दुनिया में कई बड़ी ताकतें लेकिन... मोहन भागवत ने बिना नाम लिए ट्रंप को लताड़ा

1 week ago

Last Updated:August 12, 2025, 16:11 IST

Mohan Bhagwat News: डोनाल्‍ड ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल खरीदने की वजह से 25 प्रतिशत का एडिशनल टैरिफ लगाया है. अब भारत पर कुल अमेरिकी टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया है. अब आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने बिना ट्रंप और अमेरिका ...और पढ़ें

दुनिया में कई बड़ी ताकतें लेकिन... मोहन भागवत ने बिना नाम लिए ट्रंप को लताड़ामोहन भागवत ने ट्रंप पर निशाना साधा. (File Photo)

नई दिल्‍ली. भारत और अमेरिका के बीच इस वक्‍त डोनाल्‍ड ट्रंप के टैरिफ के बाद सबकुछ ठीक नहीं है. भारत ने टैरिफ की धौंस के आगे झुकने से इंकार कर दिया है. इसी बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी बिना नाम लिए अमेरिका को जवाब दिया है. भागवत ने भारत की लोकतांत्रिक सफलता पर जोर देते हुए कहा कि दुनिया में कई बड़ी ताकतें मौजूद हैं, लेकिन भारत ने अपनी अलग पहचान स्थापित की है. मोहन भागवत ने कहा, ‘विश्व में कई बड़ी ताकतें हैं, उसके बावजूद भारतवर्ष उठ रहा है. विश्व में अपनी पहचान बना रहा है. आज प्रजातंत्र के तौर पर पृथ्वी पर भारत सबसे आगे है.’

दुनिया जब संकट में थी…
राजस्थान के सीकर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मंगलवार को भारत की बढ़ती वैश्विक साख पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आज दुनिया जब भी किसी संकट में होती है, भारत आगे बढ़कर मदद करता है. भागवत ने गर्व के साथ कहा कि आज भारत अपने विकास और प्रगति के दम पर वैश्विक स्तर पर अपनी छाप छोड़ रहा है.

भारत ने दुनिया में अपनी मौजूदगी दर्ज की
RSS चीफ ने कहा कि अगर हम आज़ादी के बाद के भारत के इतिहास को देखें तो उस समय कोई यह नहीं कह सकता था कि भारत इस तरह उभरेगा. लेकिन तमाम चुनौतियों और बड़ी ताकतों के दबाव के बावजूद भारत ने न केवल खुद को स्थापित किया बल्कि दुनिया में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई. भागवत ने स्वतंत्र भारत के शुरुआती वर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि उस दौर में कुछ विशेषज्ञों को संदेह था कि भारत में लोकतंत्र लंबे समय तक टिक नहीं पाएगा. उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया में लोकतंत्र की बात होती है, तो भारत कई देशों से काफी आगे है.

भविष्‍य में नई ऊंचाइयां छूने की क्षमता
भागवत की ये टिप्पणी ऐसे समय आई है जब भारत वैश्विक मामलों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। चाहे वह कूटनीति हो, आर्थिक साझेदारी हो या अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहल. भारत ने हाल के वर्षों में जी-20 की सफल अध्यक्षता, जलवायु परिवर्तन मुद्दों पर नेतृत्व और संकटग्रस्त देशों को मानवीय सहायता जैसे कदमों से अपनी छवि को और मजबूत किया है. भागवत का यह संदेश न केवल भारत की उपलब्धियों का जश्न है बल्कि यह आत्मविश्वास भी दर्शाता है कि देश भविष्य में और ऊंचाइयां छूने की क्षमता रखता है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भारत का उत्थान केवल आर्थिक प्रगति तक सीमित नहीं है बल्कि यह सांस्कृतिक, नैतिक और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है, जो इसे दुनिया में अलग पहचान देते हैं.

Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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First Published :

August 12, 2025, 15:57 IST

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