Last Updated:September 03, 2025, 16:38 IST
Bihar Chunav: बिहार चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री होगी या नहीं होगी? आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के 'मिसाइल अटैक' को कैसे जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने S...और पढ़ें

पटना. बिहार चुनाव में सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर काफी चर्चा हो रही थी, लेकिन अब इस चर्चा पर पूर्ण विराम लग जाएगा. तेजस्वी यादव ने निशांत को लेकर जो ब्रह्मास्त्र छोड़ा था, उसे जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने S-400 डिफेंस सिस्टम से फिलहाल रोक दिया है. अब नीतीश कुमार सदन से सड़क तक पहले की तरह ही लालू यादव पर परिवारवाद को लेकर हमला करते रहेंगे. तेजस्वी यादव जिस मौके की ताक में महीनों से बैठे थे और उस मुद्दे को जेडीयू से छीनना चाहते थे, वह कम से कम बिहार चुनाव 2025 में तो नहीं हो सकेगा. सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी चालाकी से इसे न केवल सुलझा लिया है. बल्कि लालू यादव पर बढ़त भी तय कर लिया है. संजय झा ने साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार जिस लोहिया और कर्पूरी को आदर्श मानकर जिंदगीभर राजनीति की, उसे हर हाल में बरकरार रखेंगे.
नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को लेकर बीते कई महीनों से बिहार में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थीं. नीतीश कुमार के स्वास्थ्य का हवाला देकर निशांत की पार्टी में आने की मांग जेडीयू कार्यकर्ताओं से लेकर कुछ बड़े नेता भी कर रहे थे. लेकिन नीतीश कुमार को बेटे की राजनीति से अपना वसूल ज्यादा प्यारा है. जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को सामने कर अब इस चैप्टर को ही फिलहाल शांत कहें या खत्म करवा दिया. क्योंकि, 7 दिन पहले खुद संजय झा ने ही एक इंटरव्यू में निशांत कुमार को पार्टी में लाने की वकालत की थी. खास बात यह है कि बीते कुछ महीनों से निशांत कुमार की सक्रियता भी बढ़ गई थी. कई मौकों पर वह पिता के लिए ढाल बनकर खड़े हो गए. केंद्रीय मंत्री ललन सिंह से लेकर अशोक चौधरी जैसे कद्दावर मंत्री भी निशांत के साथ घूमते औऱ बातचीत करते नजर आए.
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जेडीयू का S-400 डिफेंस सिस्टम
लेकिन अब इस कयास पर जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष ने पूर्ण विराम लगा दिया है. लंबे समय से राजनीति से दूरी बनाए रखने वाले निशांत को लेकर अचानक ही सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई थीं, जिसका मुख्य कारण आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का एक बयान था. तेजस्वी यादव ने अपने बयान में निशांत कुमार का राजनीति में स्वागत करने की बात कही थी, जिसके बाद यह माना जाने लगा था कि निशांत कुमार जल्द ही सक्रिय राजनीति में कदम रख सकते हैं. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाते हुए कहा था कि ‘भूंजा पार्टी’ वाले लोग, यानी जेडीयू के कुछ बड़े नेता, निशांत को राजनीति में आने से रोक रहे हैं. तेजस्वी ने तब कहा था, ‘इन नेताओं ने अपने रिश्तेदारों को तो सेट कर दिया है, लेकिन निशांत कुमार को राजनीति में नहीं आने देना चाहते.’
तेजस्वी क्या चूक गए?
तेजस्वी के इस बयान ने बिहार की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी. हालांकि, आरजेडी के बयान का जवाब देने के लिए जेडीयू की तरफ से मोर्चा संभाल लिया गया. संजय झा ने अब साफ कर दिया कि फिलहाल निशांत कुमार के राजनीति में आने की कोई संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पूरी तरह से सक्रिय हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़े जाएंगे. संजय झा के इस बयान ने उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया, जिनमें निशांत कुमार के जल्द ही राजनीति में एंट्री लेने की बात कही जा रही थी. इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि बिहार चुनाव से पहले जेडीयू विपक्षी पार्टियों पर परिवारवाद के मुद्दे पर पहले की तरह ही हमला करती रहेगी. तेजस्वी यादव का बयान जहां एक तरफ जेडीयू के अंदरूनी मतभेदों को उजागर करने की एक कोशिश थी, वहीं संजय झा का जवाब जेडीयू की एकजुटता और नीतीश कुमार के वसूलों का प्रयास है.
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क्या भविष्य में निशांत राजनीति में आएंगे?
पिछले कुछ दिनों से पटना की सड़कों पर निशांत कुमार की तस्वीरों वाले पोस्टर भी लगे थे, जिनमें उन्हें ‘विकास पुरुष का बेटा’ और ‘बिहार का भविष्य’ बताया जा रहा था. इन पोस्टरों ने भी इस चर्चा को और हवा दी थी. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी यादव ने जानबूझकर यह मुद्दा उठाया, ताकि नीतीश कुमार पर परिवारवाद का आरोप लगाया जा सके, जिसका जेडीयू हमेशा से विरोध करती रही है. नीतीश कुमार की छवि हमेशा से परिवारवाद से दूर रहने वाले नेता की रही है, और तेजस्वी का बयान उसी छवि पर हमला करने की कोशिश थी. दूसरी ओर, संजय झा ने स्थिति को स्पष्ट कर दिया, ताकि विपक्ष को इस मुद्दे पर और ज्यादा खेलने का मौका न मिले.’
कुलमिलाकर नीतीश कुमार के बेटे निशांत को लेकर बिहार की राजनीति में जो चर्चा शुरू हुई थी, वह फिलहाल शांत हो गई है. संजय झा के बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि कम से कम इस विधानसभा चुनाव में निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री नहीं होगी.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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First Published :
September 03, 2025, 16:00 IST