गुदड़ी का लाल: मजदूर के बेटे ने JEE एडवांस में शानदार रैंक लाकर बढ़ाया मान

1 day ago

Last Updated:June 04, 2025, 16:22 IST

Success Story: बिहार के एक मजदूर के बेटे सुबल चंद्र नंदी ने JEE एडवांस में 16337 रैंक हासिल कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है. झारखंड सरकार की 'आकांक्षा' कार्यक्रम से पढ़ाई कर सुबल ने सफलता पाई. सुबल भविष्...और पढ़ें

 मजदूर के बेटे ने JEE एडवांस में शानदार रैंक लाकर बढ़ाया मान

मजदूर के बेटे सुबुल चंद्र नंदी ने JEE एडवांस के जनरल कैटेगरी में 16337 रैंक लाया.

हाइलाइट्स

सुबल चंद्र नंदी ने JEE एडवांस में 16337 रैंक हासिल की.सुबल ने झारखंड सरकार की 'आकांक्षा' कार्यक्रम से पढ़ाई की.सुबल भविष्य में कंप्यूटर साइंस या AI की पढ़ाई करना चाहता है.

बोकारो/मृत्युंजय कुमार. चास प्रखंड के चितमी गांव के रहने वाले एक बिहारी मजदूर के बेटे सुबल चंद्र नंदी ने JEE एडवांस के जनरल कैटेगरी में 16337 रैंक लाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है. इससे पहले, सुबल ने JEE मेंस में 10996 रैंक हासिल की थी. सुबल ने झारखंड सरकार की ‘आकांक्षा’ कार्यक्रम के तहत पढ़ाई करके यह सफलता प्राप्त की है.सुबल ने मैट्रिक की पढ़ाई सोनबाद हाई स्कूल से पूरी की थी. उसने बताया कि दसवीं की पढ़ाई शुरू करते समय शिक्षकों ने उसे JEE की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद उसने पूरी लगन के साथ पढ़ाई की और दसवीं में 94% अंक प्राप्त किए. सुबल का कहना है कि उसके पिता मजदूर हैं और वह साधारण परिवार से आता है. वह अपने पिता को वे सारी सुविधाएं देना चाहता है जो उन्होंने अब तक हासिल नहीं की हैं.

सुबल भविष्य में कंप्यूटर साइंस या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई करना चाहता है और कुछ समय नौकरी करने के बाद अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहता है. उसने बताया कि आकांक्षा में रांची के बेहतरीन शिक्षकों ने हमें पढ़ाया और हमारे लिए आधुनिक कंप्यूटर लैब भी बनाई गई, जहां हमें सभी तरह की जानकारी दी गई.सुबल ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आकांक्षा कार्यक्रम की तारीफ की और कहा कि इस कार्यक्रम के चलते साधारण गरीब घर का बेटा भी इस मुकाम तक पहुंच सका है. उसने बताया कि हम जैसे गरीब छात्रों के लिए कोटा और निजी संस्थानों में पढ़ाई करना संभव नहीं था, लेकिन आकांक्षा में दी गई सुविधाएं हमारे लिए बेहद लाभदायक साबित हुईं.

बोकारो में मजदूर के बेटे सुबुल चंद्र नंदी ने राज्य सरकार के आकांक्षा कार्यक्रम के तहत पढ़कर जेईईई एडवांस में सफलता हासिल की

राज्य सरकार से मदद की अपील

सुबल के पिता भक्ति पद नंदी ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका बेटा इस तरह की पढ़ाई कर पाएगा. हालांकि, वह आगे की पढ़ाई के लिए सक्षम नहीं हैं और उन्होंने राज्य सरकार से मदद की अपील की है. सुबल का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है, उनका घर भी टूटा-फूटा है. दो भाई और एक बहन में सुबल सबसे छोटा है। बड़ा भाई आईटीआई करके एग्जाम की तैयारी कर रहा है, जबकि बहन की शादी हो चुकी है. बता दें कि इस सत्र में आकांक्षा में 58 छात्र थे, जिनमें से 46 ने मेंस क्वालीफाई किया और 13 ने एडवांस्ड क्वालीफाई किया.

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Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...

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