South Korea and North Korea: उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच की सीमा पर हाल ही में तनाव बढ़ गया है. रविवार को लगभग 30 उत्तर कोरियाई सैनिक गलती से या जानबूझकर सीमा रेखा (MDL) पार कर गए. दक्षिण कोरियाई सेना (ROK) ने उन्हें कई बार चेतावनी दी कि वे अपनी तरफ लौट जाएं, लेकिन जब उन्होंने ध्यान नहीं दिया तो दक्षिण कोरिया ने चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं. इससे सैनिक डरकर वापस लौट गए.यह घटना ऐसे वक्त पर हुई है जब उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच सीमा गतिविधियों को लेकर पहले से ही तनाव बढ़ा हुआ है.
30 फौजियों ने पार की सरहद
इससे एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरियाई सेना की आलोचना की थी कि उसने पिछले हफ्ते सीमा की सुरक्षा बढ़ाने की परियोजना पर काम कर रहे उत्तर कोरियाई सैनिकों को चेताते हुए 10 से ज्यादा गोलियां (वॉर्निंग शॉट्स) चलाईं. समाचार एजेंसी 'योनहाप' के मुताबिक प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए कहा कि यूएनसीएमएसी जांच दल ने पुष्टि की है कि कोरियाई पीपुल्स आर्मी (केपीए) के लगभग 30 सदस्यों ने सैन्य सीमांकन रेखा (एमडीएल) पार को पार किया था. यूएनसीएमएसी, यूएनसी सैन्य युद्धविराम आयोग का संक्षिप्त रूप है.
दक्षिण कोरिया ने कई बार दी वॉर्निंग
अधिकारी ने कहा,'आरओके फोर्सेज ने केपीए के सैनिकों को कई बार चेतावनी दी कि वे एमडीएल पार कर चुके हैं लेकिन उन्होंने उस पर ध्यान नहीं दिया. इसके बाद आरओके बलों ने केपीए सैनिकों को एमडीएल के उत्तरी हिस्से में लौटने के लिए मजबूर करने हेतु एक तय इलाके में चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं.' आरओके, दक्षिण कोरिया के आधिकारिक नाम कोरिया गणराज्य का संक्षिप्त रूप है.
बॉर्डर पर लगाई गई कांटेदार दार
प्रवक्ता ने कहा कि दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने बताया कि घटना मंगलवार को घटी. इसके बाद यूएनसीएमएसी के सदस्यों ने मामले की जांच शुरू की. यूएनसी ने बताया कि उत्तर कोरियाई सैन्य समकक्षों ने इस संबंध में पहले ही बात की थी. प्रवक्ता ने कहा,'यूएनसी गलत व्याख्या और आकस्मिक घटनाओं के जोखिम को कम करने में पूर्व सूचना और संवाद के महत्व को समझता है.' उन्होंने कहा,'हम हमारे स्थायी समझौतों से संबंधित अन्य संभावित मुद्दों पर केपीए समकक्षों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं.' पिछले साल अप्रैल से उत्तर कोरियाई सैनिकों को एमडीएल के पास कांटेदार तार की बाड़ और टैंक-रोधी अवरोधक लगाते देखा गया था.'
(Input: IANS)