Last Updated:July 23, 2025, 06:57 IST
Bihar Sir News: बिहार चुनाव से ठीक पहले SIR प्रक्रिया के तहत 52 लाख वोटरों का नाम काटने की तैयारी है. चुनाव आयोग 1 अगस्त को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी करेगा. इसमें नामों की जांच और सुधार के लिए 1 सितंबर तक मौका मि...और पढ़ें

हाइलाइट्स
1 अगस्त को बिहार में ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी होगी.52 लाख मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट सूची से हटाए जाएंगे.1 सितंबर तक नाम जांच और सुधार का मौका मिलेगा.बिहार में चल रहे मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR प्रक्रिया के तहत भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से ताजा आंकड़े जारी किए गए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक बिहार के 52 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम 1 अगस्त को आने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची में नहीं होंगे. हो सकता है अगले तीन दिनों के दौरान ये आंकड़ा और बढ़ जाए. लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में अगर आपका नाम गलती से हट गया हो या हटने की कगार पर हो, तो चिंता की जरूरत नहीं है- आपको एक आखिरी मौका मिलने वाला है.
दरअसल इस SIR अभियान के दौरान पाया गया कि 18 लाख वोटर्स की अब मौत हो चुकी है. वहीं यह भी पता चला कि 16 लाख वोटर्स दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में जा चुके हैं, जबकि 7 लाख मतदाताओं का दो स्थानों पर नाम दर्ज हैं. वहीं 11,484 ऐसे वोटर्स मिले, जिनका कोई पता नहीं चल सका. इसके अलावा अब लगभग 21 लाख गणना फॉर्म (EF) भरे जाने बाकी हैं या फॉर्म की कोई पुष्टि नहीं हुई है.
एक महीने का और मौका
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि 1 अगस्त को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होगी. जिसके बाद वोटर्स को 1 सितंबर तक का समय दिया जाएगा, ताकि वे अपने नाम जांच सकें और अगर नाम गलती से हट गया हो तो फिर से जुड़वा सकें.
कैसे करें चेक?
nvsp.in वेबसाइट या वोटर हेल्पलाइन ऐप पर जाकर अपना नाम ऑनलाइन सर्च करें.
अपने बूथ पर जाकर BLO से संपर्क करें.
चुनाव आयोग के टोल फ्री नंबर या राज्य निर्वाचन कार्यालय से जानकारी प्राप्त करें.
वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने के लिए क्या करना होगा?
फॉर्म 6 भरकर नाम जुड़वाने का आवेदन दें
फॉर्म 8 के जरिए नाम, पता या अन्य विवरण में सुधार करवाएं
अपने BLO या नजदीकी निर्वाचन कार्यालय से संपर्क करें
बिहार में 52 लाख नामों की कटौती को लेकर राज्य की सियासत भी गरमा गई है. कई राजनीतिक दलों ने आशंका जताई है कि इस प्रक्रिया के जरिए उनके समर्थक वर्गों के नाम जानबूझकर हटाए जा रहे हैं. हालांकि निर्वाचन आयोग का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष और तथ्यों के आधार पर की जा रही है, और सभी को अपनी आपत्ति दर्ज कराने का पूरा मौका मिलेगा.
तो अगर आपको भी लगता है कि आपका नाम मतदाता सूची में नहीं है, या SIR की 52 लाख वाली लिस्ट में आपको रखा गया है, तो घबराएं नहीं. 1 अगस्त से शुरू होने वाले एक महीने की खिड़की में आप फिर से अपना नाम जुड़वा सकते हैं. इसलिए सतर्क रहें, समय रहते जांच करें, और अगर ज़रूरत हो तो आवेदन ज़रूर करें.