कर्नाटक के बाद केरल में बवाल, हिजाब पहन स्कूल पहुंची छात्रा को किया बाहर

5 hours ago

Last Updated:October 20, 2025, 08:46 IST

कर्नाटक के बाद केरल में बवाल, हिजाब पहन स्कूल पहुंची छात्रा को किया बाहरकेरल में एक स्कूल से हिजाब पहनी लड़की को निकाले जाने के बाद बवाल मच गया है.

Hijab Row In Kerala: कुछ साल पहले कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थाओं में हिजाब पहनने को लेकर मचे बवाल के बाद अब कुछ वैसी ही स्थिति केरल में बनती दिख रही है. राज्य के कोच्चि में लैटिन कैथोलिक चर्च द्वारा संचालित सेंट रीटा पब्लिक स्कूल में हिजाब पहनने पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर बवाल मचा हुआ है. कक्षा आठ की एक छात्रा को हिजाब पहनने से रोके जाने के बाद अब तीन छात्रों ने स्कूल छोड़ दिया है. विपक्षी दलों ने इसे छात्रों के शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन बताया है, जबकि भाकपा ने आरोप लगाया है कि संघ परिवार इस विवाद को भड़का रहा है ताकि समाज में सांप्रदायिक विभाजन गहरा हो. शिक्षा विभाग ने जांच के बाद स्कूल को निर्देश दिया है कि छात्रा को हिजाब पहनने की अनुमति दी जाए.

विवाद की शुरुआत 10 अक्टूबर को हुई जब कक्षा आठ की एक मुस्लिम छात्रा ने स्कूल यूनिफॉर्म के साथ हिजाब पहना. प्रिंसिपल ने इसे ड्रेस कोड का उल्लंघन बताते हुए कक्षा में प्रवेश से रोक दिया. छात्रा के पिता ने मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की शिकायत निवारण फोरम में शिकायत दर्ज की. उप-निदेशक शिक्षा (DDE) सुबिन पॉल की अगुवाई में जांच टीम ने स्कूल का दौरा किया और प्रिंसिपल समेत अधिकारियों के बयान दर्ज किए. जांच रिपोर्ट में पाया गया कि स्कूल ने छात्रा के शिक्षा के अधिकार (RTE एक्ट) का उल्लंघन किया है. शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा- हिजाब पहनना छात्रा का धार्मिक अधिकार है. स्कूल को डिजाइन और रंग पर फैसला लेने की छूट है, लेकिन छात्रा को कक्षा से बाहर नहीं किया जा सकता. उन्होंने इसे संवैधानिक सिद्धांतों का उल्लंघन बताया.

स्कूल प्रबंधन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. प्रिंसिपल सिस्टर हेलीना अल्बी ने कहा- हमने छात्रा को कक्षा से नहीं रोका, बल्कि उसके पिता से बात की थी. मामला सुलझ चुका था. प्रबंधन ने 2018 के केरल हाईकोर्ट के फैसले का हवाला दिया, जिसमें धार्मिक प्रतीकों पर यूनिफॉर्म नियमों को प्राथमिकता दी गई थी. विवाद बढ़ने पर स्कूल ने 13-14 अक्टूबर को दो दिनों के लिए छुट्टी घोषित कर दी. प्रिंसिपल ने पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसमें दावा किया गया कि छात्रा के पिता छह अन्य लोगों के साथ स्कूल में हंगामा मचाने आए थे. हाईकोर्ट ने 13 अक्टूबर को पुलिस को स्कूल परिसर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया. स्कूल ने सुरक्षा की मांग की और PTA अध्यक्ष जोशी कैथावलप्पिल ने कहा- रिपोर्ट तथ्यात्मक रूप से गलत है. हम हाईकोर्ट में चुनौती देंगे.

विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया. शुक्रवार को कक्षा दो और तीन की दो अन्य छात्राओं के माता-पिता ने ट्रांसफर सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया. इन दोनों छात्राओं की मां जेस्ना एस फिरदौस ने रविवार को फेसबुक पर पोस्ट कर कहा- प्रिंसिपल और PTA अध्यक्ष ने हिजाब पहनने वाली लड़की के साथ दुर्व्यवहार किया. यह मेरी आस्था का अपमान है. स्कूल प्रबंधन अन्य धर्मों के प्रति पूर्वाग्रह रखता है. ऐसे माहौल में बच्चों का भविष्य सुरक्षित नहीं. जेस्ना ने अपने बच्चों को अवर लेडीज कन्वेंट स्कूल में दाखिला दिला दिया.

भाकपा के एर्नाकुलम जिला सचिव एम अरुण ने आरोप लगाया कि यह विवाद संघ परिवार की साजिश है. कुछ ईसाई प्रबंधित संस्थान इस एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य सांप्रदायिक विभाजन पैदा करना है. पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने पलटवार किया कि कम्युनिस्ट और कांग्रेस द्वारा पाले गए चरमपंथी केरल में तानाशाही चला रहे हैं.

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First Published :

October 20, 2025, 08:46 IST

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