सुहागरात की चाहत, लेकिन उम्र का नहीं था लिहाज, मीठी-मीठी बातों में फंसा दादा

5 hours ago

Last Updated:June 22, 2025, 18:26 IST

Suhagrat Dream; Marriage Scam: पुणे में 85 साल के बुजुर्ग को शादी के नाम पर 11 लाख से ज्यादा की ठगी का शिकार बनाया गया. अकेलेपन में सहारा ढूंढ रहे बुजुर्ग को ‘दुल्हन’ ने ऑनलाइन जाल में फंसा लिया.

सुहागरात की चाहत, लेकिन उम्र का नहीं था लिहाज, मीठी-मीठी बातों में फंसा दादा

दादा से शादी के नाम पर ठगी. (सांकेतिक फोटो)

हाइलाइट्स

85 साल के बुजुर्ग से शादी का झांसा देकर ठगी.रजिस्ट्रेशन और दस्तावेज के नाम पर भेजे 11 लाख.पुलिस ने 3 महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया.

न्यूज18 मराठी
Suhagrat Dream; Marriage Scam:
पुणे की यह कहानी है 85 साल के उस ‘जवां दिल’ दादा की है. जिनके दिल में अचानक ‘पिया मिलन’ की ऐसी हूक उठी कि उन्होंने ठान लिया – अब तो दुल्हनिया घर लाएंगे ही. दिल की बात उन्होंने दिल में नहीं रखी सीधे अखबार में शादी का ऐड देखा और फोन घुमा दिया. उधर से आवाज आई “मैं आकांक्षा पाटिल बोल रही हूं आपकी दुल्हन बन सकती हूं…” बस फिर क्या था दादा के मन में शहनाई बजने लगी. और चेहरे पर सुहागरात मनाने लेकर मुस्कान खिल गई.

कुछ दिन बाद वही आवाज बोली — “ मैं ममता जोशी हूं, आपकी दुल्हन. लेकिन शादी से पहले कुछ खर्चा-वर्चा तो करना ही पड़ेगा ना जी…” दादा बोले, “लो… जितना चाहिए ले ले… बस जल्दी से घूंघट में आ जाो!”

फिर शुरू हुआ ठगी का खेल
फिर क्या… दस्तावेज, रजिस्ट्रेशन, फैमिली मीटिंग, पंडित बुकिंग, मंगलसूत्र मुआयना — इन सब के नाम पर दादा ने धीरे-धीरे 11,45,350 रुपए ऑनलाइन उड़ा दिए. हर बार दुल्हन के सपनों की EMI भेजते रहे, और हर बार दिल से “हम आपके हैं कौन” बजता रहा.

कुछ दिनों तक फोन बजता रहा, लेकिन फिर ‘ममता’ का नंबर हुआ स्विच ऑफ और दादा का सपना हुआ क्रैश. आख़िरकार जब सच्चाई का घूंघट उठा, तो बुजुर्ग महाशय सीधे पहुंचे बिबवेवाड़ी पुलिस स्टेशन. बोले, “सर, दुल्हन नहीं मिली लेकिन दिमाग की दही जरूर हो गई!”

पुलिस कर रही है दुल्हन की तलाश
पुलिस ने अज्ञात तीन महिला ठगों पर केस दर्ज कर लिया है. अब जांच चल रही है कि ममता जोशी कौन है? आकांक्षा पाटिल असली थी या अवतार? और सबसे बड़ा सवाल — शादी तोड़ने वाला मंडप कहां है? गौरतलब है कि यह कोई पहली घटना नहीं है. आजकल खासकर सीनियर सिटिज़न को ऑनलाइन डेटिंग, मैट्रिमोनी साइट्स और विज्ञापनों के जरिए निशाना बनाया जा रहा है. अकेलेपन का फायदा उठाकर शातिर लोग ‘जीवनसाथी’ का सपना दिखाकर जीवनभर की जमापूंजी हड़प ले रहे हैं.

homenation

सुहागरात की चाहत, लेकिन उम्र का नहीं था लिहाज, मीठी-मीठी बातों में फंसा दादा

Read Full Article at Source