हाइलाइट्स
अगले 5 से 6 साल में इस प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा. पहली एयर टैक्सी सेवा हैदराबाद में शुरू करने का प्लान है. 9 से 10 महीने टेस्टिंग के बाद डीजीसीए से अप्रूवल लिया जाएगा.
नई दिल्ली. ताबड़तोड़ बिकती गाडि़यां और शहरों में बढ़ती जनसंख्या से ट्रैफिक जाम आज की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है. हैदराबाद और बैंगलोर जैसे मेट्रो सिटीज में तो सुबह शाम लोग सड़कों पर उतरते हुए डरते हैं. लेकिन, आने वाले कुछ सालों में ट्रैफिक जाम की इस समस्या से तो छुटकारा मिले या नहीं लेकिन आपको ऑफिस आने-जाने के लिए सड़क पर नहीं उतरना होगा. तीन कंपनियों ने मिलकर एयर टैक्सी पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है और अगले कुछ साल में आम आदमी को एयर टैक्सी की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी.
एयर टैक्सी बनाने वाली कंपनी eVTOL ने दावा किया है कि अगले 5 से 6 साल में इस प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा. इस कंपनी के साथ ड्रोन स्टार्टअप मारुत ड्रोन ने भी हाथ मिलाया है. ये एयर टैक्सी ऑटोनॉमस यानी बिना ड्राइवर के चलने वाले भी हो सकते हैं और ड्राइवर वाले भी. कंपनियों का दावा है कि अभी ट्रैफिक में जिस दूरी को तय करने में घंटेभर लग जाते हैं, वहां 2 से 3 मिनट में ही पहुंचा जा सकेगा. साल 2030 तक इस एयर टैक्सी को शहरों में चलाने का प्लान है.
कहां शुरू होगी सबसे पहले सेवा
चेन्नई और बैंगलोर के दोनों स्टार्टअप ने पहली एयर टैक्सी सेवा हैदराबाद में शुरू करने का प्लान बनाया है. मारुत ड्रोन ने जापान की एयर टैक्सी कंपनी SkyDrive’s eVTOL से हाथ मिलाकर अगले साल तक इसका ट्रायल करने का भी प्लान बनाया है. जापानी कंपनी का कहना है कि वह साल 2026 तक दुबई और सिंगापुर में एयर टैक्सी चलानी शुरू कर देगी. इसके बाद भारत के हैदराबाद में इसे लांच किया जाएगा. 9 से 10 महीने टेस्टिंग में लगेंगे और फिर डीजीसीए से अप्रूवल लिया जाएगा.
कितनी होगी रेंज और स्पीड
एयर टैक्सी को 3 से 5 सीट से लेकर 10 सीटों की क्षमता वाला बनाया जाएगा. इसकी रेंज 700 से 800 किलोमीटर तक होगी और इससे अधिकतम 300 किलोमीटर की दूरी तक लोगों को ले जाया जा सकेगा. इसे लीथियम बैटरी और हाइड्रोजन फ्यूल पर उड़ाया जाएगा. एयर टैक्सी 500 मीटर से 1000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ाई जा सकेगी और इसकी अधिकतम स्पीड 260 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी. इसका वजन भी हेलीकॉप्टन के मुकाबले आधा ही रहेगा.
कितना होगा किराया
सिंगल पायलट एयर टैक्सी का प्रोटोटाइप बनाने वाली कंपनी AirArk का कहना है कि शहरों में चलने एयर टैक्सी का शुरुआती किराया 150 से 200 रुपये प्रति किलोमीटर रखा जाएगा. इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और आपात स्थिति में लोगों को जल्दी गंतव्य तक पहुंचने में भी आसानी होगी. अभी बैंगलोर एयरपोर्ट से इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक पहुंचने में 2 घंटे का समय लगता है, जबकि एयर टैक्सी से इस दूरी को 10 से 12 मिनट में पूरा किया जा सकेगा.
Tags: Air Travel, Business news, Traffic Jam
FIRST PUBLISHED :
June 25, 2024, 12:24 IST