ऑपरेशन सिंदूर के हीरो DGMO और DGAO को दी नई जिम्मेदारी, जानिए क्या काम करेंगे?

1 month ago

Last Updated:June 11, 2025, 18:34 IST

OPERATION SINDOOR: ऑपरेशन सिंदूर का एलान करने के लिए दो महिला अफसरों ने मोर्चा संभाला था. चूंकि ऑपरेशन जारी था तो जो इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने वाले अफसर व्यास्त थे. लेकिन जिस दिन सेना की तरफ से पूरे ऑपरेशन स...और पढ़ें

ऑपरेशन सिंदूर के हीरो DGMO और DGAO को दी नई जिम्मेदारी, जानिए क्या काम करेंगे?

नई जिम्मेदारी के साथ हैं तैयार

हाइलाइट्स

DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई बने डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफDGAO एयर मार्शल ए.के. भारती बने डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफऑपरेशन सिंदूर में दोनों अफसरों ने अहम भूमिका निभाई

OPERATION SINDOOR: ऑपरेशन सिंदूर के 88 घंटों में भारत ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और पाक फौज की बखिया उधेड़ दी थी. इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने वाले दो सीनियर अफसर डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन (DGAO) एयर मार्शल ए.के. भारती थे. ऑपरेशन सिंदूर की ऑपरेशनल डिटेल्स को दुनिया के सामने रखने की जिम्मेदारी इन्हीं अफसरों को दी गई थी. 10 मई को भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच सीजफायर हुआ और 1 जून से उन्हें नई पद की जिम्मेदारी दे दी गई. DGMO लेफ्टिनेंट जनरल घई को डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रेटेजी) बनाया गया, जबकि DGAO एयर मार्शल भारती को डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ की नई जिम्मेदारी दी गई.

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई के हाथ सेना का ऑपरेशनल कंट्रोल
सैन्य ऑपरेशन के लिहाज से सेना में डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रेटेजी) का पद काफी अहम है. पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ हुए तनाव के दौरान साल 2020 में आर्मी हेडक्वार्टर का पुनर्गठन किया गया था. उसी पुनर्गठन में डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रेटेजी) का पोस्ट भी बनाया गया था. इस पोस्ट को मिलिट्री ऑपरेशन में अलग-अलग वर्टिकल में समन्वय के मकसद से किया गया. भारतीय थल सेना में कुल 3 डिप्टी चीफ की पोस्ट हैं. सेना के स्ट्रक्चर की बात करें तो सेना प्रमुख के नीचे वाइस चीफ और उनके नीचे 7 प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर हैं. यह सभी लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी हैं, जो अलग-अलग वर्टिकल को देखते हैं. इन 7 में से 3 ही डिप्टी चीफ हैं. एक मिलिट्री की स्ट्रेटेजी, दूसरा है हैंडलिंग कैपेबिलिटी डेवलपमेंट एंड सस्टेनेंस और तीसरा इंफॉर्मेशन सिस्टम और कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी संभालते हैं. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को पूरी आर्मी के कॉंबेट ऑपरेशनल कंट्रोल की जिम्मेदारी मिली है. इनके अंतर्गत मिलिट्री ऑपरेशन, मिलिट्री इंटेलिजेंस, ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स, प्रॉस्पेक्टिव प्लानिंग और इंफॉर्मेशन वॉरफेयर आते है. सभी के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई के साथ समन्वय से काम करेंगे. फिलहाल जनरल घई DGMO का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च होने से पहले ही 1 मई को डिप्टी चीफ रहे लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को नॉर्दर्न आर्मी कमांडर के तौर पर नियुक्त किया गया था.

एयर मार्शल भारती संभालेंगे प्लानिंग और प्रोजेक्ट
ऑपरेशन सिंदूर में सबसे अहम रोल भारतीय वायुसेना का रहा. पहले जैश और लश्कर के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया गया. पाकिस्तान ने पलटवार करने की कोशिश की तो एयरफोर्स ने ताबड़तोड़ स्ट्राइक कर उनके एयरबेस और रडार सिस्टम को निशाना बनाया. इस सारे ऑपरेशन को लीड कर रहे थे DGAO एयर मार्शल ए.के. भारती. ऑपरेशन के बाद उनके कंधों पर नई जिम्मेदारी दी गई और उन्हें डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ बनाया गया. आर्मी की तरह एयरफोर्स में 3 डिप्टी चीफ नहीं हैं. एयर फोर्स में एक ही डिप्टी चीफ का पद है. एयर मार्शल भारती को असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ प्लानिंग और असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ प्रोजेक्ट रिपोर्ट करेंगे. इनका काम है नए सिस्टम की पहचान और कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट को देखना है. जबकि पूरे कॉबेट ऑपरेशन की जिम्मेदारी वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ के अंतर्गत आता है. डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन (DGAO), डीजी वेपन सिस्टम और अन्य वर्टिकल वाइस चीफी के अंतर्गत आती है.

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