हाइलाइट्स
हाजीपुर गंगा में बही महिला 95 किलोमीटर दूर मोकामा में जिंदा मिली. तैरना नहीं जानने के बाद भी महिला 24 घंटे गंगा की लहरों से जूझती रही.महिला ने मोकामा में लोगों को देख आवाज लगाई तो ग्रामीणों ने बचा लिया.
मोकामा. बिहार में बाढ़ का कहर है और नदियां उफान पर हैं. इस क्रम में आये दिन हादसे भी होते रहे हैं. लेकिन, इसी बीच एक चमत्कार हुआ है. बताया जा रहा है कि एक अधेड़ उम्र की महिला तैरना नहीं जानती थी, लेकिन वह गंगा की उफनती धारा में बह गई. हाजीपुर में गंगा की लहरों की चपेट में आई महिला डूबने के 24 घंटे बाद 95 किलोमीटर दूर मोकामा में जीवित पाई गई. बताया जा रहा है कि महिला 24 घंटे तक गंगा की लहरों से जूझती रही. इस दौरान उनका शरीर भी अकड़ गया, लेकिन उन्होंने लहरों के आगे हार नहीं मानी और ईश्वर ने उनकी रक्षा की और वह जीवित मिली हैं.
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि विगत 4अक्टूबर को प्रमिला देवी अपने पति के साथ नावरात्रि में गंगा नहाने हाजीपुर के सोनपुर घाट अपने पति के साथ पहुंची थीं. तेज धार में दोनों पति-पत्नी बहने लगे. बहते-बहते हाजीपुर से मोकामा करीब 90 किलोमीटर से भी अधिक दूर तक पहुंच गईं, लेकिन गंगा की तेज धार महिला का बाल भी बांका नहीं कर सकी. इसी बीच मोकामा के मेकरा के कुछ युवाओं ने प्रमिला को बचाने की आवाज सुनी तो गंगा की तेज धारा में जाकर उनको बचाया. हालांकि प्रमिला के पति का अब तक कोई पता नहीं चल सका है.
ग्रामीणों ने पुलिस की सहायता से प्रमिला देवी को उनके परिजनों को सौंप दिया है. महिला ने बताया कि उन्हें तैरना नहीं आता, लेकिन वह हाथ पैर मारते रहीं. इस दौरान उनका शरीर भी अकड़ गया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और गंगा में बहती चीजों के सहारे खुद को बचती रहीं. इसी दौरान बहते-बहते जब वह मोकामा पहुंचीं तो कुछ लोगों पर महिला की नजर पड़ी तो उन्होंने चिल्लाकर आवाज लगा. महिला ने की मदद की गुहार सुनकर लोग वहां पहुंच गए और उन्हें बचा लिया.
मोकामा में गंगा में डूब रही महिला को बचाने के बाद परिजनों के पास भेजा गया.
वहीं, मोकामा के मेकरा गांव से मिली महिला के बारे में स्थानीय सोनू पहलवान ने बताया कि वह गंगा के किनारे बैठे हुए थे कि अचानक उन्हें किसी महिला के चिल्लाने की आवाज आई. उन्होंने दोस्तों के साथ मिलकर नदी में नाव उतारी और आवाज की दिशा में बढ़ गए. सोनू पहलवान ने बताया कि महिला गंगा नदी के बीच की धारा में बहती जा रही थी. वह बढ़ाने की गुहार लगाकर बेहोश हो रही थी, इसी बीच हमलोगों ने महिला को किसी तरह गंगा नदी की तेज धार से खींचकर नाव में चढ़ा लिया और उनकी जान बच सकी.
सोनू पहलवान ने बताया कि महिला का हाथ पर पूरे पूरे तौर पर अकड़ चुका था. महिला अपने परिजनों के साथ गांव पहुंच चुकी हैं. बताया जा रहा है कि उनका शरीर बुरी तरह अकड़ा हुआ है और उन्हें पति की चिंता है. इस बीच गांव की महिलाओं ने उनकी तेल मालिश की है और डॉक्टरों ने उनका इलाज भी किया. पहले से अब उनकी स्थिति सामान्य है. शुक्रवार की यह घटना पूरे मोकामा में चर्चा का विषय है.
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FIRST PUBLISHED :
October 6, 2024, 12:12 IST