निवेश शुरुआत कर रहीं लड़कियों के लिए एक्सपर्ट की सलाह, कैसे चुनें सही रास्ता

1 month ago

एक पैसा बचाया हुआ एक पैसा बचाए हुए के बराबर होता है

एक पैसा बचाया हुआ एक पैसा बचाए हुए के बराबर होता है

Investment tips for beginner women investors: भले ही एफडी और सेविंग अकाउंट में आप पैसा रखें लेकिन अपना बचाया हुआ पैसा क ...अधिक पढ़ें

News18 हिंदीLast Updated : March 15, 2024, 17:31 ISTEditor picture

हाल ही में आई स्टडी बताती है कि भारतीय शहरी महिलाएं फिक्स्ड डिपॉजिड में ज्यादा निवेश कर रही हैं. वे अपने कुल एसेट अलोकेशन का 50 फीसदी फिक्स्ड डिपॉजिट औऱ सेविंग अकाउंट में बनाए रखती हैं. केवल सात फीसदी स्टॉक्स में लगाती हैं. डीबीएस बैंक इंडिया ने क्रिसिल के साथ मिलकर महिला और वित्त (वीमन एंड फाइनेंस) पर एक स्टडी जारी की. जिसमें, 10 भारतीय शहरों में 800 हाई इनकम शहरी महिलाओं, सैलरी लेने वालीं और सेल्फ एंप्लॉयड- दोनों को शामिल किया गया था. सर्वेक्षण में शामिल महिलाओं की आय 10 लाख रुपये से लेकर 55 लाख रुपये सालाना थी. ये नतीजा इस सर्वे से निकल कर आया. लेकिन यहां हम कहना चाहेंगे कि भले ही एफडी और सेविंग अकाउंट में आप पैसा रखें लेकिन अपना बचाया हुआ पैसा केवल इन्हीं जगहों पर न रखें बल्कि अन्य ऑप्शन भी समझें. इससे न सिर्फ आपके पोर्टफोलियो में डाइवर्सिफिकेशन आएगा, आप टैक्स बचा सकेंगी, हाई यील्ड भी प्राप्त कर सकेंगी.

हमने इस बारे में टैक्स एवं निवेश एक्सपर्ट बलवंत जैन से बात की. हमने उनसे जानना चाहा कि जिन महिलाओं ने हाल ही में निवेश का सफर शुरू किया है, या फिर नौकरी शुरू की है, वे कहां निवेश करें और निवेश करते समय किन बातों पर गौर करें ताकि असेट अलोकेशन भी सही हो और आप नफे में भी रहें. बलवंत जैन कहते हैं कि निवेश फाइनेंशल प्लानिंग का हिस्सा होता है, जिसमें रैंडम फैसले नहीं लिए जाते. इसलिए, निवेश के लिए फाइनैंशल प्लानर से बात करके ही उसकी सलाह से निवेश करना चाहिए. एक फाइनैंशल प्लान बाजार और उतार चढ़ाव के अलावा टैक्स आदि की समझ रखने वाला क्वॉलिफाइड प्रफेशनल होता है जो आपके लक्ष्यों के मुताबिक निवेश करने की सलाह देता है. इसलिए अपनी फाइनेंशल प्लानिंग किसी फाइंनेशल एक्सपर्ट से करवाएं.

हालांकि मोटामोटी हम आपको सलाह दे सकते हैं. इन पर अमल का फैसला आपका होगा. बलवंत जैन बताते हैं कि जब भी अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई को निवेश करने की सोचें तो सबसे पहले यह सोचें कि आपका गोल क्या है. निवेश गोल पर आधारित होना चाहिए. यदि आपकी आयु 25-27 से लेकर 3-32 साल है और रिटायरमेंट आपका गोल है, तो इसका सीधा सा मतलब है कि आपके पास प्लानिंग का समय काफी होगा. महिलाओं और पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर सकती हैं.

बलवंत जैन कहते हैं कि सबसे अहम है अपनी और अपने पर निर्भर (माता-पिता या बच्चे) की सुरक्षा. वह कहते हैं कि निवेश से पहले सुरक्षा की बात आती है. कोई डिपेंड है, सिंगल हैं और बच्चे या माता पिता डिपेंड हैं तो लाइफ इंश्योरेंस जरूर करवाएं. वहीं, अपने लिए एक्सिडेंट कवरेज लेना भी एक अच्छा कदम होगा ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना में आपके परिवार पर अतिरिक्त भार न पड़े. आने वाले सालों में आपकी आय बढ़ने की क्या संभावना है, क्या यह लगभग फिक्स्ड रहने वाली है या फिर इसमें तेज और अच्छा इजाफा होगा. इसके आधार पर भी आप मंथली सैलरी से पैसा निकालकर कर निवेश करती हैं. जिन जरूरतों को पहले पूरा करना है, उसे अपना प्राथमिक गोल मानते हुए, उसके हिसाब से निवेश करें.

यदि निकट भविष्य यानी 3-4 साल के भीतर पैसे की जरूरत पड़ने वाली है तो एफडी जैसे निवेश के अलावा, इंडेक्स फंड में पैसा डाल सकते हैं. सेंसेक्स और निफ्टी के टॉप इंडेक्स में निवेश करेंगे तो रिटर्न भी अच्छा होगा और पैसा डूबने का खतरा भी नहीं होगा. दरअसल, इसमें पैसा लगाने के बाद आपको खुद इनकी परफॉर्मेंस की रिव्यू करने की जरूरत नहीं होती क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज खुद ही इन इंडेक्सों के रिव्यू करते रहते हैं.

अगर आपकी बेटी है तो सुकन्या समृद्धि में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आप अधिक जानकारी यहां क्लिक करके ले सकती हैं. वहीं पीपीएफ जैसे ऑप्शन आपको 80 सी के तहत टैक्स रिबेट भी प्रदान करते हैं. इनमें भी निवेश कर सकते हैं. आपके द्वारा निवेश की राशि क्या होगी, यह आपकी कुल आय और खर्चों के आधार पर ही तय हो सकता है.

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Tags: Business news in hindi, Women Day, Investment tips, PPF account, Sukanya samriddhi scheme, Women's Finance

FIRST PUBLISHED :

March 15, 2024, 17:31 IST

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