Last Updated:May 05, 2025, 11:47 IST
Who helped Pahalgam Terrorist: पहलगाम हमले की जांच कर रही एनआईए को नया नाम मिला है. ये नाम कंधार हाईजैक से जुड़ा है. हमले में आतंकियों को जमीनी मदद करने वालों का नाम सामने आया है.

पहलगाम में अटैक में किसने मदद की थी? NIA जांच में हुआ खुलासा.
Who helped Pahalgam Terrorist: पहलगाम आतंकी हमले की जांच ने नया मोड़ लिया है. अभी तक सबके मन में यहीं सवाल उठ रहा था कि आतंकि कैसे पहुंचे? कैसे इतनी आसानी से हिंदू टूरिस्टों को मारकर निकल गए और किसी के पकड़ में नहीं आए. उनको आसमान खा गया जमीन निगल गई. मगर इस हमले की जांच कर रही NIA की टीम ने महत्वपूर्ण खुलासा किया है. टीम ने बताया कि आतंकी संगठन अल उमर मुजाहिदीन के मुखिया मुश्ताक अहमद जरगर की भूमिका है.
एनआईए की टीम ने बताया कि इस वारदात में अल उमर मुजाहिदीन की बड़ी भूमिका हो सकती है. बता दें कि उसके समर्थकों ने पहलगाम हमले के ओवर ग्राउंड वर्करों की मदद की थी. आपको बता दें कि इसका मुखिया मुश्ताक अहमद जरगर कंधार हाईजैक के दौरान मसूद अजहर के साथ भारत सरकार द्वारा रिहा किया गया है. फिलहाल वह पाकिस्तान में रह रहा है. इसकी खुलासा सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए ओवरग्राउंड वर्करों से पूछताछ में हुई.
जरगर के आतंकी संगठन को भारत सरकार ने प्रतिबंधित किया हुआ है. 2023 में उसके घर को नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी ने कुर्क किया था. NIA सूत्रों के मुताबिक जरगर फिलहाल पाकिस्तान में है, लेकिन श्रीनगर का होने के नाते ओवर ग्राउंड वर्करों के समर्थकों में उसकी बड़ी पकड़ है. इसीलिए पहलगाम आतंकी हमले में इस शख्स की भूमिका भी अहम मानी जा रही है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर के कई प्रतिबंधित संगठन जांच एजेंसी के रडार पर हैं. कई अपराधी/आतंकी इस समय NIA की हिरासत में हैं. 100 से ज्यादा ओवर ग्राउंड वर्कर (OGWs) के ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया जा चुका है. 90 से ज्यादा ओवर ग्राउंड वर्कर्स के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है. एनआईए लोकल इंटेलिजेंस के साथ पहलगाम के आस पास के कुछ संदिग्ध प्वाइंट के इनपुट को डेवलप कर रही है.
Location :
Jammu and Kashmir