नई दिल्ली (How to Open Nursing School). भारत में नर्सिंग की मांग हमेशा से रही है और आने वाले सालों में यह और बढ़ने वाली है. हॉस्पिटल, हेल्थकेयर सेंटर और विदेशों तक में भारतीय नर्स की प्रतिष्ठा और स्किल की तारीफ की जाती है. अगर आप हेल्थकेयर सेक्टर में कदम रखना चाहते हैं तो नर्सिंग स्कूल खोलना एक बेहतरीन बिजनेस और सेवा का अवसर है. यह न केवल आपको एक स्टेबल इनकम का जरिया देता है, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार और ट्रेनिंग का रास्ता भी दिखाता है.
नर्सिंग स्कूल खोलने के लिए सिर्फ जमीन और बिल्डिंग होना ही काफी नहीं है. इसके लिए खास डिग्री, मान्यताएं और गाइडलाइंस पूरी करनी होती हैं. नर्सिंग स्कूल खोलना मतलब भविष्य की हेल्थकेयर वर्कफोर्स तैयार करना. सरकार और इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) ने इसके लिए कुछ सख्त नियम बनाए हैं. इससे पढ़ाई का स्तर और ट्रेनिंग की क्वॉलिटी बनाए रखने में मदद मिलती है. आपके पास न केवल नर्सिंग फील्ड से जुड़ी योग्यता होनी चाहिए, बल्कि पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर, टीचिंग स्टाफ और हॉस्पिटल से टाई-अप भी होना चाहिए.
भारत में नर्सिंग स्कूल कैसे खोलें?
अगर आप नर्सिंग स्कूल खोलने के नियमों को समझ लेंगे तो यह प्रक्रिया उतनी मुश्किल नहीं जितनी सुनने में लगती है. जानिए, भारत में नर्सिंग स्कूल कौन खोल सकता है, इसके लिए कौन सी डिग्री चाहिए, जरूरी गाइडलाइंस और पूरा प्रोसेस.
भारत में नर्सिंग स्कूल कौन खोल सकता है?
कोई भी व्यक्ति, NGO, ट्रस्ट, सोसाइटी या रजिस्टर्ड कंपनी.
हेल्थकेयर से जुड़े संस्थान को प्राथमिकता मिलती है.
नर्सिंग स्कूल खोलने के लिए डिग्री और योग्यता
संस्थापक के पास नर्सिंग/मेडिकल से जुड़ा बैकग्राउंड होना फायदेमंद है.
प्रिंसिपल/हेड के लिए न्यूनतम M.Sc Nursing (5 साल का अनुभव) या B.Sc Nursing (8 साल का अनुभव) जरूरी.
नर्सिंग स्कूल के लिए जरूरी गाइडलाइंस (INC और राज्य नर्सिंग काउंसिल के अनुसार)
इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) और स्टेट नर्सिंग काउंसिल से मान्यता.
न्यूनतम 100 बेड वाला हॉस्पिटल से टाई-अप या खुद का हॉस्पिटल.
क्लासरूम, लैब, लाइब्रेरी, हॉस्टल और ग्राउंड जैसी सुविधाएं.
योग्य टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ.
नर्सिंग स्कूल खोलने की प्रक्रिया
1- ट्रस्ट/सोसाइटी या कंपनी रजिस्टर करें.
2- जमीन और बिल्डिंग का नक्शा तैयार कराएं.
3- हॉस्पिटल टाई-अप/सेल्फ हॉस्पिटल तैयार रखें.
4- स्टेट नर्सिंग काउंसिल और INC में आवेदन करें.
5- इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टाफ वेरिफिकेशन होगा.
6- अप्रूवल मिलने के बाद कोर्सेज शुरू करें.
नर्सिंग स्कूल खोलने में कितना खर्च आएगा?
भारत में नर्सिंग स्कूल खोलने का खर्च कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है- जैसे लोकेशन, जमीन का मालिकाना हक या किराया, कोर्सेज की संख्या और इंफ्रास्ट्रक्चर का स्तर. औसतन इसका कुल अनुमानित खर्च ₹1.5 करोड़ से ₹5 करोड़ तक हो सकता है.
खर्च का ब्रेकअप
जमीन या बिल्डिंग – ₹50 लाख से ₹2 करोड़ (अगर खुद की जमीन है तो यह कम हो सकता है)
क्लासरूम, लैब और लाइब्रेरी सेटअप – ₹25 लाख से ₹60 लाख
हॉस्टल और स्टाफ क्वार्टर – ₹20 लाख से ₹50 लाख
हॉस्पिटल टाई-अप या खुद का हॉस्पिटल सेटअप – ₹40 लाख से ₹1.5 करोड़
फर्नीचर, मेडिकल इक्विपमेंट और लैब इंस्ट्रूमेंट्स – ₹15 लाख से ₹40 लाख
स्टाफ भर्ती और शुरुआती वेतन (6 महीने) – ₹10 लाख से ₹25 लाख
लाइसेंस और अप्रूवल फीस (INC और स्टेट काउंसिल) ₹2 लाख से ₹5 लाख
टिप: अगर आप ट्रस्ट या NGO के जरिए नर्सिंग स्कूल खोलते हैं और सरकारी/CSR ग्रांट लेते हैं तो खर्च काफी कम हो सकता है.