Indian Man Attacked In Ireland: आयरलैंड की राजधानी डबलिन में कुछ लोगों ने मिलकर 40 साल के एक भारतीय शख्स पर हमला किया और उसके कपड़े उतार दिए. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हमला शख्स के बच्चों के साथ अनुचित व्यवहार करने के आरोप में किया गया, हाालंकि जांचकर्ताओं ने इसे नस्लवादी हमले का संदेह जताया है. भारतीय नागरिक की अभी पहचान नहीं हुई है. 'आयरिश टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिसने शख्स द्वारा किसी भी तरह के अनुचित व्यवहार से इनकार किया है. मामले की जांच की जा रही है.
भारतीय नागरिक पर हमला
घटना शनिवार 19 जुलाई 2025 को डबलिन के टैलाघ्ट में हुई. जब कुछ लोगों ने भारतीय नागरिक पर हमला किया. वहीं जब स्थानीय लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की तो उससे पहले ही उसकी पैंट उतार दी. व्यक्ति को जब बचाया गया तब उसके चेहरे और हाथ-पैरों से खून बह रहा था. वहीं उसके शरीर पर कई घाव थे. घयाल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती किया गया. आयरिश पुलिस के मुताबिक हमलावरों ने झूठा दावा किया कि वह व्यक्ति बच्चों के आसपास अनुचित व्यवहार कर रहा था, हालांकि इन दावों में कोई सच्चाई नहीं थी.
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मंत्री ने जताया दुख
घटना को लेकर 'आयरिश टाइम्स' ने पुलिस के हवाले से बताया,' टैलाघ्ट में गार्डा को शनिवार19 जुलाई 2025 की शाम लगभग 6 बजे पार्कहिल रोड, टैलाघ्ट, डबलिन 24 पर हुई एक घटना के बारे में सूचित किया गया. गार्डा (आयरिश पुलिस) घटनास्थल पर पहुंचे और 40 साल की उम्र के एक पुरुष को घायल अवस्था में टैलाघ्ट यूनिवर्सिटी अस्पताल ले जाया गया.' जांचकर्ताओं ने बताया कि हाल ही में टैलाघ्ट क्षेत्र में कुछ हमलावरों ने विदेशियों पर बेवजह हमले शुरू किए है. गार्डा ने घटना की जांच शुरू कर दी है. आयरिश न्याय मंत्री जिम ओ'कैलाघन ने भी हाल ही में विदेशी नागरिकों पर झूठे अपराध के आरोपों की घटनाओं को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा,' आप सुनते हैं कि लोग अपराधों के लिए आप्रवासियों को दोषी ठहरा रहे हैं. मैं आपसे बस इतना कह सकता हूं कि मैंने आंकड़े मांगे हैं और जब आप अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए लोगों की जेलों में आबादी को देखेंगे तो पाएंगे कि जेलों में बंद आप्रवासियों का प्रतिशत समाज में मौजूद आप्रवासियों के प्रतिशत से कम है.'
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भारतीय राजदूत ने की आलोचना
मंत्री ने कहा कि इस बात में कोई दम नहीं है कि आप्रवासियों की ओर से अपराध करने की संभावना अधिक होती है. आयरलैंड में मौजूद भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्रा ने घटना की आलोचना की और इस घटना को केवल हमला बताने के लिए 'आयरिश टाइम्स' की आलोचना की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X'पर एक पोस्ट जरिए लिखा,' एक 'कथित' हमले से इतनी भयानक चोट और ब्लीडिंग कैसे हो सकती है? RTI की असंवेदनशीलता और अस्पष्टता देखकर स्तब्ध हूं. माननीय पॉल मर्फी, पुलिस और आयरिश लोगों को निर्दोष पीड़ित के प्रति उनकी सहानुभूति और समर्थन के लिए धन्यवाद. आशा है कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.'