल्ली में स्ट्रीट क्राइम को बढ़ावा मिल रहा था.
नेपाल, बांग्लादेश के रास्ते पाकिस्तान जाते थे फोन
इस नेटवर्क का खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, क्योंकि चोरी के फोन और सिम कार्ड का उपयोग साइबर अपराध, धोखाधड़ी, और अन्य अवैध गतिविधियों में हो सकता है. दिल्ली पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य स्थानीय सप्लायरों और विदेशी खरीदारों की तलाश में जुटी है.
जांच में यह भी सामने आया है कि इस तरह के तस्करी नेटवर्क का इस्तेमाल केवल आर्थिक लाभ के लिए ही नहीं, बल्कि संभावित रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली गतिविधियों के लिए भी हो सकता है. चोरी के मोबाइल फोन और भारतीय सिम कार्ड का उपयोग नेपाल, बांग्लादेश, और संभवतः पाकिस्तान जैसे देशों में अवैध गतिविधियों के लिए हो सकता है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीरता से लिया है और केंद्रीय एजेंसियों को भी इसकी सूचना दे दी है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 03, 2025, 13:40 IST