Last Updated:August 12, 2025, 12:05 IST
बिहार में वोटर लिस्ट की गड़बड़ी पर विपक्षी दलों का संसद में संग्राम जारी है. कांग्रेस, एनसीपी, डीएमके सांसदों ने मकर द्वार पर प्रदर्शन किया. सफेद टी-शर्ट और प्याज की माला पहनकर विरोध जताया.

बिहार में वोटर लिस्ट की गड़बड़ी और चुनाव आयोग के विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ संसद में विपक्षी दलों का संग्राम मंगलवार को भी जारी रहा है. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, एनसीपी शरद पवार गुट की सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी के साथ इंडिया ब्लॉक के तमाम सांसदों ने आज मकर द्वार पर एक अनोखा प्रदर्शन किया. कांग्रेस सांसदों ने यहां सफेद रंग की टी-शर्ट पहन रखी थी, जिस पर बिहार की एक वोटर मिंता देवी की तस्वीर लगी थी. वहीं कुछ दूसरे विपक्षी सांसद गले में प्याज की माला डाले दिखे.
विपक्ष का यह प्रदर्शन न केवल चुनावी धांधली के खिलाफ था, बल्कि महंगाई के खिलाफ भी और उसमें प्याज की माला को सांकेतिक रूप में इस्तेमाल किया गया. INDIA गठबंधन के सांसदों ने इस दौरान नारे लगाए और प्लेकार्ड्स लहराए, जिन पर ‘साइलेंट इनविजिबल रिगिंग (SIR) रोकों’ और ‘वोट चोरी बंद करो’ जैसे संदेश लिखे थे. आइए, इस अनोखे प्रदर्शन के बारे में विस्तार से जानते हैं.
SIR के खिलाफ विपक्ष का हल्लाबोल
कांग्रेस और आरजेडी सहित पूरा INDIA ब्लॉक बिहार में चुनाव आयोग की विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. SIR एक विशेष अभियान है, जो वोटर लिस्ट को अपडेट करने के लिए चलाया जा रहा है. हालांकि विपक्ष का आरोप है कि यह प्रक्रिया जल्दबाजी में की जा रही है और इससे लाखों वोटरों खासकर गरीब, अल्पसंख्यक और प्रवासी मजदूरों का नाम काटा जा रहा है. राहुल गांधी ने इसे ‘वोट चोरी’ करार दिया है, जबकि चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज किया है.
कौन हैं मिंता देवी?
आज संसद भवन के मकर द्वार के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान सफेद टी-शर्ट में हैं. उनकी टीशर्ट पर मिंता देवी की तस्वीर छपी थी. विपक्षी सांसद मिंता देवी के जरिये चुनाव आयोग की इस SIR प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर ही सवाल उठा रहे हैं. दरअसल बिहार के वोटर लिस्ट में मिंता देवी की उम्र 124 साल दर्ज है, जो व्यावहारिक रूप से असंभव है. विपक्ष का कहना है कि ऐसे नामों से वोट बैंक बनाए जा रहे हैं, जो चुनाव में हेरफेर कर सकते हैं.
संसद में यह प्रदर्शन विपक्ष की रचनात्मकता और एकता का प्रतीक बना, जहां सफेद टी-शर्ट पर मिंता देवी का नाम फर्जी वोटरों का उदाहरण था, और प्याज की माला आर्थिक पीड़ा का. यह घटना लोकतंत्र की रक्षा के लिए विपक्ष की लड़ाई को उजागर करती है, जबकि चुनाव आयोग ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया. आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गर्माएगा, क्योंकि बिहार चुनाव नजदीक हैं.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 12, 2025, 12:05 IST