Ireland News: आयरलैंड में भारतीय व्यक्ति को नंगा करके हमला, खून से सन गए हाथ-पैर; एक्शन में भारत

10 hours ago

Indian man attacked in Ireland News: यूरोपीय देश आयरलैंड में शनिवार को हमलावरों के एक समूह ने 40 वर्षीय भारतीय नागरिक पर बर्बर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया. वह बिजनेस वीजा पर 3 हफ्ते पहले ही आयरलैंड की राजधानी डबलिन पहुंचा था. हमलावारों ने पीड़ित पर बच्चों के आसपास अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया. इसके बाद उसे पीटना शुरू कर दिया. हमले में पीड़ित के कपड़े फट गए और उसके हाथ-पैरों और चेहरे से खून निकल आया. आयरिश पुलिस को जब घटना की सूचना मिली तो पीड़ित को इलाज के लिए टैलाघ्ट यूनिवर्सिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां पीड़ित गहरे सदमे में है. भारत ने इस नस्ली हमले की निंदा करते हुए स्थानीय पुलिस-प्रशासन से कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया है. 

गहरे सदमे में है पीड़ित- पार्षद

आयरिश मीडिया के मुताबिक, टैलाघ्ट साउथ के पार्षद बेबी पेरेप्पाडन ने इस घटना को अफसोसजनक बताया है. उन्होंने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित से मुलाकात की और हालचाल जाना. पार्षद ने कहा कि पीड़ित गहरे सदमे में हैं और कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है. वह वर्क परमिट लेकर 3 हफ्ते पहले ही आयरलैंड आया था. डर और सदमे की वजह से वह फिलहाल किसी से मिलना नहीं चाहता है. उन्होंने मांग की कि टैलाघ्ट में ऐसी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं. इन्हें रोकने के लिए यहां पर पुलिस की मौजूदगी बढ़ाई जानी चाहिए. 

'वर्क परमिट लेकर आ रहे हैं भारतीय'

पार्षद ने कहा कि स्थानीय लोगों को यह समझने की जरूरत है कि आयरलैंड आने वाले भारतीय अवैध आप्रवासी नहीं है. वे पढ़ाई करने या हेल्थ-आईटी सेक्टर में काम करने के लिए आयरलैंड सरकार से उचित वर्क परमिट लेकर देश में आते हैं. उनके पास यहां के समाज की सेवा करने के लिए जरूरी कौशल होते हैं. उनके साथ इस तरह का व्यवहार बिल्कुल नहीं होना चाहिए.  

आयरलैंड की प्रमुख राजनीतिक पार्टी के सिन फेन टीडी के नेता सीन क्रो ने इस हमले को "हिंसक और नस्लवादी" करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह अटैक  घृणित और पूरी तरह से अस्वीकार्य" है. इस तरह के अटैक की वजह से कुछ निवासी इस तरह के व्यवहार के कारण अपने घरों से बाहर निकलने से घबरा रहे हैं, चाहे वे हमारे समुदाय में नए आए हों या पूरी ज़िंदगी यहीं रहे हों.

'विदेशी नागरिकों पर अपराधों के झूठे आरोप'

इस घटना से एक हफ्ते पहले आयरलैंड के न्याय मंत्री जिम ओ'कैलाघन ने भी आप्रवासियों पर बढ़ते नस्लीय हमलों की आलोचना की थी. उन्होंने कहा कहा था, 'मुझे पता है कि विदेशी नागरिकों पर अपराधों के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. स्थानी लोग अपराधों के लिए अप्रवासियों को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं. लेकिन जब आप अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए लोगों की जेलों में आबादी पर नज़र डालते हैं, तो पता चलता है कि जेल में बंद अप्रवासियों का प्रतिशत समाज में मौजूद अप्रवासियों के प्रतिशत से कम है. इसलिए इस बात में कोई दम नहीं है कि अप्रवासियों की ओर से अपराध करने की संभावना ज़्यादा होती है.'

आरोपियों पर हो सख्त कार्रवाई- भारत

आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने सोशल मीडिया हैंडल X पर इस घटना को लेकर सवाल उठाया है. उन्हें इस नस्लीय अटैक की निंदा करते हुए कहा, 'एक कथित हमले से इतनी भयानक चोट और खून कैसे निकल सकता है?.' उन्होंने पीड़ित के प्रति सहानुभूति और समर्थन के लिए आयरिश लोगों और आयरिश पुलिस को धन्यवाद दिया. साथ ही अपराधी को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया.'

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