दिल्ली यूनिवर्सिटी ने बदला टाई ब्रेकिंग नियम, 10वीं रिजल्ट भी बनेगा आधार

4 hours ago

Last Updated:June 27, 2025, 08:48 IST

DU Admission 2025: दिल्ली यूनिवर्सिटी ने 2025-26 एकेडमिक सेशन के यूजी कोर्स में एडमिशन के लिए टाई ब्रेकिंग नियम में बदलाव किया है.

दिल्ली यूनिवर्सिटी ने बदला टाई ब्रेकिंग नियम, 10वीं रिजल्ट भी बनेगा आधार

DU Tie Breaker Policy: दिल्ली यूनिवर्सिटी में 10वीं के मार्क्स को बना सकते हैं आधार

नई दिल्ली (DU Admission 2025). दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) पोर्टल के जरिए आवेदन करना होता है. दिल्ली विश्वविद्यालय ने 2025-26 शैक्षणिक वर्ष में यूजी कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस पोर्टल पर एडमिशन शुरू हुए सिर्फ 1 हफ्ता हुआ है और अभी तक 83,296 रजिस्ट्रेशन दर्ज भी हो गए हैं. इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रवेश प्रक्रिया में कई तरह के बदलाव किए गए हैं, एडमिशन से पहले इनकी जानकारी होना जरूरी है.

दिल्ली यूनिवर्सिटी ने एडमिशन प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जाने वाला टाई-ब्रेकिंग फॉर्मूला रिवाइज किया है. दिल्ली यूनिवर्सिटी में सीट आवंटन के लिए ‘डायरेक्ट ऑटो-एक्सेप्ट’ ऑप्शन शामिल है. पिछले साल की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए डीयू ने टाई-ब्रेकिंग नियमों को संशोधित किया है. अब स्टूडेंट्स के क्लास 10 रिजल्ट को भी एक विकल्प के तौर पर रखा जाएगा. स्टूडेंट ने क्लास 10 में जो भी विषय लिए होंगे, उन सभी का एवरेज निकालकर टाई को तोड़ने के लिए उनका इस्तेमाल किया जाएगा.

DU Tie Breaker Policy: डीयू में टाई ब्रेकिंग का नया नियम क्यों बनाया गया?

दिल्ली यूनिवर्सिटी के एडमिशन डीन (DU Dean of Admissions), हनीत गांधी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पिछले साल तक Raw डेटा के साथ काम करना पड़ता था. कुछ मामलों में नामों के वर्णमाला क्रम के आधार पर सीटें आवंटित करनी पड़ती थीं. इस साल ज्यादा रैशनल और मेरिट-आधारित अप्रोच को वरीयता दी जा रही है. इसीलिए यूनिवर्सिटी की एडमिशन टीम ने क्लास 10वीं रिजल्ट को भी टाई ब्रेकिंग पॉलिसी में शामिल करने का फैसला लिया. नए नियम में वर्णमाला क्रम वाले ऑप्शन को कक्षा 10 के अंकों से रिप्लेस किया गया है.

कक्षा 12 के सर्वश्रेष्ठ तीन विषयों में उच्च प्रतिशत वाले उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाती थी. अगर पहले नियम का इस्तेमाल करके टाई नहीं टूटता था तो कक्षा 12 के सर्वश्रेष्ठ चार और पांच विषयों में कुल अंकों को माना जाता था. अगर यह भी काम नहीं करता था तो अधिकारी उम्र पर विचार करते थे. अगर टाई अभी भी नहीं टूटता था तो स्टूडेंट्स को उनके नामों के वर्णमाला क्रम के आधार पर एडमिशन दिया जाता था.

Delhi University Admission: दिल्ली यूनिवर्सिटी में CSAS प्रक्रिया क्या है?

दिल्ली यूनिवर्सिटी के 69 कॉलेजों के 79 यूजी कोर्सेस में 71,624 सीटें हैं. इसका सबसे लोकप्रिय BA प्रोग्राम अब 186 सब्जेक्ट कॉम्बिनेशंस प्रदान करता है. इन दिनों 12वीं पास लाखों स्टूडेंट्स सीयूईटी यूजी रिजल्ट 2025 जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. इसके साथ ही डीयू ने CSAS प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. इसका पहला चरण यानी आवेदन आमंत्रित करना, शुरू हो चुका है. दूसरे चरण में आवेदक अपने प्रोग्राम और कॉलेज की प्राथमिकताएं भरते हैं. यह सीयूईटी यूजी परिणाम घोषित होने के बाद शुरू होगा.

दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्रक्रिया 17 जून 2025 को शुरू हुई थी और क्लासेस 1 अगस्त 2025 से शुरू होने की उम्मीद है.

Deepali Porwal

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें

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