परीक्षा से पहले ही पास! 2500 सरकारी पद बिके; 35 लाख में बना रहे अधिकारी

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Last Updated:October 29, 2025, 16:10 IST

Job Scam: तमिलनाडु में सरकारी नौकरियों की भर्ती में भारी धांधली का खुलासा हुआ है. ED ने दावा किया कि MAWS विभाग में 25 से 35 लाख रुपये लेकर उम्मीदवारों को नौकरी दी गई.

परीक्षा से पहले ही पास! 2500 सरकारी पद बिके; 35 लाख में बना रहे अधिकारीप्रतीकात्मक तस्वीर.

तमिलनाडु में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है. ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने दावा किया है कि राज्य में कैश फॉर जॉब स्कैम यानी पैसे लेकर नौकरी देने का खेल चल रहा था. एजेंसी ने इस मामले में तमिलनाडु पुलिस को एक चिट्ठी भेजी है और जांच शुरू करने की सिफारिश की है.

हर नौकरी के बदले लाखों की रिश्वत
ईडी ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य के म्यूनिसिपल एडमिनिस्ट्रेशन एंड वॉटर सप्लाई (MAWS) विभाग में करीब 2,538 पदों पर भर्ती के दौरान भारी घपला किया गया. आरोप है कि हर पद के लिए 25 से 35 लाख रुपये तक की रिश्वत ली गई.

एजेंसी का कहना है कि यह भर्ती 2024 के बीच हुई थी और इसमें कुछ ताकतवर नेताओं और उनके करीबियों की सीधी भूमिका थी. ईडी के मुताबिक, पैसे देकर परीक्षा के नतीजे बदले गए और अगस्त 2025 में लगभग 150 उम्मीदवारों को नौकरी के लेटर भी जारी कर दिए गए.

ईडी ने सौंपा 232 पन्नों का डोज़ियर
ईडी ने तमिलनाडु पुलिस को इस पूरे घोटाले से जुड़ा 232 पन्नों का डोज़ियर सौंपा है. इस रिपोर्ट में उन लोगों के नाम दर्ज हैं जो इस खेल में सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल बताए जा रहे हैं.

रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह बिचौलियों के जरिए रिश्वत की रकम इकट्ठा की गई, और किस उम्मीदवार को किस चैनल से पास करवाया गया. इसमें परीक्षा में गड़बड़ी के तरीके और फर्जी तरीके से पास हुए उम्मीदवारों की पूरी जानकारी दी गई है.

अन्ना यूनिवर्सिटी की भूमिका पर भी सवाल
ईडी ने अपने पत्र में अन्ना यूनिवर्सिटी की भूमिका की भी जांच की मांग की है. एजेंसी का कहना है कि भर्ती परीक्षा इसी यूनिवर्सिटी की निगरानी में हुई थी और वहीं से पूरे खेल की शुरुआत हुई.

खास बात ये है कि 2024 में जब इन पदों के लिए आवेदन निकला था, तब करीब 1.12 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. इतने बड़े पैमाने पर परीक्षा होने के बावजूद, अगर इतने पदों पर पैसे लेकर नियुक्ति हुई, तो यह भर्ती प्रणाली पर बड़ा सवाल है.

विभाग ने कहा सब पारदर्शी था
वहीं, जब MAWS विभाग के सचिव से इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने ईडी के आरोपों से साफ इनकार कर दिया. सचिव का कहना है कि, “हमें ईडी के किसी पत्र की जानकारी नहीं है. सभी नियुक्तियां नियमों के अनुसार और पारदर्शी तरीके से की गई हैं.” लेकिन ईडी की रिपोर्ट के सामने आने के बाद विभाग की सफाई पर लोगों को यकीन करना मुश्किल लग रहा है.

अब राजनीतिक हलचल तेज
इस खुलासे के बाद तमिलनाडु की राजनीति में हलचल मच गई है. विपक्ष ने इसे सरकारी भ्रष्टाचार का ताजा उदाहरण बताते हुए सत्ताधारी दल पर हमला बोला है. वहीं, जनता के बीच भी सवाल उठ रहे हैं कि अगर सरकारी नौकरी भी बोली लगाकर मिल रही है, तो आम लोगों का क्या होगा?

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First Published :

October 29, 2025, 16:10 IST

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