ऊटी रेलवे स्‍टेशन को लेकर क्‍यों हो रहा है हंगामा, रेल मंत्री तक पहुंची धमक

3 hours ago

Last Updated:June 23, 2025, 12:00 IST

रेल मंत्रालय के एग्‍जक्‍यूटिव डायरेक्‍टर इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी ने बताया कि हिन्‍दी हमारी राष्‍ट्र भाषा है, इसलिए इसका उपयोग कहीं भी किया जा सकता है.

ऊटी रेलवे स्‍टेशन को लेकर क्‍यों हो रहा है हंगामा, रेल मंत्री तक पहुंची धमक

इसी स्‍टेशन को लेकर गरमा रही है राजनीति.

हाइलाइट्स

हिन्‍दी में बैनर लगाने पर विवादडीएमके के ए. राजा ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को लिखा पत्रबैनर को हटाने की मांग की

नई दिल्‍ली. ऊटी का नाम सुनते ही एक खूबसूरत पयर्टन स्‍थल का दृश्‍य सामने दिखने लगता है. लेकिन आजकल यह दूसरी वजह से चर्चा पर बना है. इसे लेकर दक्षिण में राजनीति गरमा रही है. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नीलगिरी सांसद और डीएमके के डिप्‍टी जनरल सेक्रेटरी ए. राजा ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से शिकायत की है. आइए जानते हैं इसकी वजह

ए. राजा ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से उदगमंडलम रेलवे स्टेशन (ऊटी) पर लगे हिन्‍दी बैनर हटाने की मांग की है. रविवार को भेजे गए पत्र में राजा ने बताया कि स्टेशन पर लगे एक हिन्‍दी बैनर में मदन मोहन मालवीय के नाम से एक कविता लिखी थी, जो वास्तव में तमिल कवि महाकवि भारती की है. यह कविता हर दिशा में यात्रा करने और साहित्यिक रचनाएं घर लाने की प्रेरणादायक है.

राजा ने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर हिन्‍दी का बढ़ता और उसकी प्रमुखता ने विरोध को जन्म दिया है. पत्र में उन्होंने लिखा कि तमिलनाडु का भाषाई पहचान और सांस्कृतिक स्वायत्तता का गौरवशाली इतिहास रहा है. तमिलनाडु के लोग हमेशा से दो-भाषा नीति (तमिल और अंग्रेजी) के समर्थक रहे हैं, जो क्षेत्रीय जरूरतों और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए जरूरी है. वहीं, रेल मंत्रालय के एग्‍जक्‍यूटिव डायरेक्‍टर इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी ने बताया कि हिन्‍दी हमारी राष्‍ट्र भाषा है, इसलिए इसका उपयोग कहीं भी किया जा सकता है.

उन्‍होंने स्टेशन पर लगे बैनर को “भाषा थोपने” का मामला बताया. पत्र के अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर हिंदी को बढ़ावा देना स्थानीय लोगों की भाषाई जरूरतों से अलग और एक राजनीतिक दबाव की तरह देखा जा रहा है.उन्‍होंने रेल मंत्री से अनुरोध किया कि जहां हिन्‍दी की जरूरत नहीं है, वहां पर तमिलनाडु के लोगों की भाषाई भावनाओं का सम्मान करते हुए इस तरह के काम से बचें.

राजा ने इस पत्र को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि तमिलनाडु हिन्‍दी को जबरन थोपने को स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में कहा, “भारतीय रेलवे स्टेशनों पर हिन्‍दी का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है. 100 साल पुराने उदगमंडलम रेलवे स्टेशन पर लगे हिन्‍दी बैनर तमिल लोगों की भावनाओं को ठेस पहुच रहा है. मैं संबंधित अधिकारियों से तुरंत इन्हें हटाने की मांग करता हूं.”

Sharad Pandeyविशेष संवाददाता

करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले कई अखबारों के नेशनल ब्‍यूरो में काम कर चुके हैं. रेलवे, एविएशन, रोड ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर जैसी महत्वपूर्ण बीट्स पर रिपोर्टिंग की. कैंब्रिज...और पढ़ें

करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले कई अखबारों के नेशनल ब्‍यूरो में काम कर चुके हैं. रेलवे, एविएशन, रोड ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर जैसी महत्वपूर्ण बीट्स पर रिपोर्टिंग की. कैंब्रिज...

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