Last Updated:December 06, 2025, 19:48 IST
लाल किले के पास हुए कार धमाके में 15 लोगों की मौत हो गई थी. (पीटीआई)नई दिल्ली में हुई क्वाड देशों की ‘काउंटर टेररिज्म’ बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया गया है. भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने एक सुर में 10 नवंबर 2025 को लाल किले के पास हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. तीसरी क्वाड काउंटर-टेररिज़्म वर्किंग ग्रुप की इस बैठक में साफ कहा गया कि हमले के दोषियों, साजिशकर्ताओं और उन्हें फंड देने वालों को हर हाल में न्याय के कठघरे में लाया जाएगा. क्वाड देशों ने संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से इस काम में सहयोग करने की अपील भी की. बैठक का मुख्य मकसद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को आतंकवाद के साये से मुक्त रखना और आपसी सहयोग बढ़ाना था. इसमें सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर भी गंभीर चर्चा हुई.
आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस और लाल किला हमला: बैठक में भारत ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए क्वाड देशों के बीच साझा संकल्प पर जोर दिया. सभी सदस्य देशों ने आतंकवाद और सीमा पार से होने वाली आतंकी गतिविधियों की कड़े शब्दों में निंदा की. विशेष रूप से 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए जघन्य हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया गया. क्वाड समूह ने यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाए. चाहे वह हमले को अंजाम देने वाले हों या उन्हें पैसे और पनाह देने वाले, सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
इंडो-पैसिफिक और खतरों का साझा आकलन: क्वाड देशों ने आतंकवाद से जुड़े खतरों के मौजूदा परिदृश्य पर अपने आकलन साझा किए. इसमें इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति पर खास फोकस रहा. चारों देशों ने इस बात पर जोर दिया कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र खुला, स्वतंत्र और आतंकवाद के खतरों से मुक्त होना चाहिए. उन्होंने आतंकवाद-रोधी सहयोग के पूरे दायरे पर बात की. इसमें मौजूदा चुनौतियों के साथ-साथ भविष्य में आने वाले खतरों से निपटने के उपायों पर भी रणनीति बनाई गई. यह क्षेत्र ग्लोबल ट्रेड और सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम है, इसलिए यहां शांति बनाए रखना प्राथमिकता है.
शहरी इलाकों में हमले रोकने की विशेष ड्रिल: बैठक के दौरान एक अहम ‘टेबलटॉप एक्सरसाइज’ (TTx) भी आयोजित की गई. इसका विषय ‘शहरी वातावरण में आतंकवाद-रोधी अभियान’ था. आजकल आतंकी शहरों को निशाना बना रहे हैं, जैसा कि लाल किला ब्लास्ट में देखा गया. इस एक्सरसाइज ने विशेषज्ञों को अपनी बेस्ट प्रैक्टिस साझा करने का मौका दिया. उन्होंने चर्चा की कि भीड़भाड़ वाले शहरी इलाकों में जटिल आतंकी हमलों का सामना कैसे किया जाए. इससे चारों देशों की संयुक्त ऑपरेशनल तैयारी को परखने और उसे बेहतर बनाने के अवसरों की पहचान हुई.
सूचना साझा करने और सहयोग बढ़ाने पर जोर: क्वाड साझेदारों ने बहुपक्षीय मंचों में सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया. आतंकवादियों, उनके संगठनों और उन्हें संरक्षण देने वाले देशों के बारे में लगातार इंफॉर्मेशन शेयरिंग पर जोर दिया गया. खुफिया जानकारी का समय पर आदान-प्रदान किसी भी बड़े हमले को रोकने में सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकता है. बैठक में यह तय किया गया कि चारों देश मिलकर तकनीकी और रणनीतिक स्तर पर एक-दूसरे की मदद करेंगे ताकि आतंकवाद की जड़ों पर प्रहार किया जा सके.
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राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi
First Published :
December 06, 2025, 19:48 IST

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