Last Updated:August 11, 2025, 10:59 IST
What is NH34 : राष्ट्रीय राजमार्ग 34 का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. इस हाइवे की सबसे बड़ी बाधा गंगोत्री के पास खाई पर बन रहा पुल था, जिसका निर्माण भी पूरा होने वाला है. इसके बाद एनएच से मध्यप्रदेश के ...और पढ़ें

नई दिल्ली. चारधाम की यात्रा न सिर्फ आध्यात्म के करीब ले जाती है, बल्कि प्रकृति के नजारों का भी अहसास कराती है. लेकिन, मौजूदा परिस्थितियों में इसे पूरा करना सबके बस की बात नहीं होती. श्रद्धालुओं की इसी मुश्किल को आसान बनाने के लिए सरकार इस रूट पर शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग 34 (NH34) इसी कड़ी का अहम हिस्सा है. यह राजमार्ग करीब 1,426 किलोमीटर का बनाया जा रहा है, जो देश के सबसे बड़े राजमार्गों में से एक है.
इस राजमार्ग के रास्ते में सबसे बड़ी मुश्किल गंगोत्री की खाई थी, जिस पर पुल का निर्माण अंतिम चरण में है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. यहां बना पुल हाल में आई बाढ़ में टूट गया था. यह राजमार्ग गंगोत्री से लेकर मध्य प्रदेश के लखनाडोन तक जाएगा, जो तीन राज्यों को पार करेगा. उत्तराखंड से शुरू होकर यूपी को पार करते हुए यह राजमार्ग मध्य प्रदेश के श्योनी जिले तक जाएगा. इस राजमार्ग का ज्यादातर निर्माण पूरा हो चुका है, लेकिन असली मुश्किल गंगोत्री के पास की खाई थी, जिस पर पुल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है.
क्या है राजमार्ग का रूट
एनएच 34 का पहाड़ों में रूट गंगोत्री धाम से शुरू होकर उत्तरकाशी, बारकोट और धरासू तक जाता है. धरासू के आगे यह दो तरफ मुड़ जाता है एक हरिद्वार और दूसरा ऋषिकेश की तरफ. यहां से उतरकर एनएच 34 यूपी में प्रवेश करता है. यूपी में यह नाजिबाबाद, बिजनौर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा, कन्नौज और कानपुर के रास्ते यह हमीरपुर और महोबा तक जाएगा, जहां से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगा. एमपी में यह छतरपुर, दामोह, जबलपुर के रास्ते लाखनडोन तक जाएगा. यह राजमार्ग कई बड़े शहरों और औद्योगिक इलाकों के साथ कई धार्मिक स्थलों से भी गुजरेगा.
कई सेक्टर्स को मिलेगा फायदा
इस राष्ट्रीय राजमार्ग से कई सेक्टर के उद्योगों को फायदा मिलेगा. जैसे हरिद्वार में टूरिज्म, धार्मिक यात्रा और आयुर्वेद को बढ़ावा मिलेगा. मेरठ में इस राजमार्ग से उद्योगों के अलावा रियल एस्टेट और एजुकेशन सेक्टर को फायदा मिलेगा. इसी तरह, अलीगढ़ में यह राजमार्ग ताला उद्योग और स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट के लिए फायदेमंद साबित होगा. कानपुर में भी यह एनएच चमड़ा उद्योग और कपड़ा उद्योग के लिए लाभकारी होगा. जबलपुर शहर से गुजरने वाला यह राजमार्ग रक्षा, लॉजिस्टिक्स और टूरिज्म सेक्टर को लाभ पहुंचाएगा.
रियल एस्टेट को मिलेगा बढ़ावा
यह राजमार्ग जिन भी शहरों से गुजर रहा है, वहां रियल एस्टेट सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा. हरिद्वार और ऋषिकेश में अभी से प्लॉट की डिमांड बढ़ने लगी है. गाजियाबाद और मेरठ जैसे शहरों से यह रास्ता गुजरेगा तो आवासीय और कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स की डिमांड बढ़ रही है. जबलपुर में भी लॉजिस्टिक्स पार्क और वेयरहाउस की डिमांड बढ़नी शुरू हो गई है. प्रमुख शहरों के अलावा भी रियल एस्टेट डेवलपर्स इस हाइवे के आसपास इंडस्ट्रियल हब और आवासीय परियोजनाएं विकसित कर रहे हैं. टीयर-2 शहरों में भी प्रॉपर्टी निवेशकों की डिमांड बढ़नी शुरू हो गई है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 11, 2025, 10:59 IST