Last Updated:June 09, 2025, 20:42 IST
अमेरिका में फेंटेनाइल संकट रोकने के लिए एफबीआई ने भारत से मदद मांगी है. एफबीआई निदेशक काश पटेल ने कहा कि चीन और मैक्सिकन ड्रग माफिया के नेटवर्क को खत्म करने में भारत की भूमिका अहम है.

एफबीआई के चीफ काश पटेल ने फेंटेनाइल पर भारत से मदद मांगी है. (Image:AP)
हाइलाइट्स
एफबीआई ने भारत से फेंटेनाइल संकट रोकने में मदद मांगी.भारत ट्रांजिट रूट के रूप में इस्तेमाल हो रहा है.एफबीआई और भारतीय एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई शुरू.नई दिल्ली. अमेरिका में जानलेवा ड्रग फेंटेनाइल के संकट को रोकने के लिए अब एफबीआई ने भारत से सीधे मदद मांगी है. एफबीआई निदेशक काश पटेल ने कहा कि चीन और मैक्सिकन ड्रग माफिया के इस नेटवर्क को खत्म करने में भारत की भूमिका बेहद अहम है. काश पटेल ने एक पॉडकास्ट पर बातचीत के दौरान बताया कि चीन में तैयार होने वाले फेंटेनाइल के लिए जरूरी रासायनिक कच्चा माल अब भारत जैसे देशों से होकर मैक्सिकन कार्टेल्स तक पहुंच रहे हैं. उन्होंने खुलकर कहा कि ‘भारत इसका उपभोक्ता नहीं है, लेकिन अब इसे एक ट्रांजिट रूट के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.’
काम पहले ही शुरू
उन्होंने बताया कि एफबीआई और भारतीय कानूनी एजेंसियों के बीच संयुक्त कार्रवाई पहले ही शुरू हो चुकी है. भारत में मौजूद कुछ कंपनियों पर संदेह है जो इन रसायनों की आपूर्ति कर रही हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कई भारतीय कंपनियों पर अमेरिका में केस दर्ज हैं.
नशे का नहीं एक राष्ट्रीय सुरक्षा का संकट
काश पटेल ने इसे सिर्फ नशे का नहीं, बल्कि एक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा संकट’ बताया है. उनका कहना है कि चीन सिर्फ मुनाफा नहीं, बल्कि अमेरिका की युवा पीढ़ी को नुकसान पहुंचाने के लिए इस नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भारत इस नेटवर्क को अभी नहीं रोकेगा तो भविष्य में यह भारत के लिए भी खतरा बन सकता है.
फेंटेनाइल (Fentanyl) एक शक्तिशाली सिंथेटिक ओपिओइड ड्रग है, जो आमतौर पर तेज दर्द के इलाज में डॉक्टर की सलाह से दिया जाता है. यह दवा मॉर्फीन से 50 से 100 गुना अधिक शक्तिशाली होती है. यह दवा शरीर के दर्द को कम करने के लिए मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र (nervous system) को प्रभावित करती है. डॉक्टर इसे गंभीर चोट, कैंसर, सर्जरी या अन्य तीव्र दर्द की स्थितियों में देते हैं. इसे टैबलेट, इंजेक्शन, पैच (चमड़ी पर चिपकाने वाला) या लोजेंज (घोलने वाली गोली) के रूप में दिया जाता है. गैरकानूनी तरीके से इसे पाउडर, तरल या नकली टैबलेट के रूप में बेचा जाता है– जो ज़्यादातर समय जानलेवा साबित होती हैं. रूप से इस्तेमाल होने वाला फेंटेनाइल आज अमेरिका और कई अन्य देशों में ड्रग ओवरडोज़ मौतों का सबसे बड़ा कारण बन गया है. ये बेहद कम मात्रा में भी जानलेवा हो सकता है. उदाहरण के लिए, 2 मिलीग्राम फेंटेनाइल किसी इंसान की जान लेने के लिए काफी है. कई बार लोग इसे हीरोइन या कोकीन में मिलाकर लेते हैं, बिना जाने कि उसमें फेंटेनाइल मिला है.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi