Last Updated:July 22, 2025, 16:12 IST
Jagdeep Dhankhar Successor Race: जगदीप धनखड़ ने सोमवार को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में नए उपराष्ट्रपति को चुनने की प्रक्रिया जल्द ही चुनाव आयोग शुरू करेगा. अब देखना यह होगा कि इस अहम जिम्मेदारी के लिए मोदी सरकार किस बड़े नेता को चुनती है. बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बिहार से सीएम नीतीश कुमार और मोहम्मद आफिर खान देश के अगले उपराष्ट्रपति हो सकते हैं.

जगत प्रकाश नड्डा: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गुजरात से राज्यसभा सांसद नड्डा का जन्म 2 दिसंबर 1960 को पटना में हुआ. 64 साल के नड्डा ने पटना विश्वविद्यालय से बीए और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करते हुए, वे 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने. 2014-2019 तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहे और 2020 से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. नड्डा प्रधानमंत्री मोदी के करीबी सहयोगी माने जाते हैं. (File Photo)

हरिवंश नारायण सिंह: जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सांसद और वर्तमान में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह उपराष्ट्रपति पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. उनका जन्म 30 जून 1956 को बिहार के सासाराम में हुआ. पत्रकारिता में लंबा अनुभव रखने वाले हरिवंश ने 'धर्मयुग' और 'प्रभात खबर' जैसे समाचार पत्रों में काम किया. साल 2014 से राज्यसभा सांसद और 2020 से उपसभापति हैं. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे संबंध उन्हें उपराष्ट्रपति पद का मजबूत दावेदार बनाते हैं. बिहार से होने के कारण उनकी नियुक्ति एनडीए की क्षेत्रीय रणनीति को मजबूत कर सकती है. (File Photo)

वसुंधरा राजे: राजस्थान की सीएम और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे का जन्म 8 मार्च 1953 को मुंबई में हुआ. मुंबई विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में डिग्री प्राप्त की. 2003-2008 और 2013-2018 तक राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं. उनकी प्रशासनिक अनुभव और राजस्थान में मजबूत जनाधार उन्हें महत्वपूर्ण दावेदार बनाता है. राजे का चयन महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने और राजस्थान में भाजपा की स्थिति मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है. साल 2023 में राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस की जीत के बावजूद उन्हें बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई थी. मोदी सरकार उन्हें अब उपराष्ट्रपति के तौर पर मौका दे सकती है. (File Photo)

मनोज सिन्हा: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का जन्म 1 जुलाई 1959 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में हुआ. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की. 1996 से 2014 तक तीन बार लोकसभा सांसद रहे. 2014-2017 तक रेल राज्य मंत्री रहे और अब जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. उनकी प्रशासनिक क्षमता और भाजपा संगठन में मजबूत पकड़ उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त बनाती है. (File Photo)

आरिफ मोहम्मद खान: बिहार के वर्तमान राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का जन्म 18 नवंबर 1951 को हुआ. 73 साल के खान ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और छात्र नेता के रूप में करियर शुरू किया. 1977 में कांग्रेस से विधायक बने, बाद में बसपा और भाजपा से जुड़े. शाहबानो केस में राजीव गांधी से मतभेद के बाद कांग्रेस छोड़ी. केरल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया और अब बिहार में हैं. पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं. (File Photo)

नीतीश कुमार: जनता दल (यूनाइटेड) के नेता और बिहार के सीएम नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का जन्म 1 मार्च 1951 को हुआ. उन्होंने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की. 74 साल के नीतीश जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से प्रेरित होकर 1974 में राजनीति में प्रवेश किया. उनकी गठबंधन राजनीति और अनुभव उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण बनाते हैं. बढ़ती उम्र को देखते हुए मोदी सरकार नीतीश को उपराष्ट्रपति बनने के लिए मना सकती है. (File Photo)

राजनाथ सिंह: भारत के रक्षा मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश में हुआ. उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से फिजिक्स में एमएससी की डिग्री हासिल की. 74 साल के राजनाथ आरएसएस से जुड़े रहे और 1975 में आपातकाल के दौरान सक्रिय थे. राजनाथ 2000-2002 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. 2014 से मोदी सरकार में गृह और रक्षा मंत्रालय संभाल चुके हैं. उनकी संगठनात्मक क्षमता और संतुलित नेतृत्व उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए मजबूत दावेदार बनाता है. बढ़ती उम्र को देखते हुए राजनाथ भी मंत्रालय की बड़ी जिम्मेदारी से मुक्त होकर उपराष्ट्रपति बन सकते हैं. (File Photo)