Last Updated:December 11, 2025, 15:50 IST
गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में लूथरा ब्रदर्स की अग्रिम जमानत याचिका पर रोहिणी कोर्ट में तीखी सुनवाई हुई. गोवा पुलिस ने कोर्ट को बताया कि आग लगने के तुरंत बाद दोनों भाइयों ने थाईलैंड की फ्लाइट बुक की. क्लब का लाइसेंस तो 2023 में ही एक्सपायर हो चुका था. इसे अब तक रिन्यू भी नहीं कराया गया.
रोहिणी कोर्ट में सुनवाई हो रही है.नई दिल्ली. गोवा क्लब अग्निकांड से जुड़े लूथरा ब्रदर्स (सौरव और गौरव लूथरा) की अग्रिम जमानत याचिका पर दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में मंगलवार को गहमागहमी भरी सुनवाई हुई. गोवा स्टेट काउंसल ने कोर्ट में जमानत का कड़ा विरोध किया. प्रॉसिक्यूशन की दलीलें इतनी तीखी थीं कि कोर्ट में सब हैरान रह गए. गोवा पुलिस ने लूथरा बंधुओं पर गंभीर आरोप लगाए. कहा गया कि जिस वक्त गोवा का उनका नाइट क्लब जल रहा था, वो थाईलैंड की टिकट बुक कर रहे थे. सुनवाई के दौरान लाइसेंस की स्थिति पर भी बड़ा खुलासा हुआ. प्रॉसिक्यूशन ने कोर्ट को बताया कि जिस ट्रेड लाइसेंस पर लूथरा ब्रदर्स भरोसा कर रहे हैं, वह पंचायत द्वारा जारी किया गया था. यह लाइसेंस तो 2023 में ही एक्सपायर हो चुका था. इसे अब तक रिन्यू भी नहीं कराया गया. कोर्ट ने 5 बजे तक अग्रिम जमानत पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है.
हम तुरंत भारत आने को तैयार: लूथरा ब्रदर्स
रोहिणी कोर्ट में लूथरा ब्रदर्स की तरफ से पेश वकील तनवीर अहमद मीर ने कोर्ट में जोर देकर कहा कि आज चाहे कुछ भी हो, मैं अपने क्लाइंट्स को वापस ला रहा हूं… वे आज ही भारत लौटेंगे.” मीर ने अदालत से यह अपील भी की कि उनकी यह बात रिकॉर्ड में ली जाए क्योंकि उन्होंने खुद अपने मुवक्किलों को सलाह दी है कि हर हाल में लौटकर जांच में सहयोग करें. बचाव पक्ष ने कहा कि ब्लू कॉर्नर नोटिस केवल सूचना देने के लिए जारी होता है, डिटेन करने के लिए नहीं, लेकिन अब पासपोर्ट रद्द कर डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. उन्होंने सिर्फ 2–4 दिन की सीमित ट्रांजिट एंट्रिम बेल मांगी ताकि आरोपी सीधे एजेंसी के सामने पेश हो सकें. बचाव पक्ष ने स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का भी हवाला दिया.
नाइट क्लब में आग लगने के बाद थाइलैंड का टिकट बुक कराया
गोवा काउंसल ने आगे कहा कि लूथरा ब्रदर्स के खुद के लीज डॉक्युमेंट्स उनकी दलीलों को खारिज करते हैं. दस्तावेज़ों में यह स्पष्ट लिखा है कि यह प्रतिष्ठान लूथरा ब्रदर्स द्वारा ही संचालित था. इसलिए वे जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते. उन्होंने जांच में भी सहयोग नहीं किया है. थाईलैंड भागने के मामले पर गोवा पुलिस की दलीलें सबसे ज़्यादा चौंकाने वाली थीं. काउंसल ने कोर्ट को बताया कि आग लगने की खबर मिलने के तुरंत बाद उन्होंने थाईलैंड के टिकट बुक किए. पुलिस के मुताबिक 7 दिसंबर को सुबह सवा एक बजे उन्होंने ‘मैक माई ट्रिप’ से टिकट कराई. फिर उसी सुबह इंडिगो की फ्लाइट से वे थाईलैंड चले गए. पुलिस ने स्पष्ट किया कि थाईलैंड में उनका कोई बिजनेस का काम नहीं था. यह भागने की कोशिश थी.
लुकआउट नोटिस और इंटरपोल की कार्रवाई
गोवा के वकील ने कोर्ट में यह सवाल उठाया कि लूथरा ब्रदर्स के भागने की पुष्टि तब हुई जब पुलिस 7 दिसंबर को उनके घर गई. आरोपियों की मां और बहन ने बताया कि उन्हें उनकी लोकेशन नहीं पता है. यही बात उनके वकील ने भी दोहराई थी. घटना के तुरंत बाद गायब हो जाना, आपका आचरण क्या बताता है? इसी आचरण के आधार पर कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट जारी किए. 7 दिसंबर को उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ. इसके बाद 9 दिसंबर को इंटरपोल ने ब्लू कार्नर नोटिस जारी किया. गोवा के वकील ने यह भी बताया कि इंडिगो एयरलाइंस ने सौरव और गौरव लूथरा की डिटेल्स उन्हें उपलब्ध कराई हैं.
NOC बिना चलाते रहे गोवा का नाइट क्लब
फायर डिपार्टमेंट की रिपोर्ट ने मामले को और गंभीर बना दिया. डिपार्टमेंट ने बताया कि बार के लिए NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं लिया गया था. सुरक्षा नियमों की घोर अनदेखी की गई थी. सबसे बड़ी लापरवाही यह थी कि बार में आने और जाने का केवल एक ही रास्ता था. इसी कारण से 25 लोगों की जान गई है. लूथरा ब्रदर्स पर कोर्ट के सामने गलत जानकारी रखने का भी आरोप लगा. यहाँ तक कि उनकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी सही जानकारी नहीं दी गई. गोवा पुलिस ने इसे पूरी तरह “बोगस केस” बताया. गोवा पुलिस ने जोर देकर कहा कि आप अचानक विदेश यात्रा पर जा सकते हैं, लेकिन जांच में सहयोग के लिए नहीं आ सकते.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
First Published :
December 11, 2025, 15:42 IST

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