इजरायल लंबे समय तक जंग में फंसा तो क्या इंडियन आर्मी की बढ़ेगी परेशानी!

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Last Updated:June 22, 2025, 21:04 IST

Israel-Iran War: इजरायल के लंबे समय तक जंग में फंसने पर भारत को हथियारों की सप्लाई पर असर पड़ सकता है. एक आला अधिकारी ने कहा कि छोटी जंग से भारत पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा.

इजरायल लंबे समय तक जंग में फंसा तो क्या इंडियन आर्मी की बढ़ेगी परेशानी!

इजरायल-ईरान संघर्ष का भारतीय सैन्य आपूर्ति पर तत्काल असर नहीं पड़ेगा. (Image:AP)

हाइलाइट्स

इजरायल से भारत को हथियारों की सप्लाई पर असर पड़ सकता है.छोटी जंग से भारत पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा.भारत काफी ज्यादा हथियार इजरायल से खरीदता है.

नई दिल्ली. ईरान पर अमेरिका और इजरायल के हमलों के बाद एक सवाल ये भी उठने लगा है कि भारत को होने वाली हथियारों की सप्लाई पर क्या असर होगा? भारत काफी ज्यादा मात्रा में हथियार और तकनीकी उपकरण इजरायल से खरीदता है. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक संघर्ष पर बारीकी से नजर रख रहे अधिकारियों ने बताया कि इजरायल-ईरान के बीच चल रहे संघर्ष का भारतीय सेना के हथियारों और रखरखाव सहायता पर तत्काल प्रभाव नहीं पड़ेगा. अगर ये यह कई महीनों तक चलने वाले एक और लंबे संघर्ष में बदल जाए तो फिर मामला बिगड़ भी सकता है.

छोटी जंग का असर नहीं
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा कि यह युद्ध अभी इतना नया है कि इससे भारतीय सैन्य पुर्जों या हार्डवेयर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि लंबे समय तक चलने वाले संघर्ष की स्थिति में हथियारों की सप्लाई में कोई बदलाव आ सकता है. यह मुद्दा इसलिए बड़ा है क्योंकि भारत अपने इजरायली हथियारों को फिर से हासिल करने पर एक्टिव रूप से काम कर रहा है, जिनका पिछले महीने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था.

इजरायल से अनेक हथियार खरीदता है भारत
पिछले दशक में भारत ने इजरायल से मिसाइलें, ड्रोन, सेंसर और रडार, एयर डिफेंस सिस्टम और छोटे हथियार सहित अनेक सैन्य उपकरण और हथियार खरीदे हैं. इनमें से कई इजरायली हथियार और प्लेटफॉर्म- विशेष रूप से लोइटरिंग म्यूनिशन और एयर डिफेंस सिस्टम- का इस्तेमाल पिछले महीने भारत द्वारा पाकिस्तान के अंदर शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर में किया गया था. इसमें स्काईस्ट्राइकर लोइटरिंग म्यूनिशन, हेरोन और सर्चर यूएवी, डर्बी बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर टू एयर मिसाइल, एसपीआईसीई 2000 गाइडेड बम, स्पाइक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, स्पाइडर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम, बराक 8 एयर डिफेंस सिस्टम और नेगेव लाइट मशीन गन और नेटवर्क रेडियो संचार उपकरण शामिल हैं.

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इजरायली हथियारों का सबसे बड़ा आयातक भारत
कई इजरायली कंपनियों ने भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी की है और संयुक्त उद्यम बनाए हैं और इससे युद्ध के बावजूद भारत को आपूर्ति जारी रखने में भी मदद मिलेगी. एक अधिकारी ने कहा कि भारत में इजरायलियों के लिए अनुबंध पर काम करने वाली कई इंजीनियरिंग कंपनियां यह सुनिश्चित करेंगी कि इजरायली उपकरणों की उपलब्धता पर कोई असर न पड़े. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के आंकड़ों के मुताबिक 2020-24 में इजरायल दुनिया का आठवां सबसे बड़ा हथियार निर्यातक था, जिसकी वैश्विक हथियार निर्यात में 3.1 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. इजरायली हथियारों का सबसे बड़ा आयातक भारत था, जिसकी हिस्सेदारी 34 प्रतिशत थी, उसके बाद अमेरिका 13 प्रतिशत और फिलीपींस 8.1 प्रतिशत था.

Rakesh Singh

Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें

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