Last Updated:October 20, 2025, 13:05 IST
Viral Video: बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिका, चीन, जापान जैसे देशों में नौकरी कर रहे हैं. वहां का वर्क कल्चर भारत की तुलना में बहुत अलग है. एक भारतीय इंजीनियर जापान में 58 लाख रुपये सालाना कमा रहा है.

नई दिल्ली (Viral Video). सोशल मीडिया पर एक टेक प्रोफेशनल का वीडियो वायरल हो रहा है. यह शख्स भारतीय है और जापान की एक कंपनी में काम कर रहा है. उसने अपनी सैलरी 10 मिलियन येन यानी लगभग 58 लाख रुपये सालाना बताई है. इस टेक प्रोफेशनल की सक्सेस स्टोरी से पता चलता है कि सही स्किल्स, दृढ़ता और नए माहौल को अपनाने की इच्छा इंटरनेशनल करियर में बड़ी सफलता दिला सकती है. जापान में रहकर काम कर रहे इस भारतीय इंजीनियर ने सोशल मीडिया पर जापानी वर्क कल्चर की भी जानकारी दी है.
महाराष्ट्र के सुमित चिंचनसुरे की यात्रा उन सभी भारतीयों के लिए रोडमैप है, जो विदेश में तकनीकी करियर बनाने का सपना देखते हैं, उन्होंने अपने शुरुआती दिनों की चुनौतियों, नए वातावरण में ढलने के अनुभव और जापानी कंपनियों में काम करने के तरीकों पर खुलकर बात की है. यह जानना दिलचस्प है कि भारत की तुलना में जापानी कंपनियों में काम का माहौल कैसा है. शख्स ने वायरल वीडियो में बताया कि वह न केवल शानदार सैलरी पैकेज पा रहा है, बल्कि जापान की अनूठी संस्कृति का भी हिस्सा बन रहा है.
जापान में कैसे मिली नौकरी?
वायरल वीडियो में टेक प्रोफेशनल ने बताया कि भारत में मजबूत इंजीनियरिंग बैकग्राउंड होने से उन्हें जापान में जल्दी पहचान मिली. शुरू में भाषा और सांस्कृतिक अंतर बाधा बने लेकिन उन्होंने अपने काम की क्वॉलिटी से खुद को साबित कर दिया. जापान में समय की पाबंदी, Attention to Detail और टीमवर्क को प्राथमिकता दी जाती है. तकनीकी दुनिया में सफल होने के लिए लगातार सीखते रहना जरूरी है. जापानी कंपनियां स्किल डेवलपमेंट पर काफी निवेश करती हैं.
जापान में वर्क लाइफ बैलेंस कैसा है?
जापान की कॉर्पोरेट संस्कृति को अक्सर बाहरी लोगों के लिए कठिन माना जाता है, लेकिन इस इंजीनियर ने कुछ शानदार पहलू साझा किए:
सैलरी और भत्ते: 10 मिलियन येन (करीब ₹58 लाख) का पैकेज उन्हें आरामदायक लाइफस्टाइल देता है. जापान में रहने का खर्च अधिक है, लेकिन उच्च सैलरी इसे बैलेंस कर देती है. उन्होंने बताया कि सैलरी के अलावा कई अन्य भत्ते और जॉब सिक्योरिटी भी मिलती है.
वर्क लाइफ बैलेंस: भारतीय और पश्चिमी देशों की तुलना में, जापान में काम के घंटे कभी-कभी लंबे हो सकते हैं. हालांकि, उन्होंने बताया कि कई आधुनिक जापानी कंपनियां अब बेहतर संतुलन की तरफ बढ़ रही हैं, खासकर विदेशी कर्मचारियों के लिए. ईमानदारी और सम्मान- ऑफिस के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं.
जापानी भाषा की चुनौती: उन्होंने जोर दिया कि जापानी कंपनियों में काम करने और सहकर्मियों के साथ सहज होने के लिए जापानी भाषा (Japanese Language) सीखना बहुत जरूरी है. यह सिर्फ काम के लिए नहीं, बल्कि रोजमर्रा के जीवन को आसान बनाने के लिए भी जरूरी है.
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विदेश में सफलता के लिए तीन टिप्स
भारतीय टेक एक्सपर्ट ने अपने अनुभवों के आधार पर विदेश में करियर बनाने की चाह रखने वालों को तीन मुख्य सलाह दी हैं:
1- स्किल्स को प्राथमिकता दें: अपनी तकनीकी विशेषज्ञता (Technical Expertise) को इतना मजबूत करें कि वह भाषा या सांस्कृतिक बाधाओं से अलग जाकर आपकी पहचान बने.
2- सांस्कृतिक रूप से अनुकूल बनें: जिस देश में आप काम कर रहे हैं, उसकी संस्कृति और काम करने के तरीके को समझने और अपनाने की कोशिश करें. इससे टीम के साथ संबंध बेहतर होते हैं.
3- धैर्य रखें: विदेश में शुरुआती दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. एक मजबूत सपोर्ट नेटवर्क बनाएं और धैर्य रखें-सफलता धीरे-धीरे मिलती है.
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...
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First Published :
October 20, 2025, 13:05 IST