India Iran Visa: भारत-ईरान के रिश्ते सदियों पुराने है. मुगलकाल से लेकर उत्तर आधुनिक काल तक ईरानी परंपराओं और बोली भाषा का भारत के कुछ हिस्सों में गहरा असर रहा है. अंग्रेजों से भारत की आजादी के बाद भी भारत-ईरान के संबंध सांस्कृतिक, रणनीतिक और आर्थिक रूप से मजबूत रहे हैं, लेकिन कभी-कभार इनमें कुछ उतार-चढ़ाव भी आए हैं. इस बीच तेहरानी की सरकार ने भारतीयों की ईरान में सीधी एंट्री पर रोक लगा दी है. इसका खुलासा सोमवार को विदेश मंत्रालय से आई उस खबर से हुआ, जिसमें कहा गया कि ईरान ने आम भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा छूट की सुविधा फिलहाल खत्म कर दी है.
ईरान ने ऐसा क्यों लिया?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान सरकार को लगता है कि उनकी छूट का बेजा यानी गलत इस्तेमाल करके भारतीय नागरिकों के साथ धोखाधड़ी हो रही है. भारतीय नागरिकों को बढ़िया सैलरी वाली नौकरी के झूठे वादे या आगे दूसरे देशों में पहुंचाने का इंतजाम करने के नाम पर बहला फुसलाकर ईरान बुलाया जा रहा है.
वहीं विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, 'सरकार का ध्यान ऐसी कई घटनाओं और मामलों पर गया है, जहां भारतीय नागरिकों को नौकरी या डंकी रूट का सेफ प्वाइंट बताकर उनका शोषण किया गया. मंत्रालय ने बताया कि कई भारतीयों को वीजा छूट सुविधा का इस्तेमाल करके ईरान की यात्रा करने के लिए बहकाया गया और वहां पहुंचने पर, उनका पासपोर्ट छीनकर फिरौती वसूलने के लिए उनका अपहरण कर लिया गया.
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ए़डवायजरी जारी
विदेश मंत्रालय ने कहा, ईरानी सरकार ने सामान्य भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए फ्री वीजा फैसिलिटी यानी वीजा माफी सुविधा निलंबित कर दी है. ये आदेश 22 नवंबर, 2025 से प्रभावी होगी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये फैसला आपराधिक संस्थाओं द्वारा इस सुविधा के आगे दुरुपयोग को रोकने के लिए हुआ है. विदेश मंत्रालय ने कहा, 'इस तारीख से, सामान्य पासपोर्ट वाले भारतीय नागरिकों को ईरान में प्रवेश करने या पारगमन के लिए वीजा प्राप्त करना आवश्यक होगा'.
मंत्रालय ने ईरान जाने के इच्छुक सभी भारतीय नागरिकों को एक सलाह भी जारी की, जिसमें उन्हें सतर्क रहने और देश में वीजा-मुक्त यात्रा की पेशकश करने वाले एजेंटों से बचने के लिए कहा गया है.

1 hour ago
