Last Updated:September 04, 2025, 20:53 IST
नेटवर्क18 के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ सीफूड एक्सपोर्ट बढ़ाने पर चर्चा हुई, भारत नए बाजारों में विस्तार करेगा और एक्सपोर्ट्स में वृद्ध...और पढ़ें

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, सिंगापुर के प्रधानमंत्री भारत में हैं और हम सिंगापुर के साथ मिलकर सीफूड एक्सपोर्टर्स को जोड़ने पर काम कर रहे हैं. इससे हमारे बाजार फैलेंगे और एक्सपोर्ट को नई ताकत मिलेगी. नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पीयूष गोयल ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ हुई बातचीत के बारे में बताया. उन्होंने कहा, मैंने सिंगापुर के पीएम के साथ लंच किया. उनकी टीम के साथ लंबी बातचीत हुई कि हम क्या कर सकते हैं. उन्होंने पहले ही ज्यादा चिकन और अंडे और पोल्ट्री लेने की प्रतिबद्धता जताई. मैंने उनसे सीफूड के बारे में बात की, तो सिंगापुर के पीएम ने कहा कि उन्हें भारतीय मछली और झींगे का स्वाद बहुत पसंद है.
पीयूष गोयल ने कहा, यह सुनते ही मैंने अपने हाई कमिश्नर से कहा कि सीफूड इम्पोर्टर्स का एक ग्रुप तैयार करें और मैं बहुत जल्द सिंगापुर का एक डेलीगेशन लेकर जाऊंगा. इसी तरह लैटिन अमेरिका में भी हमारे एक्सपोर्टर्स के लिए बहुत बड़ी संभावनाएं हैं. यानी आसमान ही सीमा है. यह हमें विस्तार में मदद करेगा और जैसा कि मैंने पहले कहा, इस साल हमारे एक्सपोर्ट्स पिछले साल से ज्यादा होंगे.
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की लंबी कतार
वाणिज्य मंत्री ने बताया कि भारत की एक्सपोर्ट स्ट्रैटेजी सिर्फ सिंगापुर तक सीमित नहीं है. जैसे ही नवरात्रि खत्म होगी भारत का फ्री ट्रेड एग्रीमेंट होना शुरू होगा. ब्रिटेन के साथ समझौता हो चुका है. ओमान के साथ ऐलान होने वाला है. चिली, पेरू और यूरेशिया के साथ बातचीत 4, 5 या 6 अक्टूबर तक फाइनल हो जाएगी. मैं कतर में भी इसी सिलसिले में जा रहा हूं, ताकि वहां के साथ भी टर्म ऑफ रिफरेंस तय हो सके.
भारत के सीफूड एक्सपोर्ट की ताकत
भारत दुनिया के टॉप सीफूड एक्सपोर्टर्स में गिना जाता है. मरीन प्रोडक्ट एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुताबिक, 2024-25 में भारत ने लगभग 17 लाख टन सीफूड एक्सपोर्ट किया, जिसकी वैल्यू 8 अरब डॉलर से अधिक रही. इसमें झींगे, मछली और अन्य मरीन प्रॉडक्ट्स सबसे ज्यादा शामिल हैं. अमेरिका और चीन जैसे देशों के बाद अब सिंगापुर जैसे एशियाई हब के जरिए भारत नए उपभोक्ता बाज़ार में प्रवेश करेगा. भारत के तटीय इलाकों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, केरल, गुजरात और पश्चिम बंगाल में लाखों परिवार मछली पालन और मछली पकड़ने से जुड़े हैं. एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी का मतलब है कि इन राज्यों के मछुआरों और किसानों की आय में सीधा इजाफा होगा. अनुमान के अनुसार, हर 1% एक्सपोर्ट ग्रोथ से लगभग 50 हजार नौकरियां जुड़ जाती हैं.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
September 04, 2025, 20:53 IST